Block Booking से बॉक्स ऑफिस पर चल रही ये कैसी हेरा-फेरी? फेक कलेक्शन से ऐसे ऑडियंस को बनाया जा रहा उल्लू
इन दिनों बॉलीवुड में ब्लॉक बुकिंग (Block Booking) का ट्रेंड तेजी से आगे बढ़ रहा है। शायद यह मेकर्स की जेब भर दें लेकिन दर्शकों के बीच यह गलत प्रभाव डाल रहा है। कुछ हालिया फिल्मों के मेकर्स पर ब्लॉक बुकिंग का आरोप लगा था। ऐसे में लोग यह जानने के लिए बेताब हैं कि आखिर ब्लॉक बुकिंग है क्या? चलिए आपको इस बारे में बताते हैं।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। एक फिल्म की कामयाबी का अंदाजा उसके बॉक्स ऑफिस कलेक्शन से लगाया जाता है। जब कोई फिल्म अच्छी कमाई करती है तो उसकी चर्चा बढ़ती है और फिर ऑडियंस के बीच बज क्रिएट होता है। ऑडियंस को सिनेमाघरों में खींचने के लिए मेकर्स खूब हाथ-पैर मारते हैं।
अच्छी कहानी, गाने और ए-लिस्ट स्टार्स को शामिल करने के साथ-साथ मेकर्स प्रमोशन में भी करोड़ों रुपये खर्च करते हैं। हालांकि, कोरोना महामारी के बाद लाख कोशिश के बावजूद मेकर्स या डायरेक्टर्स या बड़े स्टार्स भी ऑडियंस को सिनेमाघरों में खींच नहीं पा रहे हैं। ऐसे में वे ब्लॉक बुकिंग (Block Booking) का इस्तेमाल कर रहे हैं।
हॉलीवुड से आया ब्लॉक बुकिंग का टर्म
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर यह ब्लॉक बुकिंग होता क्या है? ब्लॉक बुकिंग का टर्म हॉलीवुड से आया है। 1930 में हॉलीवुड स्टूडियो सिस्टम एक बल्क में फिल्में थिएटर मालिकों को बेचा करती थीं, बिना उन्हें फिल्मों के बारे में बताए। थिएटर मालिकों को फिल्में लेने के लिए मजबूर किया जाता था। बाद में इसे गैर-कानूनी घोषित कर दिया गया है।
ऑडियंस को उल्लू बना रहे मेकर्स?
इन दिनों बॉलीवुड में ब्लॉक बुकिंग की प्रथा शुरू हो गई है, लेकिन यह हॉलीवुड से थोड़ा अलग है। हॉलीवुड में मेकर्स अपनी जेब भरने के लिए थिएटर मालिकों को जबरदस्ती फिल्में बेचते थे, लेकिन बॉलीवुड में ऑडियंस को आकर्षित करने के लिए ब्लॉक बुकिंग हो रही है।
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क्या है ब्लॉक बुकिंग?
बॉलीवुड में ब्लॉक बुकिंग का मतलब फेक टिकट्स खरीदना है। यानी कि थिएटर्स को हाउसफुल दिखाने के लिए फिल्म के मेकर्स या डायरेक्टर्स या फिर स्टार्स खुद ही टिकट्स खरीदते हैं और बॉक्स ऑफिस आंकड़ों के जरिए दिखाते हैं कि उनकी फिल्में अच्छा कलेक्शन कर रही हैं।
Alia Bhatt in Jigra Movie - IMDb
ऐसे हो रही ब्लॉक बुकिंग
ट्रेड एनालिस्ट कोमल नाहटा ने कुछ समय पहले ब्लॉक बुकिंग को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा किया था। उन्होंने ब्लॉक बुकिंग को समझाते हुए बताया था कि अगर सिनेमाघरों में 300 सीटें हैं जिसमें से अगर 40 टिकटें बिक गई हैं तो मेकर्स बाकी की टिकट्स खरीद लेते हैं और थिएटर मालिकों से हाउसफुल दिखाने की डिमांड करते हैं।
इन फिल्मों पर लगा आरोप
पिछले कुछ दिनों से ब्लॉक बुकिंग का आरोप कई फिल्मों पर लग चुका है। पहले आलिया भट्ट स्टारर जिगरा (Jigra) पर आरोप लगा कि मेकर्स ने ब्लॉक बुकिंग की है। यहां तक कि दिव्या खोसला ने एक तस्वीर पोस्ट शेयर कर दिखाया था कि थिएटर में कोई भी नहीं है। स्काई फोर्स और गेम चेंजर पर भी यही आरोप लगे हैं। यही नहीं, छावा के मेकर्स पर भी ब्लॉक बुकिंग का शक जताया गया था।
Photo Credit - Instagram
ब्लॉक बुकिंग से कैसा फायदा?
ब्लॉक बुकिंग से मेकर्स दिखाते हैं कि उनकी फिल्में अच्छी कमाई कर रही है। इस तरह डिजिटल प्लेटफॉर्म्स या सैटेलाइट के बीच फिल्म को खरीदने की डिमांड बढ़ जाती है और फ्लॉप मूवी के बावजूद मेकर्स की जेब भर जाती है। दूसरा कारण है कि बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई को लेकर बज होता है तो ऑडियंस के बीच भी उत्सुकता बढ़ती है। ऐसे में ऑडियंस के भी फिल्म देखने के चांसेस बढ़ जाते हैं।
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