Guardians Of Galaxy Vol. 3 Review: 'रॉकेट' और 'गमोरा' की कहानी में सुखद अंत के साथ हुई जेम्स गुन की विदाई
Guardians Of Galaxy Vol. 3 Review गार्डियंस ऑफ गैलेक्सी का तीसरा वॉल्यूम मुख्य रूप से स्टार लॉर्ड और गमोरा की प्रेम कहानी के साथ रॉकेट की बैक स्टोरी साथ लेकर चलता है। निर्देशक जेम्स गुन की यह आखिरी गार्डियंस फिल्म है।
स्मिता श्रीवास्तव, मुंबई। मारवल सिनेमैटिक यूनिवर्स की 32वीं फिल्म है 'गार्डियंस ऑफ द गैलेक्सी वॉल्यूम 3'। लेखक निर्देशक जेम्स गुन की इस सुपरहीरो ट्रिलॉजी की पहली फिल्म गार्डियंस ऑफ द गैलेक्सी साल 2014 में रिलीज हुई थी।
जेम्स की यह फिल्म मारवल फिल्मों की सर्वश्रेष्ठ में से एक है। इसकी दूसरी किस्त 'गार्डियंस ऑफ द गैलेक्सी वॉल्यूम 2' वर्ष 2017 में प्रदर्शित हुई थी। अब इस सीरीज की तीसरी और अंतिम फिल्म 'गार्डियंस ऑफ द गैलेक्सी वॉल्यूम 3' पांच मई को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है।
क्या है गार्डियंस ऑफ गैलेक्सी वॉल्यूम 3 की कहानी?
गार्डियंस यानी अनूठे चेहरे वाले लोगों का समुदाय नोव्हेयर में बसा है, जो उनका हेडक्वार्टर है। गमोरा (जोई सल्डाना) को एवेंजर्स: इन्फिनिटी वॉर में मार दिया गया था। उसके जाने के बाद पीटर (क्रिस प्रैट) उर्फ स्टार लॉर्ड, अभी भी दुःखी है। वह इस तथ्य से अनजान है कि गमोरा अभी भी जीवित है और यादों में खोया रहता है।
फिल्म की शुरुआत में ही लकड़बग्घा रॉकेट (ब्रैडली कूपर की आवाज) एक घातक हमले का शिकार हो जाता है। उसे बचाने के लिए पूरी टीम एकजुट होती है। अनिच्छा से गमोरा को इसमें घसीटा जाता है, मगर वो सब कुछ भूल चुकी है। उसे अपने और पीटर के रिश्ते के बारे में कुछ भी याद नहीं है।
रॉकेट की जान बचाने के लिए 48 घंटे का समय है। फिल्म की कहानी दो ट्रैक पर चलती है। एक वर्तमान ट्रैक, जिसमें राकेट को बचाने के लिए पीटर और उसकी टीम लगी है। वे एक पासवर्ड की तलाश में हैं, जिससे राकेट की जान बचाई जा सके और उसका पीछा करने वाले आदमी को रोका जा सके।
दूसरी ओर फ्लैशबैक में राकेट की कहानी चल रही है, जिसमें शक्तिशाली और जुनूनी वैज्ञानिक हाई इवोल्यूशनरी (चकवुडी इवुजी) ने आनुवांशिक रूप से रॉकेट, अन्य जानवरों और यहां तक कि बच्चों को बदल दिया है। उनसे ऐसी तकनीक विकसित की है, जिससे किसी भी जीव में चंद पलों में लाखों वर्षों का बदलाव लाया जा सकता है। इस प्रजाति को वह अपने काल्पनिक ग्रह यूटोपिया में बसाना चाहता है।
कहानी के केंद्र में रॉकेट है, लेकिन स्टार लॉर्ड उस कहानी को लीड करता है। इस बार गमोरा और पीटर के बीच की प्रेम कहानी पिछली दो फिल्मों की तरह पटकथा को नहीं चलाती है। वॉल्यूम 3, पीटर और गमोरा के पुनर्मिलन के साथ रॉकेट के जन्म और अतीत के बारे में है।
कैसी है फिल्म की पटकथा और अभिनय?
यह वॉल्यूम पीटर और गमोरा की अलग केमिस्ट्री को चित्रित करने का अवसर देता है। फिल्म में खलनायक के पात्र को समुचित तरीके से लिखा नहीं गया है। फिल्म में रॉकेट को बचाने के लिए 48 घंटे का जिक्र है, लेकिन इससे अधिक रोमांच नहीं बन पाता। इस सांइस फिक्शन एक्शन, कॉमेडी फिल्म की अवधि भी ज्यादा है।
यह फिल्म, पिछली दो फिल्मों की तुलना में कम मजेदार है, फिर भी बीच-बीच में एक्शन और रोमांस की रोमांचक झलकियां हैं। इसने जोई सल्डाना को अपने चरित्र को नए तरीके से जीने का अवसर दिया है, जिसे उन्होंने खूबसूरती से निभाया है। यह दर्शाता है कि इस तरह की फिल्म को वह कंधों पर लेकर चल सकती हैं।
रॉकेट के साथ भी ऐसा ही है। कंप्यूटर ग्राफिक्स ने उसके चेहरे, चाल-चलन और हावभाव को अविश्वसनीय रूप से विश्वसनीय बनाया है, जिसमें ब्रैडली कूपर की शानदार आवाज ने चार चांद लगाए हैं। डेव बतिस्ता, ड्रेक्स की भूमिका में शानदार परफार्मेंस देते हैं।
पाम क्लेमेंटिफ के साथ उनकी केमिस्ट्री जमती है। मेंटिस बनीं पाम हंसी के तमाम पल लेकर आती हैं। ग्रूट (विन डीजल की आवाज) और नेबुला (करेन गिलन) अपने चिर-परिचित अंदाज में हैं। अपनी आखिरी फिल्म में जेम्स सुखद अंत देने के साथ दर्शकों को गदगद और खुश करने की पूरी कोशिश की है।
कलाकार: क्रिस प्रैट, जोई सल्डाना, डेव बतिस्ता, करेन गिलन, पाम क्लेमेंटिफ आदि।
निर्देशक: जेम्स गुन
अवधि: दो घंटा 29 मिनट
स्टार: तीन