विवादों में आई फरहान अख्तर की फिल्म '120 बहादुर', दिल्ली हाई कोर्ट में रिलीज रोकने के लिए याचिका दायर
फिल्म '120 बहादुर' की रिलीज को लेकर विवाद हो गया है। दिल्ली हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है, जिसमें फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की गई है। याचिका में फिल्म के कंटेंट पर आपत्ति जताई गई है।

जागरण संवाददाता, बादशाहपुर। फिल्म 120 बहादुर को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। मार्टियर्स फैमिली वेलफेयर फाउंडेशन ने इसकी रिलीज रोकने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की है।
फाउंडेशन के संयोजक वेटरन डाॅ. टीसी राव ने कहा कि यह सिर्फ एक फिल्म का मामला नहीं, बल्कि 1962 की ऐतिहासिक रेजांगला लड़ाई और उसमें बलिदान हुए 114 वीर अहीर सैनिकों की सम्मानजनक विरासत की रक्षा का प्रश्न है।
डाॅ. राव ने कहा कि पांच अगस्त को जारी टीजर में कई ऐतिहासिक तथ्य तोड़े-मरोड़े गए हैं। जिससे यदुवंशी-अहीर समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होंने बताया कि रेजांगला की लड़ाई में 120 में से 117 सैनिक अहीर थे।
जिन्हें भारतीय सेना ने वीरों में अति शूरवीर-वीर अहीर की उपाधि दी थी। इसके बावजूद फिल्म के टीजर में उनकी भूमिका को हाशिये पर दिखाया गया है।
समुदाय का आरोप है कि फिल्म में केवल पांच संवादों में ‘अहीर’ शब्द का उल्लेख है। जबकि असल इतिहास इसी बहादुर समुदाय की वीरता पर आधारित है।
याचिका में कहा गया है कि फिल्म का शीर्षक “120 बहादुर” भ्रामक है। यह न तो युद्ध की वास्तविक संरचना दर्शाता है, न ही परमवीर चक्र और आठ वीर चक्र विजेताओं को उचित सम्मान देता है। फिल्म में केवल एक पात्र को नायक दिखाने और अन्य वीरों को नजरअंदाज करने पर गंभीर आपत्ति जताई गई है।
सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता रणबीर यादव और अजीत यादव ने दायर याचिका में फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने, शीर्षक बदलकर “120 वीर अहीर” करने, तथ्यों को सही करने और रिलीज से पहले समुदाय व विशेषज्ञों के लिए विशेष स्क्रीनिंग की मांग की है।

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