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Lakadbaggha Movie Review: ट्रैक से भटक गई एनिमल लवर्स के लिए बनी 'लकड़बग्घा', फीकी है अंशुमन झा की ये फिल्म

Lakadbaggha Movie Review Hindi लकड़बग्घा के रूप में अंशुमन झा और विक्टर मुखर्जी ने शानदार कहानी को पर्दे पर दिखाने की जिम्मेदारी उठाई लेकिन अफसोस कि वो इसे पर्दे पर नहीं उतार सके। रिद्धि डोगरा ने भी फिल्म से बॉलीवुड में डेब्यू किया है।

By Ruchi VajpayeeEdited By: Ruchi VajpayeePublished: Fri, 13 Jan 2023 05:01 PM (IST)Updated: Fri, 13 Jan 2023 05:01 PM (IST)
Lakadbaggha Movie Review: ट्रैक से भटक गई एनिमल लवर्स के लिए बनी 'लकड़बग्घा', फीकी है अंशुमन झा की ये फिल्म
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नई दिल्ली, जेएनएन। Lakadbaggha Movie Review: भारत में स्ट्रे डॉग्स को लेकर पिछले कुछ समय में काफी खबरें सामने आईं हैं। कुछ इन्हें प्रोटेक्ट करने को आतुर है तो कुछ खबरें इनके खिलाफ बर्बरता की हैं। 'लकड़बग्घा' एक ऐसी ही कहानी है जो स्ट्रे डॉग्स पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाती है। फिल्म का कॉन्सेप्ट अच्छा है तो चलिए जानते हैं कि विक्टर मुखर्जी, एनिमल लवर्स को ये प्यारा तोहफा देने में कामयाब हो पाए या नहीं...

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कहानी

अर्जुन बख्शी (अंशुमन झा)  कोलकाता में रहते हैं वो पेशे से एक कोरियर ब्वॉय है और एनिमल लवर भी। खाली समय में अर्जुन मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग देते हैं और उनकी जिंदगी में तूफान उस वक्त आता है जब उनका प्यारा डॉग (शोंकी) गुम हो जाता है। अपने डॉग की खोज में अर्जुन की मुलाकात क्राइम ब्रांच ऑफिसर रिद्धि डोगरा से मिलते हैं और उनके बीच रोमांस शुरू हो जाता है। अर्जुन के सामने भारत की लुप्त हो चुकी हायना (लकड़बग्घा) की प्रजाति का एक सच सामने आता है। इसकी कड़ियां उसे अवैध पशु व्यापार तक लेकर जाती हैं। क्या अर्जुन को अपना पालतू डॉग मिलता है, फिल्म में लकड़बग्घे की क्या कहानी है? और रिद्धि के साथ उनकी लव स्टोरी कितनी आगे पहुंचती है ये जानने के लिए तो आपको सिनेमा का रुख करना पड़ेगा।

एक्टिंग

अभिनय की बात करें तो, 'एलएसडी' फेम अंशुमन झा ब्वॉय नेक्स्ट डोर की झलक तो देते हैं पर पूरी फिल्म में उनके चेहरे पर सिर्फ एक से ही भाव हैं। 'लकड़बग्घा' के लिए उन्होंने मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग भी ली है जिसका कुछ असर उनके फाइट सीक्वेंस पर देखने को मिला। फिल्म में रिद्धि के साथ उनकी लव स्टोरी भी ठूंसी हुई लगती है। रिद्धि की ये डेब्यू फिल्म है सो उन्होंने अपने रोल के साथ पूरा न्याय किया है। मिलिंद सोमन को कम स्क्रीन टाइम मिला लेकिन उन्होंने अपना काम बखूबी किया। परेश पाहुजा टिपिकल विलेन लगे जिसने बिल्कुल भी इम्प्रेस नहीं किया।

रिव्यू

एनिमल लवर्स के लिए फिल्म बनाने को सोचकर अंशुमन झा और विक्टर का फैसला तो सही था पर इस फिल्म को पर्दे पर वैसा ही उतार पाने में ये असफल रहे। फिल्म की रफ्तार धीमी है ये दर्शकों को बांधे नहीं रख पाती। कई जगह अनावश्यक डायलॉग्स और सीन हैं। इसे क्रिस्पी बनाए रखने के लिए एडिट टेबल पर काफी कुछ छांटा जा सकता था।  इसके अलावा, फिल्म लकड़बग्घा शीर्षक के इर्द-गिर्द नहीं घूमती है क्योंकि निर्माताओं ने अंत तक अर्जुन के पालतू कुत्तों पर अधिक जोर दिया। तो अगर आप इसे देखने का मन बना रहे हैं तो एक बार फिर सोच लीजिए...

Movie Review  लकड़बग्घा

कलाकार: अंशुमन झा , रिद्धि डोगरा , परेश पाहूजा और मिलिंद सोमन

लेखक:   आलोक शर्मा

निर्देशक: विक्टर मुखर्जी

निर्माता: अंशुमन झा

रेटिंग: ** 2/5

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