Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'मम्मी-पापा को नींद से जगा तो दिया लेकिन...', AC ब्लास्ट में पूरे परिवार को खोने वाले आर्यन को है ये मलाल

    Updated: Wed, 10 Sep 2025 12:18 PM (IST)

    फरीदाबाद की ग्रीन फील्ड कॉलोनी में आग लगने से एक परिवार तबाह हो गया। आर्यन नामक एक युवक ने अपने माता-पिता और बहन को खो दिया। आग पड़ोसी के एसी में लगी थी। आर्यन ने बताया कि उसने अपने परिवार को बचाने की कोशिश की पर धुएं के कारण सब कुछ मुश्किल हो गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

    Hero Image
    ग्रीन फील्ड हादसा : आर्यन को मलाल, मम्मी पापा को नींद से जगा तो दिया, लेकिन बचा नहीं पाया

    जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। ग्रीन फील्ड काॅलोनी में पड़ोसी के एसी में आग लगने पर धुएं से दम घुटने से अपने माता-पिता व बहन को हमेशा के लिए गंवा देने वाले आर्यन को अब भी यह यकीन नहीं हो रहा है कि वह अकेला ही रह गया है। उसे इस बात का बेहद मलाल है और स्वयं को कोस रह हा कि वह माता-पिता व प्यारी बहन को नहीं बचा पाया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'घटना के समय जाग रहा था मैं'

    एशियन अस्पताल में उपचाराधीन आर्यन ने पुलिस को दर्ज कराए अपने बयान में कहा कि जब आग लगी तो उसके मम्मी-पापा व बहन सो रहे थे। रविवार रात को साढ़े तीन बजे जब आग लगी तब वह जाग रहा था।

    आर्यन अपने पापा के साथ ही स्टाक मार्केट के काम में हाथ बंटाता था और काम से ही जग रहा था। इसी दौरान उन्होंने बिल्डिंग की पहली मंजिल पर आग जलते हुए देखी।

    यह भी पढ़ें- Faridabad AC Blast: फरिश्ते बनकर आए वर्दी वाले, जान पर खेल ऐसे बचाई 7 लोगों की जान

    खतरे को भांपते हुए उन्होंने अपने पिता सचिन और मां रिंकू को जगाया। करीब 10 मिनट बाद वह अपने परिवार के साथ पहली मंजिल की तरफ भागे ताकि सीढ़ियों से नीचे उतरा जा सके लेकिन जैसे ही वह पहली मंजिल पर पहुंचे तो वहां आग की लपटें निकल रही थी।

    इसके बाद वह वापस छत की तरफ भागे। इस दौरान पूरी बिल्डिंग में धुंआ फैल चुका था। धुंआ शरीर के भीतर नहीं जा सके। इसके लिए सभी ने मुंह पर कपड़ा भी बांधा था। जब वह छत की तरफ गए तो वहां पर ताला बंद मिला।

    यह भी पढ़ें- Faridabad AC Blast: छत का दरवाजा खुला होता तो बच जाती 3 लोगों की जान, परिवार खत्म हो गया तब पता चला हादसा

    परिवार को हमेशा के लिए खो दिया

    उनके पीछे सचिन, मां रिंकू थी और उनकी गोद में बहन सुजैन थी। तीनों बदहवास होकर सीढ़ियों पर गिर गए थे। उनको भी सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी। वह भी अचेत अवस्था में पहुंच गए। आर्यन को छत के रास्ते उनके पड़ोसी ने बाहर निकाला था। सचिन, उनकी पत्नी रिंकू और सुजैन को भी बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया, पर डाक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया।

    आर्यन के पैर का ऑपरेशन किया गया है। उसको दो दिन बाद अस्पताल में डिस्चार्ज किया जाएगा। आर्यन ने कहा कि वह घटना को लेकर किसी का दोष नहीं मानते हैं। यह एक हादसा था। जिसमें उसने अपने परिवार को हमेशा के लिए खो दिया।

    यह भी पढ़ें- Faridabad News: मंदिर से बाहर आ रही युवती को जबरन कार मैं बैठाया, होटल ले जाकर किया दुष्कर्म

    रितु मलिक के फोन काॅल को लेकर सवाल

    आर्यन के बयान के बाद रितु मलिक के फोन काॅल को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। सचिन ने अपने बयान में घटना के दौरान किसी फोन काल का जिक्र नहीं किया जबकि पहली मंजिल पर रहने वाली रितु ने पुलिस को बताया था कि आग लगते ही उन्होंने सचिन को फोन करके बाहर निकलने के लिए कहा था।

    ग्रीन फील्ड चौकी इंचार्ज कृपा राम ने बताया कि आर्यन के बयान दर्ज किए गए हैं। रितु ने फोन काॅल को लेकर उनको भी सचिन को जगाने की बात कही थी। हालांकि आर्यन की ओर से किसी के खिलाफ कोई शिकायत नहीं दी गई है।

    यह भी पढ़ें- फरीदाबाद के ग्रीन फील्ड कॉलोनी में लगी आग, शॉर्ट सर्किट से तीन की मौत