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    एक्शन मोड में ED, वाटिका लिमिटेड पर कसा शिकंजा, गुरुग्राम में 108 करोड़ की संपत्ति की अटैच

    Updated: Fri, 21 Nov 2025 04:36 PM (IST)

    प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) गुरुग्राम ने वाटिका लिमिटेड की 108 करोड़ की संपत्ति अटैच की है। यह कार्रवाई धन शोधन रोकथाम अधिनियम के तहत की गई है। कंपनी पर निवेशकों से धोखाधड़ी और परियोजनाओं को पूरा न करने का आरोप है। कंपनी ने निवेशकों को रिटर्न का वादा किया था, जो पूरा नहीं हुआ। ईडी ने पहले भी कंपनी की संपत्ति अटैच की थी।

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    जागरण संवाददाता , नया गुरुग्राम। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) गुरुग्राम जोनल ऑफिस ने धन शोधन रोकथाम अधिनियम 2002 के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए 1.35 एकड़ के एक कमर्शियल प्लाॅट को अस्थायी रूप से अटैच किया है। इस प्लाॅट की अनुमानित कीमत करीब 108 करोड़ रुपये बताई गई है। यह कार्रवाई बिल्डर इन्वेस्टर मामले में की गई है, जो वाटिका लिमिटेड से जुड़ा हुआ है।

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    ईडी की जांच कई एफआईआर पर आधारित है, जो वर्ष 2021 में दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) में दर्ज हुई थीं। इन शिकायतों में वाटिका लिमिटेड और इसके प्रमोटर अनिल भल्ला व गौतम भल्ला पर धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और निवेशकों को गुमराह कर पैसा लेने के आरोप लगाए गए थे।

    जांच में सामने आया कि कंपनी ने निवेशकों को भविष्य की परियोजनाओं में निवेश के बदले आश्वित रिटर्न और प्रोजेक्ट पूरा होने पर लीज-रेंट रिटर्न देने का वादा किया था लेकिन बीच में कंपनी ने रिटर्न देना बंद कर दिया और न ही खरीदारों को उनकी यूनिटें सौंपीं। साथ ही कंपनी ने लाइसेंसों के नवीनीकरण और समय पर काम पूरा करने जैसी आवश्यक औपचारिकताओं का भी पालन नहीं किया।

    अब तक की जांच में पता चला है कि 659 निवेशकों ने लगभग 248 करोड़ रुपये चार परियोजनाओं में लगाए थे, जिनमें वाटिका इनक्स्ट सिटी सेंटर टावर डी, ई और एफ गुरुग्राम, वाटिका माइंडस्केप्स टावर-सी फरीदाबाद, वाटिका टावर्स टावर-सी गुरुग्राम, वाटिका हाई स्ट्रीट (वी लानते) गुरुग्राम शामिल हैं।

    इनमें से कई प्रोजेक्ट आज तक पूरे नहीं हुए और न ही किसी निवेशक को कन्वेयंस डीड दी गई। इस मामले में ईडी पहले ही 68.59 करोड़ रुपये की संपत्तियां अटैच कर चुकी हैं, जिसे अदालत द्वारा पुष्टि भी मिल चुकी है।

    अब कुल अटैचमेंट की राशि बढ़कर 176 करोड़ रुपये हो गई है। ईडी ने वाटिका लिमिटेड, इसके प्रमोटरों और समूह की अन्य कंपनियों के विरुद्ध विशेष पीएमएलए अदालत गुरुग्राम में अभियोजन शिकायत भी दायर कर दी है। मामले में अभी जांच जारी है।

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