The Roshan's Review: राकेश को क्यों मारी थी गोली, नागरथ कैसे बने 'रोशन', खुले सीरीज में क्या-क्या राज? रिव्यू
ऋतिक रोशन और राकेश रोशन के प्रोफेशनल करियर के बारे में तो बहुत कुछ लोग जानते हैं लेकिन उनके परिवार में कौन-कौन है। सबसे पहले रोशन कौन थे जिन्होंने इंडस्ट्री में अपने कदम जमाए थे।क्यों कहो ना प्यार है की सफलता के बाद राकेश रोशन पर चली थी गोली। क्या इन सभी सवालों के जवाब आपको नेटफ्लिक्स पर रिलीज रोशन पर मिलेंगे यहां पढ़ें पूरा रिव्यू
स्मिता श्रीवास्तव, मुंबई। 25 साल पहले अभिनेता ऋतिक रोशन ने फिल्म कहो न प्यार से अभिनय में कदम रखा था। फिल्म की सफलता ने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया था। इस फिल्म के निर्देशक ऋतिक के पापा राकेश रोशन थे। राकेश ने भी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पारी अभिनय से आरंभ की थी, लेकिन उनकी प्रतिभा को वो सम्मान नहीं मिला। उन्होनें निर्देशन में हाथ आजमाया और शोहरत हासिल की।
वहीं उनके भाई राजेश रोशन ने संगीत की राह पकड़ी। दोनों भाइयों के इंडस्ट्री में आने का आधार बने थे उनके पिता संगीतकार रोशन। वही रोशन जिन्होंने हिंदी सिनेमा को बड़े अरमानों से रखा है ...सारी सारी रात तेरी याद सताए, रहते थे कभी जिनके दिल में, रहने न रहे न महका करेंगे...मन रे तू काहे..., जो वादा किया वो निभाना पड़ेगा, तुम अगर मुझको न चाहो तो कोई बात नहीं, जिंदगी भर नहीं भूलेगी वो बरसात की रात जैसे कई यादगार गानों को संगीतबद्ध किया है।
पिछले करीब छह दशक में रोशन परिवार की तीन पीढ़ी के फिल्म इंडस्ट्री में अमूल्य योगदान और सफर पर नेटफिलक्स डाक्यूड्रामा सीरीज द रोशंस लाया है। चार एपिसोड की इस सीरीज की शुरुआत ‘रहे न रहे हम महका करें’ गाने की तरह संगीत की दुनिया में महक रहे राकेश के पिता और ऋतिक के दादा रोशन से होती है, जिनका वास्तविक नाम रोशन लाल नागरथ है।
रोशन की डॉक्यूमेंट्री सीरीज में क्या-क्या दिखाया?
शो की शुरुआत में ऋतिक टेपरिकॉर्डर में अपने दादाजी का हाल ही में खोजा गया गाना बजाते हैं। बाद में कहते हैं एक बहुत ही दिलचस्प कहानी है, कैसे हमारे परिवार का सरनेम नागरथ से रोशन हो गया। यह बात ट्रेलर में भी है लेकिन डाक्यूमेंट्री में कहीं भी नजर नहीं आई।
यह भी पढ़ें: ये मजाक नहीं! Kaho Naa Pyaar Hai की शूटिंग में अमीषा पटेल पर चली थी असली गोली, शेयर किया भयानक किस्सा
दूसरे एपिसोड में राजेश तीसरे में राकेश और चौथे में ऋतिक के जीवन सफर पर आधारित है। यह डाक्यमेंट्री रोशन परिवार के साथ काम कर चुके या उनके काम से प्रेरित हुई फिल्मी हस्तियों, गायकों, कलाकारों के साक्षात्कारों, अनदेखी पारिवारिक तस्वीरों और रोशन परिवार की सुपरहिट फिल्मों के प्रतिष्ठित दृश्यों और गीतों के जरिए उनके जीवन सफर को दर्शाती है, जिनमें से प्रत्येक एपिसोड का शीर्षक परिवार द्वारा रचित एक गीत पर आधारित है।
Photo Credit- Imdb
इन हस्तियों में आशा भोसले, सुमन कल्याण पुरी, लता मंगेशकर के आवाज में संस्मरण, सोनू निगम, आनंद जी, जावेद अख्तर, संजय लीला भंसाली, शाह रुख खान, प्रियंका चोपड़ा, माधुरी दीक्षित, अमीषा पटेल, अनिल कपूर, अभिषेक बच्चन, जोया अख्तर, हनी ईरानी, रणबीर कपूर प्रमुख हैं। शशि रंजन निर्देशित इस डाक्यूमेंट्री में राकेश और राजेश रोशन स्वीकारते है कि फिल्म निर्माताओं और निर्देशकों ने पहली बार उनके लिए अपने दरवाजे खोले क्योंकि वे महान रोशन के बेटे थे।
सीरीज रोशन परिवार की सिनेमाई विरासत को दिखाती है
हालांकि सीरीज कोई नया रहस्योद्घाटन नहीं करती है। इनमें रोशन परिवार से गहराई से जुड़े राकेश रोशन की पत्नी पिंकी रोशन, उनकी बेटी सुनैना रोशन, राजेश रोशन की पत्नी कंचन रोशन, उनकी बेटी पश्मीना रोशन, या ऋतिक के बेटे रिहान और ऋदान या तो परिवार के पुरुष सदस्यों की प्रशंसा करने तक ही अपना योगदान सीमित रखते हैं या केवल संक्षिप्त उपस्थिति दर्ज कराते हैं।
इसी तरह संजय लीला हो खालिद मुहम्मद वे ऋतिक के साथ बनाई अपनी फिल्मों के बारे में बात नहीं करते हैं। जबकि उस पहलू को शामिल किया जाना चाहिए था। यह सीरीज रोशन परिवार से अनभिज्ञ लोगों को उनकी सिनेमाई विरासत से परिचित कराने का काम करती है, लेकिन जो उनसे परिचित हैं उनके लिए यह अनजाना नहीं है। वह नई जानकारी चाहते हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।