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    Poisonous Liquor: जेल में रची गई जहरीली शराब कांड की दास्तां, हरियाणा पुलिस ने खोले कई राज; आखिर किसने रची मौत की साजिश?

    By Jagran NewsEdited By: Deepak Saxena
    Updated: Thu, 23 Nov 2023 07:56 PM (IST)

    हरियाणा में जहरीली शराब (Poisonous Liquor Scandal in Haryana) के कहर ने कई परिवार के घरों में मातम की लहर ला दी। अंबाला और यमुनानगर में जहरीली शराब के कारण 20 लोगों की मौत हो गई। मौत ने दोनों जिलों में इस कदर तांडव मचाया कि लोगों के घरों में चीख पुकार मच गई। हालांकि इस मामले में पुलिस जांच के बाद कई बड़े खुलासे किए है।

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    हरियाणा में जहरीली शराब कांड के खुले परत दर परत कई राज।

    डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। यमुनानगर और अंबाला में जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला इस कदर शुरू हुआ कि चारों ओर मातम दिखाई देना शुरू हो गया। उस समय मुख्यमंत्री मनोहर लाल यमुनानगर जिले के दौरे पर ही थे। इस केस को लेकर अंबाला और यमुनानगर की पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। इस मामले में पुलिस उस वक्त औैर एक्टिव हो गई जब इस कांड के पीछे जेल में बंद गैंगस्टर मोनू राणा का नाम जुड़ गया, जिसे इस कांड का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है।

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    अंबाला से गिरफ्तार अंकित उर्फ मोगली ने पुलिस रिमांड में गैंगस्टर मोनू राणा का नाम लिया। मोगली ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने गैंगस्टर मोनू राणा के ही कहने पर अंबाला के धनौरा स्थित फैक्ट्री से जहरीली शराब सप्लाई हुई थी। वह जेल में बंद गैंगस्टर मोनू राणा व अंबाला में गिरफ्तार अंकित उर्फ मोगली चला रहे थे। इसमें शराब का उत्पादन किया जा रहा था, जहां कि शराब पीने के बाद ही लोग काल के गाल में समां गए।

    गैंगस्टर मोनू राणा का नाम सामने आने के बाद पुलिस और हरकत में आ गई। इसके बाद जांच कर रही एसआईटी ने भी केस को लेकर कई बड़े खुलासे किए, जिसमें बताया गया कि शराब ठेकेदारों से गैंगस्टर मोनू राणा जेल से बात करता था। इसके बाद इस मामले में भी सवाल खड़े हुए कि आखिर जेल में कैसे मोनू राणा ने मोबाइल से बात की। पुलिस जांच में सामने आया कि शराब ठेकेदारों को फैक्ट्री से मिल रही नकली शराब की पेटी 545 रुपये में मिल रही थी। जिसे वह आगे खुर्दे वालों को 1100 से 1200 रुपये में बेचते थे।

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    पुलिस चला रही अवैध शराब के खिलाफ अभियान

    पुलिस विभाग ने अवैध शराब के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत रोजाना अवैध शराब की बिक्री करने वाले खुर्दो की धरपकड़ करते हुए सख्त से सख्त कार्रवाई की। इस अभियान के तहत 11 नवंबर से लेकर 20 नवंबर तक 444 एफआईआर दर्ज करते हुए 436 लोगों की गिरफ्तारी की गई है।

    हरियाणा सीएम ने तोड़ी शराब कांड पर चुप्पी

    हरियाणा सीएम मनोहर लाल ने कार्रवाई पर रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि अब तक दोषियों के लाइसेंस रद्द करके उन पर ढाई करोड़ रुपये का जुर्माना किया गया है। इसकी रिकवरी लैंड रेवेन्यू के आधार पर की जाएगी। सीएम ने बताया कि यमुनानगर में तीन केस दर्ज करके 19 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि अंबाला में तीन केस दर्ज करके 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस केस में अब तक 25 आरोपियों को पकड़ा जा चुका है।

    सीएम ने बताया कि इस कांड में चार लाइसेंसधारी शामिल हैं, जिनमें मांगे राम, अमरनाथ, गौरव कंबोज, सुशील कुमार शामिल हैं। इन चारों को डिफाल्टर घोषित करके शराब ठेकों के 12 की अलाटमेंट रद्द कर दी गई है। इसके अलावा 41 सब वेंडर के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं। लोगों को भी यह अपील की जा रही है कि वह गैर कानूनी सब वेंडरों से शराब न खरीदें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने ठोस कदम उठाकर यह प्रयास किया है कि भविष्य में ऐसी कोई भी गलती दोबारा न हो सके।

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