कौन थीं Sandhya Shantaram? 37 साल बड़े फिल्ममेकर संग रचाई थी शादी, इस गाने ने रातोंरात बना दिया था मशहूर
Sandhya Shantaram दिग्गज एक्ट्रेस संध्या शांताराम का 87 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने अपने करियर में कई बेहतरीन हिंदी और मराठी फिल्मों में काम किया। एक गाने ने उन्हें रातोंरात मशहूर बना दिया था। प्रोफेशनल के साथ-साथ उनकी पर्सनल लाइफ से जुड़े किस्से भी काफी दिलचस्प हैं एक्ट्रेस खुद से 37 साल बडे़ फिल्ममेकर के प्यार में पड़ गई थीं।

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। संध्या का जन्म 13 सितंबर 1938 को हुआ था। उनके करियर की शुरुआत वी. शांताराम के साथ हुई जो अपनी फिल्म अमर भूपाली (1951) के लिए नए चेहरों की तलाश कर रहे थे। फिल्ममेकर को संध्या की इस बात ने प्रभावति किया कि उनकी आवाज अच्छी थी जो उनकी पत्नी एक्ट्रेस जयश्री से मिलती जुलती थी।
1952 में संध्या ने उनकी मराठी फिल्म अमर भूपाली में एक सिंगर की भूमिका में एक एक्ट्रेस के रूप में शुरुआत की। वह शांताराम की कई फिल्मों में दिखाई दीं। अपनी अगली फिल्म तीन बत्ती चार रास्ता (1953) में, उन्होंने कोकिला नाम की एक गरीब लड़की का किरदार निभाया।
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37 साल बड़े फिल्ममेकर के साथ रचाई शादी
आपको बता दें कि वी शांताराम ही वे फिल्ममेकर थे जिनके प्यार में संध्या पड़ गई थी। शांताराम के 1956 में अपनी पहली पत्नी जयश्री को छोड़ने के बाद दोनों ने शादी कर ली। वी शांताराम का निधन 1990 में 88 साल की उम्र में हो गया था। दोनों के बीच एक बीच अच्छी क्रिएटीव पार्टनरशिप थी जिसने भारतीय सिनेमा पर एक अमिट छाप छोड़ी। दोनों के कोई बच्चे नहीं थे।
फोटो क्रेडिट- सोशल मीडिया
इस गाने ने संध्या को कर दिया फेमस
वी शांताराम और संध्या की पर्सनल ट्यूनिंग अच्छी होने के साथ-साथ क्रिएटीव साझेदारी भी कमाल की थी जो पर्दे पर दिखाई देती थी। 1959 में आई फिल्म नवरंग में भी यही देखने को मिला, यह फिल्म दर्शकों को खूब पसंद आई। खासकर इस फिल्म का एक गाना अरे जा रे हट नटखट ने संध्या को घर-घर में फेमस बना दिया था। आज भी ये गाना होली पर दोहराया जाता है। फिल्म की रिलीज के इतने सालों बाद भी इस गाने का क्रेज कम नहीं हुआ है।
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संध्या शांताराम के करियर की कुछ बेहतरीन फिल्में
- अमर भोपाली
- तीन बत्ती चार रास्ता
- झनक-झनक पायल बाजे
- दो आंखें बारह हाथ
- नवरंग
- पिंजरा
- सेहरा
- चंदनांची चोली अंग-अंग जली
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संध्या शांताराम ने दो बार बेस्ट एक्ट्रेस के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड जीते। पहला मराठी फिल्म पिंजरा के लिए और दूसरा चंदनाची चोली अंग-अंग जली के लिए। 4 अक्टूबर 2025 को दिग्गज एक्ट्रेस का निधन हो गया लेकिन भारतीय सिनेमा उनके योगदान को सदियों तक याद रखेगा।
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