'कार की बजाय पब्लिक ट्रांसपोर्ट का करें इस्तेमाल', बढ़ते प्रदूषण के बीच गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस की अपील
गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस ने बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए लोगों से कार की बजाय पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करने की अपील की है। पुलिस का कहना है कि सार् ...और पढ़ें

वायु प्रदूषण की चपेट में दिखा साइबर सिटी का गोल्फ कोर्स रोड। जागरण
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। गुरुग्राम में पिछले कई दिनों से हवा की गुणवत्ता बेहद खराब स्थिति में दर्ज की जा रही है। प्रदूषण के कारण लोगों के जनजीवन पर भी प्रभाव पड़ रहा है। रविवार को गुरुग्राम में वायु गुणवत्ता सूचकांक 425 दर्ज किया गया। वहीं अब गुरुग्राम में ग्रेप का चौथा चरण भी लागू कर दिया गया। इसके साथ ही कई नई पाबंदियां भी सख्ती से लागू कर दी गई हैं।
ग्रेप का चौथा चरण प्रदूषण नियंत्रण का सबसे सख्त आपातकालीन चरण होता है। इसका सीधा असर आम लोगों की दिनचर्या, निर्माण कार्य, उद्योग और ट्रैफिक पर पड़ता है। गुरुग्राम मानेसर में एक बार फिर वायु प्रदूषण गंभीर स्तर पर पहुंच गया है। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के चौथे चरण को लागू कर दिया गया है।

हालात बिगड़ने के बाद निर्माण गतिविधियों पर रोक लगाने के साथ ही कई सख्त पाबंदियां लागू कर दी गई हैं। ग्रेप चार लागू होने के बाद शहर और औद्योगिक क्षेत्रों में धूल और धुएं को बढ़ाने वाली गतिविधियों पर सख्ती से रोक रहेगी। खुले में निर्माण और तोड़फोड़ से जुड़े कार्य तत्काल प्रभाव से बंद कर दिए गए हैं। सड़क किनारे मिट्टी, रेत और निर्माण सामग्री ढककर रखने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि धूल उड़ने से रोकी जा सके।
इस चरण में गैर-जरूरी निर्माण कार्यों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। ईंट-भट्ठों, हाट मिक्स प्लांट और स्टोन क्रशर जैसी इकाइयों को भी बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। प्रदूषण फैलाने वाले डीजल जनरेटर सेट के उपयोग पर सख्ती की गई है ट्रैफिक पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीमें प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर कार्रवाई करेंगी। जिला प्रशासन की ओर से रविवार को जारी किए गए आदेशों में कहा गया कि खुले में कचरा जलाने, पत्ते या अन्य अपशिष्ट जलाने पर पूरी तरह पाबंदी रहेगी। लोगों को भी अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है।
इन कारणों से बढ़ रहा प्रदूषण?
विशेषज्ञों के अनुसार, मौसम में ठंड बढ़ने, हवा की गति कम होने और औद्योगिक गतिविधियों के चलने से प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। वाहनों का उत्सर्जन, निर्माण से उड़ती धूल और खुले में कचरा जलाना हालात को और गंभीर बना रहा है। गुरुग्राम और मानेसर क्षेत्र में औद्योगिक कचरा और घरेलू कूड़ा जलाए जाने की शिकायतें लगातार मिल रही हैं। इससे हवा में जहरीली गैसें घुल रही हैं और एक्यूआई खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है।
पुराने वाहनों पर प्रतिबंध, पुलिस तैनात
ग्रेप के चौथे चरण के लागू होने के साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था पर भी प्रभाव पड़ेगा। एनसीआर में सड़क पर चलने वाले वाहनों से निकलने वाला धुआं भी प्रदूषण का बड़ा कारण है। इसलिए चौथे चरण के लागू होने के साथ ही दिल्ली में बीएस तीन पेट्रोल और बीएस चार डीजल वाहनों के चलने पर रोक लगा दी गई है।
पुराने डीजल वाले भारी वाहनों को दिल्ली में प्रवेश न करने के लिए सिरहौल टोल प्लाजा के पास गुरुग्राम और दिल्ली पुलिस दोनों की तैनाती की गई है। सिर्फ जरूरी सामान वाले वाहन ही दिल्ली जा सकेंगे। ट्रैफिक पुलिस ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट बस, मेट्रो के इस्तेमाल की अपील की है।

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