Adolescence वेब सीरीज में क्या है खास? यूके PM, बॉलीवुड सेलेब्स भी हैं हैरान; क्यों हो रही इसकी चर्चा
ओटीटी पर एडोलसेंस इस वक्त सुर्खियों में है। शो की चर्चा हर तरफ हो रही है। सीरज की कहानी से लेकर सिनेमैटोग्राफी तक इसके परफेक्शन ने हर किसी को हैरान कर दिया है। अगर आप उनमें हैं जिन्होंने अभी तक ये शो नहीं देखा है। तो आइए आपको इसके जरुरी हिस्सों के बारे में बताएं। शो की कहानी ऐसी है कि आपके जहन में हमेशा के लिए बस जाएगी।

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। "मैं बस 13 साल का हूं", क्या आता है आपके दिमाग में जब हम एक ऐसे बच्चे के बारे में सोचते हैं जिसने अभी अभी इस दुनिया को समझना जानना शुरू किया है? 'Adolescence' शब्द का मतलब आप समझते हैं- किशोरावस्थाय। 12 से 17 साल का वो समय जब किसी बच्चे में अच्छा या बुरा में फर्क करने की समझ तैयार हो रही होती है। बतौर माता-पिता आपको कैसा लगेगा कि एक 13 साल की उम्र का बच्चा अपनी ही क्लासमेट की हत्या में गिरफ्तार किया जाए। ओटीटी पर आई वेब सीरीज 'एडोलसेंस' ऐसी ही एक कहानी दर्शकों तक लेकर आई है।
ये सीरीज शायद आपको उन शोज से अलग लगे जो इन दिनों ओटीटी पर ट्रेंड कर रहे हैं। मगर सीरीज ऐसे कई सारे सवाल बतौर दर्शक आपसे करती है कि क्या आप अपने बच्चों, भाई-बहनों और सोशल मीडिया पर बदलती भाषा को समझ रहे हैं? क्या बच्चों को सेल फोन देकर कोई गलती तो नहीं कर रहे हैं। नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रहे इस शो को 12 साल की उम्र के बच्चों के साथ हर उम्र के व्यक्ति को जरूर देखनी चाहिए। ऐसा क्यों आइए बताते हैं...
क्या है 'Adolescence' की कहानी?
सबसे पहले तो ये जान लीजिए कि किसी भी शो को तैयार करने के लिए उसकी टीम को कई महीनों और सालों की मेहनत से होकर गुजरना पड़ता है। शो का नाम काफी आसान रखा गया है। आप में से जो लोग सिनेमा को करीब से जानते समझते हैं, उन्होंने नोटिस किया होगा कि कुछ समय पहले बॉलीवुड डायरेक्टर अनुराग कश्यप ने इसी सीरीज को लेकर अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। 'Adolescence' की कहानी को कोई प्यार मोहब्बत की कहानी नहीं है। ये एक हत्या, किशोरावस्था में बड़े हो रहे लड़के के अंदर पनपती जहरीली मर्दानगी और मां-बाप से बढ़ती दूरियों की कहानी है। एक ऐसे आम परिवार की कहानी है जिनकी जिंदगी एक घटना के बाद हमेशा के लिए नर्क हो जाती है।
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शो की कहानी 13 साल के बच्चे जेमी मिलर की (Owen Cooper) है जिसे पुलिस ने अपनी ही क्लासमेट के खून के अपराध में गिरफ्तार किया है। बिना किसी तामझाम के ये शो अपनी मूल कहानी से शुरू होता है। पुलिस जेमी के घर में घुसती है उसे गिरफ्तार करती है। उसका परिवार हैरान, ये सब समझने की कोशिश कर रहा है। अगले ही सीन में जेमी एक जेल के अंदर बंद है। अब 13 साल के बच्चे ने ये जुर्म किया है या ये पुलिस की तरफ से हुई कोई गलती है? यही है पूरे शो की कहानी।
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बच्चों में पनप रही नफरत का दोषी कौन?
सीरीज में टॉक्सिक मैस्क्युलिनिटी कल्चर की ओर इशारा किया जाता है। शो के जरिए आपको ये समझ आएगा कि साइबर बुलिंग और सोशल मीडिया के बदलते स्वरूप और मिसोजिनी भारी विचारधारा किस तरह यंग लड़कों के दिमाग में घर बना रही है। गौर करने वाली बात ये है कि टॉक्सिक मैस्क्युलिनिटी से केवल किसी एक देश की जनरेशन नहीं बल्कि पूरी दुनियाभर की जनरेशन प्रभावित हो रही है जिसमें यूएस और यूके के साथ-साथ भारत के यंग लड़के भी शामिल हैं।
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यह शो सीधे तौर पर एक ऐसे आदमी की ओर इशारा करता है जो समाज में खुद को 'अल्फा मेल' की तरह दिखाना चाहता है। दूसरे एपिसोड में, जांचकर्ताओं को पता चलता है कि जेमी एंड्रयू टेट (Andrew Tate) के थॉट्स से प्रभावित हो सकता है, जो खुद एक मिसोजिनिस्ट की तरह पेश करता है जिसके लाखों सोशल मीडिया फॉलोअर्स हैं। टेट की विचारधारा की बात करें तो उसका मानना है कि लड़कों को 'मर्द' बनना सीखना चाहिए जिसका मतलब है एक ऐसा मेल जो अल्फा है।
क्या होती है टॉक्सिक मैस्क्युलिनिटी?
आप में से कई लोग शायद नहीं जानते होंगे कि टॉक्सिक मैस्क्युलिनिटी क्या होती है। तो चलिए आसान भाषा में आपको समझाते हैं कि टॉक्सिक मैस्क्युलिनिटी क्या होता है और इससे समाज पर क्या प्रभाव पड़ता है। समाज में आम तौर पर लड़कियों से फैमिनन और लड़कों से मर्दाना होने की उम्मीद की जाती है। मर्दाना भावनाओं से मतलब है कठोर, आक्रामक, जोखिम लेने, महिलाओं के लिए कोई फीलिंग नहीं दिखाने वाले, पैसे और ताकत का पीछा करने जैसे व्यवहारों को शामिल करती हैं।
लड़के जब बड़े हो रहे होते हैं तो उन्हें एक 'टफ ब्यॉय' और 'बी ए मैन' और ल'ड़के रोते नहीं' जैसी बातें सुनाकर तैयार किया जाता है। ऐसी बातें उनके मन में भरने वाले कई बार उनके माता-पिता, मीडिया और ज्यादातर समाज ही होता है। नतीजन लड़के सीरीज में दिखाए क्राइम के साक्षी बन जाते हैं। टॉक्सिक मैस्क्युलिनिटी से जुड़े कंटेंट सोशल मीडिया पर पिछले कुछ समय में काफी बढ़ गए हैं। परेशान करने वाली बात है कि बच्चे ऐसा कंटेंट कंज्यूम कर रहे हैं और इसे नॉर्मलाइज कर रहे हैं जिस पर रोक टोक करने वाला कोई नहीं है।
बॉलीवुड सेलेब्स भी हुए कायल
इस सीरीज की खास बात ये है कि इसके हर एपिसोड को एक ही शॉट में शूट किया गया है। मतलब कैमरा शुरू होता है और बिना कट के ही पूरा एपिसोड पूरा किया जाता है। यही वजह है कि इसकी चर्चा दुनियाभर में हो रही है। खुद अनुराग ने इसकी तारीफों के पुल बांधे थे और इसे 5 स्टार दिए थे। वहीं आलिया भट्ट ने शो का पोस्टर शेयर करते हुए लिखा था कि यह शो वाकई में परफेक्शन है। लेखन से लेकर मंचन और बेहतरीन सिनेमैटोग्राफी तक।
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