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    गुरुग्राम में मेट्रो निर्माण के बीच में आया मार्बल मार्केट, प्रशासन ने विरोध के बीच 61 दुकानों पर चलाया बुलडोजर

    Updated: Mon, 29 Dec 2025 10:52 PM (IST)

    गुरुग्राम में ओल्ड मेट्रो परियोजना के लिए सेक्टर-33 स्थित मार्बल मार्केट की 61 दुकानों को ध्वस्त किया गया। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने व्यापारियों ...और पढ़ें

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    गुरुग्राम में मार्बल मार्केट के 61 दुकानों पर चला बुलडोजर।

    संवाद सहयोगी, नया गुरुग्राम। ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो परियोजना के लिए जमीन खाली कराने की प्रक्रिया के तहत हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) ने सोमवार को सेक्टर-33 स्थित मार्बल मार्केट में बड़ी कार्रवाई की। कड़े पुलिस बंदोबस्त और व्यापारियों के विरोध के बीच 61 दुकानों को अवैध बताते हुए ध्वस्त कर दिया गया। इस दौरान मौके पर तनाव की स्थिति बनी रही और कई बार कार्रवाई रोकने की कोशिश भी हुई, लेकिन प्रशासन ने किसी भी दबाव को दरकिनार करते हुए तोड़फोड़ जारी रखी।

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    दोपहर करीब 12 बजे एचएसवीपी के एसडीओ सर्वे ज्ञानचंद सैनी के नेतृत्व में तीन बुलडोजरों के साथ इन्फोर्समेंट टीम मार्बल मार्केट पहुंची। सदर थाना प्रभारी बलराज पुलिस बल के साथ तैनात रहे। जैसे ही कार्रवाई शुरू हुई, व्यापारियों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और इसे एकतरफा व अन्यायपूर्ण कदम बताया। इसी बीच मार्बल व्यापारियों का एक प्रतिनिधिमंडल एचएसवीपी प्रशासक वैशाली सिंह से मिलने पहुंचा।

    व्यापारियों ने दुकानों को स्वयं खाली करने के लिए दो दिन की मोहलत देने की मांग की। इस पर प्रशासक ने एसडीओ सर्वे को निर्देश दिए कि जो दुकानदार दुकान खाली नहीं कर रहे हैं, केवल उन्हीं पर कार्रवाई की जाए। चेतावनी के बाद इन्फ़ोर्समेंट टीम कुछ समय के लिए वापस लौट गई। हालांकि दोपहर बाद स्थिति ने फिर पलटा खाया। एचएसवीपी को जानकारी मिली कि कुछ व्यापारियों ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में तोड़फोड़ पर रोक लगाने के लिए याचिका दायर कर दी है जिसकी सुनवाई मंगलवार को होनी है।

    इसके बावजूद एचएसवीपी के निर्देश पर संपदा अधिकारी अनुपमा मलिक और एसडीओ ज्ञानचंद सैनी दोबारा बुलडोजर लेकर मौके पर पहुंचे और दुकानों को गिराने की कार्रवाई शुरू कर दी। कार्रवाई के दौरान व्यापारियों ने फिर विरोध किया लेकिन पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए उन्हें गिरफ्तार करने की चेतावनी दी जिसके बाद प्रदर्शनकारी पीछे हट गए।

    एसडीओ सर्वे ज्ञानचंद सैनी का कहना है कि मार्बल व्यापारियों ने न तो दुकानों के नक्शे मंजूर करवाए और न ही आक्यूपेशन सर्टिफिकेट लिया। कुछ दुकानदारों के पास तो कानूनी पजेसन भी नहीं है। पिछले छह महीनों से लगातार दुकान खाली करने के निर्देश दिए जा रहे थे लेकिन पालन नहीं किया गया। इसी वजह से तोड़फोड़ की कार्रवाई करनी पड़ी।

    100 मीटर दूर अस्थायी पुनर्वास की पेशकश

    मार्बल व्यापारियों का कहना है कि एचएसवीपी उन्हें मौजूदा स्थान से करीब 100 मीटर दूर साढ़े सात एकड़ जमीन पर अस्थायी रूप से स्थानांतरित कर रहा है। हालांकि यह जमीन फिलहाल उबड़-खाबड़ है और वहां पार्किंग समेत बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं। प्राधिकरण ने पार्किंग निर्माण के लिए करीब तीन करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया है, लेकिन विकास कार्य पूरा होने में लगभग तीन महीने का समय लगेगा।

    पूरा मामला एक नजर में

    सेक्टर-33 क्षेत्र में ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो परियोजना के तहत करीब 50 एकड़ में मेट्रो डिपो प्रस्तावित है। मार्बल मार्केट की लगभग नौ एकड़ जमीन इस डिपो क्षेत्र के बीच आ रही है। इसी कारण बाजार को हटाकर जमीन का कब्जा गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (जीएमआरएल) को सौंपा जाना है।