लोकसभा चुनाव से पहले केजरीवाल की कम नहीं हो रही मुश्किलें, AAP के 40 से ज्यादा नेताओं ने दिया इस्तीफा
आम आदमी पार्टी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। दिल्ली पंजाब के बाद पार्टी ने गुजरात के विधानसभा चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन कर पांच सीटों पर कब्जा किया था लेकिन अब पार्टी मजबूत होने की जगह पर कमजोर होती जा रही है। आप विधायक भूपत भयानी के इस्तीफा देने के बाद अब तकरीबन 40 पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने पार्टी को अलविदा कह दिया।
डिजिटल डेस्क, अहमदाबाद। आम आदमी पार्टी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। दिल्ली, पंजाब के बाद पार्टी ने गुजरात के विधानसभा चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन कर पांच सीटों पर कब्जा किया था, लेकिन अब पार्टी मजबूत होने की जगह पर कमजोर होती जा रही है। विसावदर सीट से आम आदमी पार्टी विधायक भूपत भयानी के इस्तीफा देने के बाद अब तकरीबन 40 पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने पार्टी को अलविदा कह दिया।
क्या कुछ बोले पार्टी जिला अध्यक्ष?
इस संबंध में आम आदमी पार्टी भरूच के जिला अध्यक्ष पीयूष पटेल का बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने इस्तीफा देने वाले कार्यकर्ताओं पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा,
इस्तीफा देने वाले कार्यकर्ता विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी में सक्रिय नहीं थे, इसलिए उन्हें नए संगठन में जगह नहीं दी गई। साथ ही उन्होंने पार्टी के लेटरपैड का दुरुपयोग किया है।
भरूच विधानसभा के 43 पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने सामूहिक रूप से पार्टी प्रदेशाध्यक्ष इशुदान गढ़वी को अपना इस्तीफा सौंप दिया। यह भरूच जिले में पार्टी के लिए बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है।
'राष्ट्रवादी पार्टी नहीं है AAP'
हाल ही में भूपत भयानी ने विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद आम आदमी पार्टी पर जमकर निशाना था। उन्होंने कहा था कि आम आदमी पार्टी कोई राष्ट्रवादी पार्टी नहीं है। मैं लोगों के हित में काम करना चाहता था। मैं एक राष्ट्रवादी आदमी हूं और पहले भाजपा में था।