अंबाला में अभी नहीं टला बाढ़ का खतरा, नदियों में बढ़ सकता है जलस्तर; जिला प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
अंबाला में खतरा टला नहीं है और संकट अभी भी बरकरार है। पर्वतीय क्षेत्रों में हुई बारिश से जिला अंबाला से गुजरने वाली नदियों में ओर पानी आने की सम्भावना ...और पढ़ें
जागरण संवाददाता, अंबाला। हरियाणा के अंबाला में बाढ़ ने विकराल रूप धारण कर लिया था। हालांकि, ऐसी उम्मीद जताई जा रही थी कि अब ऐसी स्थिति नहीं आएगी। लेकिन अभी भी अंबाला में खतरा टला नहीं है और संकट अभी भी बरकरार है। पर्वतीय क्षेत्रों में हुई बारिश से जिला अंबाला से गुजरने वाली नदियों में ओर पानी आने की सम्भावना है।
लोगों को सतर्क रहने की अपील की
सिंचाई विभाग से मिली जानकारी अनुसार घग्गर, मारकण्डा आदि नदियों में ओर पानी आ सकता है। लोग सतर्क रहें और पैनिक न हो। सरकार व प्रशासन सारे हालात पर नजर बनाए हुए है और उचित कदम उठाए गए है। प्रशासन युद्ध स्तर पर राहत कार्यों में जुटा हुआ है। आर्मी, एयरफोर्स, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की मदद से राहत और बचाव कार्य जारी है।
इन नदियों के कारण बढ़ता है अंबाला में खतरा
अंबाला को मारकंडा नदी, घग्गर नदी और टांगरी के अलावा एसवाईएल और नरवाना ब्रांच नहर सीधे तौर पर प्रभावित करती है। बुधवार को इन सभी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे था लेकिन आज एक बार फिर अलर्ट जारी करने से लोगों की दिक्कतें बढ़ सकती हैं। वहीं, दूसरी ओर अंबाला शहर के विभिन्न वार्डों में 3 दिनों से बिजली आपूर्ति ठप है।
प्रशासन के खिलाफ लोगों ने की नारेबाजी
बिजली आपूर्ति ठप से परेशान लोगों ने वीरवार को घास मंडी स्थित बिजली निगम कार्यालय पहुंचकर जड़ा ताला कर्मियों को बाहर निकाला। धरने पर बैठे लोगों ने प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी भी की। उन्होंने कहा पीने के पानी के लिए टैंकर तक की व्यवस्था नहीं का सके। मृत पशुओं के कारण वार्ड में बदबू का आलम है। डिप्टी मेयर राजेश मेहता व वार्ड नंबर 2 और 1 के पार्षद भी धरने पर बैठे है।

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