रिपोर्ट छिपाकर दिलाई आरोपियों को जमानत, विज ने डीएसपी को किया तलब
खेत में एक व्यक्ति पर कुछ लोगों ने जमीन विवाद को लेकर हमला किया था। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने पीड़ित की मेडिकल रिपोर्ट केस के साथ नहीं लगाई। जिससे आरोपियों को जमानत मिल गई।
जेएनएन, अंबाला। भूमि विवाद में गांव रायवाली में हुई मारपीट के मामले ने तूल पकड़ लिया है। पुलिस ने इस मामले में मेडिकल रिपोर्ट को छुपाकर पांचों आरोपियों को जमानत दिला दी। शिकायतकर्ता हरजिंद्र सिंह पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट होकर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के पास पहुंच गया और उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी।
विज को दी शिकायत में हरजिंद्र सिंह ने बताया कि 20 जून को गांव में ही रहने वाले पांच लोगों ने उस समय उस पर हमला कर दिया जब वह खेतों में पानी लगाने जा रहा था। तीन कनाल 11 मरले भूमि का विवाद काफी पुराना चल रहा है। 20 जून को पांच आरोपियों ने खेतों में उसके साथ मारपीट करते हुए जानलेवा हमला किया। पुलिस ने इस मामले में पांच को नामजद किया। मारपीट में उसका दांत भी टूट गया था। इसकी मेडिकल रिपोर्ट में पुष्टि की हुई है लेकिन पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में इस मेडिकल रिपोर्ट को नहीं लगाया। इसीलिए अदालत से आरोपियों को जमानत मिल गई।
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स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने पहले छावनी डीएसपी सुरेश कौशिक से बातचीत की। कौशिक ने बताया कि मामला शहर डीएसपी के अधीन आता है। उन्होंने शहर डीएसपी राजेश को फोन कर पूरे मामले की जानकारी ली। साथ ही आदेश दिए कि वह खुद इस मामले की जांच करें कि जांच अधिकारी ने क्यों दांत टूटने की मेडिकल रिपोर्ट को एफआईआर के साथ नहीं लगाया। विज ने कहा कि यदि वह रिपोर्ट लगा दी जाती तो आरोपियों को जमानत नहीं मिलती।
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