गुरुग्राम में इतनी महंगी हो गई बिजली! 28 यूनिट के इस्तेमाल का बिल बनाया 75 लाख; कंज्यूमर के उड़ गए होश
गुरुग्राम में एक उपभोक्ता को 28 यूनिट बिजली इस्तेमाल करने पर 75 लाख रुपये का बिल भेजा गया, जिससे वह हैरान हो गया। इतनी अधिक राशि के बिल ने उपभोक्ता को ...और पढ़ें

महावीर यादव, बादशाहपुर। शहर में बिजली बिलों की गड़बड़ी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला हीरा नगर इलाके से सामने आया है। जहां एक खाली मकान के नाम पर बिजली निगम ने करीब 74 लाख रुपये का बिल भेज दिया।
बिल को देखकर उपभोक्ता न केवल हैरान है। बल्कि मानसिक तनाव में भी आ गया है। हीरा नगर के रहने वाले उपभोक्ता धर्मपाल सिंह जिला अदालत में प्रैक्टिस करते हैं। उनका कहना है कि वह बिजली निगम के कादीपुर सबडिवीजन में अपना नियमित रूप से बिल जमा कर रहे हैं। अक्टूबर तक का बिल अदा किया हुआ है। उसके बाद भी 74 लाख रुपये का भारी भरकम बिल भेज दिया गया।
दो महीने की खपत सिर्फ 28 यूनिट, फिर भी लाखों का बिल
मामला दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के कादीपुर सबडिवीजन का है। सबडिवीजन ने बिजली बिल खाता संख्या 4336460000 में उपभोक्ता को 74,87,274.96 का बिल जारी किया गया है। बिल की अवधि 8 अप्रैल से 9 दिसंबर तक दर्शाई गई है।
जबकि मीटर रीडिंग मात्र 28.89 यूनिट दर्ज की गई है। उपभोक्ता का कहना है कि उन्होंने 10 जून को यह मकान खाली कर दिया था। उसके बाद बिजली का कोई उपयोग नहीं हुआ। इसके बावजूद इतना भारी भरकम बिल आना समझ से परे है।
अक्टूबर तक सभी बिल किए थे अदा
पीड़ित उपभोक्ता अधिवक्ता धर्मपाल सिंह का कहना है कि उन्होंने अक्टूबर तक बिजली निगम के सभी बिलों का भुगतान कर रखा है। हालांकि अक्टूबर का बिल उन्हें गलत प्रतीत हुआ था। इसलिए उसका भुगतान नहीं किया गया। इसके बाद 10 नवंबर को पुराने मीटर को बदलवाकर नया मीटर भी लगवा दिया गया। ताकि भविष्य में किसी तरह की गड़बड़ी न हो। बावजूद इसके अब लगातार भारी राशि वाले बिल और रिमाइंडर भेजे जा रहे हैं।
उपभोक्ता जिला अदालत पहुंचा मामला
अधिवक्ता धर्मपाल सिंह ने बताया कि 74 लाख रुपये का बिल देखकर वे घबरा गए। उनका कहना है कि यह साफ तौर पर तकनीकी या बिलिंग सिस्टम की गंभीर चूक है। मामले को लेकर उन्होंने उपभोक्ता जिला अदालत का रुख किया है और बिजली निगम से तत्काल सुधार की मांग की है।
पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
यह पहला मामला नहीं है। जब बिजली बिलों को लेकर विवाद सामने आया हो। इससे पहले भी शहर के अलग-अलग इलाकों से खाली मकानों पर हजारों-लाखों के बिल, मीटर बदलने के बाद गलत रीडिंग और औसत बिलिंग के नाम पर मनमानी राशि वसूली जैसी शिकायतें सामने आ चुकी हैं। इन मामलों ने बिजली निगम की बिलिंग व्यवस्था और निगरानी तंत्र पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
उपभोक्ताओं में बढ़ती चिंता
लगातार सामने आ रही ऐसी घटनाओं से आम उपभोक्ताओं में डर और असमंजस का माहौल है। लोगों का कहना है कि अगर खाली मकान पर भी लाखों का बिल आ सकता है। तो कोई भी सुरक्षित नहीं है। यह मामला एक बार फिर बिजली बिलिंग व्यवस्था की खामियों को उजागर करता है।
बिजली वितरण निगम के कादीपुर सबडिवीजन के एसडीओ जगदीप रोहिल्ला का कहना है कि बिल में गड़बड़ी कोई बड़ी बात नहीं है। उपभोक्ता की रीडिंग चेक कर बिल ठीक करा दिया जाएगा।

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