गुजरात में 9 महीने का बच्चा मिला HMPV से संक्रमित, सर्दी-खांसी और सांस लेने में तकलीफ
गुजरात के अहमदाबाद में 9 महीने के बच्चे मानव मेटान्यूमोवायरस (HMPV) से संक्रमित मिली है। एक सप्ताह में यह एचएमपीवी का चौथा मामला है। अहमदाबाद नगर निगम के मुताबिक सर्दी खांसी और सांस लेने में तकलीफ के बाद बच्चे को 6 जनवरी को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हाल ही में बच्चे ने कहीं की यात्रा भी नहीं की थी।

पीटीआई, अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद में 9 महीने के बच्चे मानव मेटान्यूमोवायरस (HMPV) से संक्रमित मिली है। एक सप्ताह में यह एचएमपीवी का चौथा मामला है। अहमदाबाद नगर निगम के मुताबिक सर्दी, खांसी और सांस लेने में तकलीफ के बाद बच्चे को 6 जनवरी को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हाल ही में बच्चे ने कहीं की यात्रा भी नहीं की थी।
6 जनवरी को गुजरात में एचएमपीवी संक्रमण का पहला मामला सामने आया था। राजस्थान का दो महीने का बच्चा वायरल से पीड़ित था। उसमें बुखार, नाक बंद होना, नाक बहना और खांसी जैसे लक्षण थे।
हालांकि इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। इसके बाद दो दिन पहले अहमदाबाद में 80 वर्षीय एक बुजुर्ग भी इससे पीड़ित मिला। अस्थमा से पीड़ित इस शख्स का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
साबरकांठा में सामने आया तीसरा मामला
तीसरा मामला शुक्रवार को साबरकांठा जिले में सामने आया। यहां आठ वर्षीय लड़का इससे पीड़ित मिला। छह जनवरी से अब तक गुजरात में एचएमपीवी संक्रमण के कुल चार मामले सामने आ चुके हैं।
नया नहीं है एचएमपीवी वायरल
एचएमपीवी कोई नया वायरस नहीं है। 2001 में पहली बार इसका पता चला था। कई मामलों में यह घातक हो सकता है। मगर यह अपने आप भी ठीक हो जाता है। खांसने-छींकने और संक्रमित जगहों को छूने व संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आने से यह वायरस फैलता है। डॉक्टरों के मुताबिक खांसते और छींकते समय मुंह और नाक को ढकना चाहिए। किसी भी फर्श या सामान को छूने के बाद तुरंत हाथ धोएं। खांसी-जुकाम से पीड़ित व्यक्ति से उचित दूरी रखें।
असम में भी केस आया सामने
देश के अन्य राज्यों में भी एचएमपीवी वायरस के मामले सामने आ रहे हैं। असम में भी 10 महीने का बच्चा इससे पीड़ित मिला है। अधिकारियों के मुताबिक उसका डिब्रूगढ़ के असम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (एएमसीएच) में इलाज चल रहा है। एएमसीएच के अधीक्षक डॉ. ध्रुबज्योति भुइयां ने जानकारी दी कि अब बच्चे की हालत स्थिर है। बच्चे को चार दिन पहले सर्दी-जुकाम के लक्षणों के बाद सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
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