Haryana Flood: हरियाणा में नदियों को जलस्तर घटा, टांगरी और घग्गर के बाद मारकंडा भी हुई शांत; ये है ताजा अपडेट
Haryana Rivers Water Level हरियाणा में कल शाम से बारिश रुकी हुई है। बारिश न होने के चलते अब नदियों का जलस्तर भी घट रहा है। टांगरी और घग्गर नदी के बाद अब मारकंडा नदी भी शांत हो गई है। इन नदियों में बढ़े जलस्तर की वजह से कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। हरियाणा का अंबाला जिला सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है।

अंबाला, जागरण संवाददाता। जिले को प्रभावित करने वाली सभी नदियों का जलस्तर लगातार दूसरे भी घटता रहा। इसलिए जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली और बचाव कार्य में तेजी आ सकी। अंबाला के मुलाना में मारकंडा का जलस्तर 23 हजार क्यूसेक रह गया है, जोकि 51 हजार तक पहुंच गया था।
इसी तरह, जनसूई में टांगरी का जलस्तर करीब 22 हजार क्यूसेक और टांगरी महेश नगर में 07 हजार क्यूसेक रह गया। 13,000 क्यूसेक पानी आने पर टांगरी खतरे के निशान पर पहुंच जाती है।
टांगरी का जलस्तर पहुंचने पर पानी ओवरफ्लो होकर कालोनियों में चला गया था। घग्गर का जलस्तर 20 हजार पहुंच गया था। घग्गर का खतरे का निशान 17,600 क्यूसिक पर है। राहत की बात यह है कि इस समय यह 15,500 क्यूसेक रह गया है। अंबाला में अभी तक करीब आठ जगह से तटबंध टूट चुके हैं जिन्हें सेना, एनडीआरएफ और नहरी विभाग ने दुरुस्त कर दिया है।
सड़क यातायात फिर से शुरू, हिसार हाईवे अभी भी बंद
अंबाला से यमुनानगर और दिल्ली रूट के बाद बुधवार को चंडीगढ़, पटियाला व अन्य रूट भी रोडवेज ने शुरू कर दिए। लेकिन अंबाला-हिसार हाईवे शुरू नहीं हो सका था क्योंकि नग्गल एरिया अभी भी पूरी तरह से पानी से डूबा हुआ है।
बस सेवा शुरू होने से लोगों ने राहत भरी सांस ली। स्थिति का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मंगलवार रात 10 बजे अंबाला छावनी बस अड्डे पर एक हजार से ज्यादा यात्री फंसे हुए थे। इनमें अंबाला से सहारनपुर, मेरठ के अलावा लुधियाना व अन्य स्थानों पर जाने वाले यात्री थे।
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