9.6 डिग्री तापमान के साथ इस सीजन में सबसे ठंडा रहा गुरुग्राम, 30 और 31 दिसंबर के लिए मौसम विभाग का अलर्ट
गुरुग्राम में 13 दिन बाद घना कोहरा लौटा, जिससे सोमवार को दृश्यता 50 मीटर से भी कम हो गई और वाहन चालकों को भारी परेशानी हुई। न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री ...और पढ़ें

गुरुग्राम में 13 दिन बाद घना कोहरा लौटा, जिससे सोमवार को दृश्यता 50 मीटर से भी कम हो गई।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। 13 दिन के अंतराल के बाद क्षेत्र में घना कोहरा लौट आया। सोमवार सुबह होते ही सड़कों और एक्सप्रेस-वे पर कोहरे की सफेद चादर छा गई। दृश्यता 50 मीटर से भी कम रहने के कारण वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सुबह साढ़े नौ बजे तक हालात ऐसे रहे कि वाहन रेंग-रेंग कर चलते नजर आए।
तापमान में गिरावट से ठिठुरन बढ़ गई और यह सीजन का अब तक का सबसे सर्द दिन दर्ज किया गया। सुबह के समय घने कोहरे ने शहर और ग्रामीण इलाकों को पूरी तरह अपनी चपेट में ले लिया। दूर तक कुछ भी साफ दिखाई नहीं दे रहा था।
एक्सप्रेस-वे, हाईवे और अंदरूनी सड़कों पर वाहन चालकों ने हेडलाइट और फाग लाइट का सहारा लिया, फिर भी रफ्तार बेहद धीमी रही। कई जगहों पर हल्का जाम भी देखने को मिला। स्कूल जाने वाले बच्चों और दफ्तर जाने वाले कर्मचारियों को भी देर हुई।
मौसम विभाग के अनुसार न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 16.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सीजन का सबसे सर्द दिन रहा। विभाग ने 30 और 31 दिसंबर को दो दिन शीतलहर चलने और घना कोहरा छाने की चेतावनी जारी की है। बता दें कि इससे पहले घना कोहरा 15 दिसंबर को छाया था और उसके बाद से लगातार तेज धूप खिल रही थी।
ऐसे बनता है कोहरा
रात के समय जब जमीन तेजी से ठंडी होती है और हवा में नमी अधिक होती है, तब सतह के पास मौजूद जलवाष्प सूक्ष्म जलकणों में बदल जाती है। यही कण वातावरण में तैरते हुए घने कोहरे का रूप ले लेते हैं। साफ आसमान होने और हवा की रफ्तार कम होने के कारण कोहरा घना हो जाता है।
वाहन चलाते समय बरतें सावधानी
- कम गति में वाहन चलाएं और अचानक ब्रेक से बचें।
- फाग लाइट और लो-बीम हेडलाइट का प्रयोग करें।
- सुरक्षित दूरी बनाए रखें।
- ओवरटेक करने से बचें।
- जरूरी न हो तो सुबह जल्दी यात्रा टालें।
रबी की फसलों को मिलेगा फायदा
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार यह ठंड और नमी रबी की फसलों के लिए लाभकारी है। गेहूं, सरसों और चना जैसी फसलों में नमी मिलने से बढ़वार बेहतर होती है और उत्पादन में सुधार की उम्मीद रहती है।
पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर असर और शांत हवाओं के कारण कोहरे की स्थिति बनी है। आने वाले दो दिनों तक रात और सुबह के समय घना कोहरा छाया रह सकता है। शीतलहर के चलते तापमान में एक से दो डिग्री तक और गिरावट संभव है। लोगों को विशेषकर सुबह और देर रात सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
-डाॅ. मंजीत, मौसम विशेषज्ञ, कृषि विज्ञान केंद्र शिकोहपुर (गुरुग्राम)

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