55 में 18 साल की हीरोइन से शादी, 3 पत्नियों से 7 बच्चे, रेलवे में मजदूरी...दिलचस्प है इस डायरेक्टर की कहानी!
50 और 60 के दशक में यूं तो कई फिल्ममेकर्स थे, जिनकी फिल्मों को दर्शकों द्वारा पसंद किया जा रहा था, लेकिन एक फिल्ममेकर ऐसा आया, जिसकी फिल्में लोगों ने हाथोंहाथ लिया। लेकिन इस फिल्ममेकर की जिंदगी उसकी फिल्मों से ज्यादा पर्सनल लाइफ के चलते ज्यादा सुर्खियों में रही। आइए जानते हैं उसी महान फिल्ममेकर के बारे में...

वो फिल्ममेकर जिसने रचाईं 3 शादियां
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली. 50 और 60 के दशक में यूं तो कई फिल्ममेकर्स थे, जिनकी फिल्मों को दर्शकों द्वारा पसंद किया जा रहा था, लेकिन एक फिल्ममेकर ऐसा आया, जिसकी फिल्में लोगों ने हाथोंहाथ लीं और ये कोई और नहीं बल्कि वी.शांताराम हुआ करते थे। वही वी.शांताराम (V Shantaram) जिनकी फिल्मों के लिए दर्शकों में अलग दीवानगी दिखती थी। हिंदी सिनेमा के साथ साथ वो मराठी सिनेमा में भी खूब सफल हुए। फिल्मों से ज्यादा वी.शांताराम की चर्चा उनकी पर्सनल लाइफ को लेकर ज्यादा रही। उन्होंने तीन-तीन शादियां कीं और यही वजह है कि वो सुर्खियों में ज्यादा रहे।
वी.शांताराम ने की थीं तीन शादियां
हिंदी सिनेमा में वी. शांताराम ने समाज को आईना दिखाने वाली फिल्में बनाईं। एक तरफ जहां वो मसाला फिल्में बनाते तो वहीं दूसरी तरफ वो ऐसी फिल्में भी बनाते, जिन्हें समाज के हित वाली फिल्में कहा जाता था। इसीलिए सिनेमा के जनक की उपाधि वी.शांताराम को दी गई। उधर निजी जीवन में वी.शांताराम ने 20 साल की उम्र में ही पहली शादी की थी।
उन्होंने विमलाबाई से अरेंज मैरिज की, जिनसे उनके चार बच्चे हुए। इसके बाद वी.शांताराम फिल्मी दुनिया में आ गए। फिल्में बनाने लगे और मायानगरी में नए-नए लोगों से भी मिलने लगे। इसी बीच उनकी मुलाकात एक्ट्रेस जयश्री से हुई। अब मुलाकात हुई तो वो एक्ट्रेस जयश्री को दिल भी दे बैठे। इसके बाद शादीशुदा होते हुए भी उन्होंने एक्ट्रेस जयश्री से साल 1941 में शादी कर ली। जयश्री से फिर उन्हें तीन बच्चे हुए, जिसमें एक बेटी राजश्री एक्ट्रेस भी बनीं। इसके बाद महज कुछ सालों तक वी.शांताराम को फिर से प्यार हो गया। लेकिन इस बार कहानी अलग थी।
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18 साल की हीरोइन को दिल बैठे वी.शांताराम
दरअसल वी.शांताराम की जिंदगी में असली मोड़ तब आया जब उन्हें एक 18 साल की हीरोइन से प्यार हो गया। एक्ट्रेस संध्या से वी.शांताराम ने शादी करने की ठानी और ये तब हो रहा था जब वो पहले ही दो बार शादी कर चुके थे। उस वक्त वी.शांताराम की उम्र 55 साल की थी और एक्ट्रेस संध्या महज 18 साल की थीं। आखिरकार 1956 में वी.शांताराम ने तीसरी शादी भी कर ली। यह शादी जब हुई तब देश में बहुविवाह करने की आजादी थी। हालांकि समाज में इस शादी की खूब चर्चा हुई और वी.शांताराम को तीसरी शादी के चलते काफी आलोचना भी झेलनी पड़ी। हालांकि इस सबसे दूर वी.शांताराम अपने परिवार का लालन-पालन करते रहे। वी.शांताराम की दो पत्नियां संध्या और विमलाबाई दोनों एक ही छत के नीचे रहते थे। हालांकि यह उस वक्त में इतना आम ही था।
वी.शांताराम का जन्म जन्म 18 नवंबर 1901 को एक मराठी परिवार में हुआ था। बचपन में थोड़ी बहुत शिक्षा हासिल करने के बाद वो रेलवे में दिहाड़ी मजदूरी का काम किया करते थे। हालांकि धीरे-धीरे उनकी रुचि नाटकों की तरफ हुई और फिर उन्होंने सिनेमा की राह पकड़ ली। 1920 में उन्होंने बतौर अभिनेता अपने करियर की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने फिल्म कंपनी बनाई और इस फिल्म के बैनर तले उन्होंने कई फिल्में बनाईं। 1990 में वी. शांतराम ने दुनिया को अलविदा कह दिया।

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