रेखा की सौतेली मां थीं सुपरस्टार, 100 करोड़ की मालकिन...नशे में रहीं चूर...पति ने किया बर्बाद...दर्दनाक थी मौत
Mahanati Savitri Biography: रेखा हिंदी सिनेमा की सुपरस्टार रही हैं। उनके चाहने वालों की फेहरिस्त बहुत लंबी है लेकिन क्या आप जानते हैं कि रेखा से ज्याद ...और पढ़ें

कभी हीरो के बराबर फीस लेती थीं रेखा की सौतेली मां
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। जिन आंखों पर मर मिटने वाले हजार थे...जिनके दीवानों की लंबी कतार थी...वही हैं रेखा, जिन्होंने ताउम्र मोहब्बत की ख्वाहिश रखी लेकिन ना तो मोहब्बत मिली और ना ही उनके सपनों का उन्हें राजकुमार मिला। इसे रेखा की बदकिस्मती ही कहा जाए कि उन्हें प्यार तो कई बार हुआ लेकिन वो अफसोस वो मोहब्बत मुकम्मल नहीं हुई।
आज हम आपको रेखा नहीं बल्कि उनकी सौतेली मां की दास्तान सुनाएंगे और बताएंगे कि कैसे वो रेखा से भी ज्यादा खूबसूरत थीं और उनकी मोहब्बत भी धोखे और फरेब की बलि चढ़ गई। शादी तो हुई, लेकिन पति की बेवफाई ने उन्हें बर्बादी के रास्ते पर लाकर खड़ा कर दिया। आलम ये था कि रेखा की सौतेली मां की शौहरत को देख उनका पति ही उनका जानी दुश्मन बन बैठा था। 100 करोड़ की मालकिन रहने वाली 60 के दशक की उस हसीना की क्या है कहानी, चलिए जानते हैं...
रेखा की सौतेली का मां का स्टारडम
भानुरेखा जेमिनी गणेशन...रेखा (Rekha) का असली नाम यही था, लेकिन जब वो फिल्मों में आईं तो उन्होंने अपना नाम बदल लिया लेकेनि रेखा के पिता जेमिनी गणेशन की जिंदगी एक और सुपरस्टार एक्ट्रेस थी जो कि रेखा की सौतेली मां थीं और उस सुपरस्टर का नाम था महानती सावित्री (Mahanati Savitri)।
रेखा के पिता और तमिल सुपरस्टार जेमिनी गणेशन ने चार शादियां की थीं और जेमिनी गणेशन की दूसरी पत्नी थीं सावित्री। 60 और 70 के दशक में साउथ इंडस्ट्री पर राज करने वाली एक्ट्रेस महानती सावित्री की जिंदगी इतनी भी आसान नहीं थी।
साउथ सिनेमा की पहली सुपरस्टार का तमगा अगर सावित्री को मिला तो इसके पीछे की कई वजहें भी रहीं। सावित्री कम उम्र ही सुपरस्टार बन गईं। सावित्री का स्टारडम ही था कि लोग उन्हें देवी की तरह पूजते थे। साल 1958 में सावित्री की फिल्म 'माया बाजार' आई थी। ये फिल्म सुपरहिट हुई और इस फिल्म के बाद सावित्री का करियर भी बुलंदियों पर पहुंच गया। लेकिन यहीं से उनके जिंदगी की बर्बादी भी शुरू हुई और इसके पीछे रेखा के पिता और सावित्री के पति जेमिनी गणेशन का ही हाथ था।
चार बच्चों के पिता से हुआ प्यार
सावित्री फिल्मों में आईं तो उस समय जेमिनी गणेशन स्टार हुआ करते थे। एक फिल्म के ऑडिशन के दौरान दोनों की मुलाकात हुई। कहा जाता है कि इसके बाद दोनों ने कई फिल्मों में साथ काम भी किया। साथ काम किया तो दोनों में प्यार भी हो गया और फिर प्यार करते-करते बात शादी तक आ गई।

हालांकि जेमिनी गणेशन पहले से ही शादीशुदा थे। इसके बावजूद भी जेमिनी ने सावित्री से शादी कर ली। साल 1952 में दोनों की शादी हुई। इस शादी की जानकारी तब सामने आई जब सावित्री ने एक फिल्म साइन करने के दौरान अपने नाम के आगे गणेशन लिखा था। वहीं कहा जाता है कि इससे सावित्री के परिवार वाले खुश नहीं थे, क्योंकि जेमिनी गणेशन शादीशुदा होने के साथ-साथ 4 बच्चों के पिता भी थे। उधर जेमिनी गणेशन का अफेयर एक्ट्रेस पुष्पावलि से था, जिससे उनकी बेटियां रेखा और राधा हुईं।
यह भी पढ़ें- नाम एक, फिल्म अनेक... अक्षय कुमार से पहले अमिताभ बच्चन थे 'हेरा फेरी' में नंबर 1, सेम टाइटल पर बनीं ये फिल्में
आलीशान जिंदगी जीती थीं सावित्री
महानती सावित्री को लग्जरी लाइफ जीने का बहुत शौक था। एक गरीब परिवार में जन्मी सावित्री ने बुरा दौर देखा लेकिन जब किस्मत का पहिया चला तो ठाठ-बाट देखकर अच्छे-अच्छों की आंखें चौंधिया जाती थीं। कहा जाता है कि महानती सावित्री को सोने-चांदी और गहने पहनने का बड़ा शौक था।
वो हमेशा अपने गले में चमचमाते सोने के हार पहनती थीं। कहा तो ये भी जाता है कि उन्होंने अपने घर पर एक सुनार तक को रख रखा था। कहा जाता है कि 1958 में आई मायाबाजार ने उन्हें स्टारडम के सातवें शिखर पर बिठा दिया। उस दौर की वो सबसे ज्यादा फीस लेने वाली हीरोइन बन गईं। महंगे जेवर, 10 लग्जरी गाड़ियां और आलीशान घर महानती सावित्री के पास था।

कहा तो यह भी जाता है कि जब उन्होंने अपने घर का गृहप्रवेश कराया तो मेहमानों को चांदी के बर्तनों में खाना परोसा था। ये सावित्री का स्टारडम ही था कि वो 100 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति की मालकिन थीं।
पति ने बर्बाद कर डाली जिंदगी
सावित्री को सबकुछ हासिल हुआ, लेकिन जिस प्यार पर वो यकीन कर रही थीं, वही उनकी बर्बादी की वजह बना। दरअसल एक तरफ जहां सावित्री आसमान छू रही थीं तो वहीं दूसरी तरफ उनके पति जेमिनी गणेशन का करियर ढलान पर आ गया था। सावित्री का स्टारडम जेमिनी गणेशन से बर्दाश्त नही होता था।
घंटो घर के बाहर सावित्री के फैंस का उनका इंतजार करते थे। फिल्मों के ऑफर्स हों या फिर कोई बड़ी पार्टी, सावित्री को पहले पूछा जाता था। सावित्री खुलकर खर्चा करती थीं और उधर जेमिनी उन पर रोक-टोक करते थे। यही बात दोनों के बीच मतभेद पैदा करने लगी।
सावित्री की बायोपिक और इंड्स्ट्री से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, लड़ाई झगड़ों के बाद सावित्री शराब पीने लगी थीं। कोई तो यह कहता है कि खुद जेमिनी गणेशन उन्हें शराब पिलाया करते थे। पति के अफेयर और धोखों से सावित्री टूट गईं और धीरे-धीरे बर्बादी के कगार पर आ गईं। हद तो ये हुई कि सावित्री फिल्मों के सेट पर शराब पीने लगीं। इसके बाद सावित्री ने फिल्में प्रोड्यूस की और फिल्मों पर पैसा लगाया, लेकिन ये फिल्में डूब गईं।
मां की मौत, तलाक और फिर कहा दुनिया को अलविदा
सावित्री इकलौती ऐसी एक्ट्रेस थीं जो उस दौर में एनटीरामा राव और बाकी सुपरस्टार्स के बराबर फीस लेती थीं। लेकिन जिन ऊंचाईयों पर सावित्री थीं, उसे नजर भी उन्हीं के पति की लगी। पति से लड़ाई-झगड़े के बाद शराब की लत और फिर आखिरकार 1969 में जेमिनी गणेशन सावित्री को छोड़कर अलग हो गए। इसके ठीक एक साल बाद सावित्री की मां का भी निधन हो गया। सावित्री दिन-रात शराब के नशे में चूर रहतीं।
लोन, टैक्स और एक-एक करके अपनी प्रोपर्टी के बेचने की कगार पर सावित्री आ गईं। फिल्मों में डूबे पैसे और फिर इनकम टैक्स की रेड। इसके बाद तो मानो सावित्री के सपनों का महल ढहने लगा। जो आलीशान बंगला सावित्री ने खरीदा था, उसे बेचकर वो छोटे से घर में रहने आ गईं। इधर सावित्री बीमार रहने लगीं। लगातार उनका वजन घटता चला गया। शराब ने उनके शरीर को जकड़ लिया और फिर एक ऐसा वक्त आया कि जो सावित्री बड़ी फिल्मों में काम करती, बड़ी गाड़ियों में सफर करती थीं।
वह अब रिक्शे में सफर करने को मजबूर थीं। सावित्री ने फिल्मों में काम करने के लिए छोटे-मोटे रोल भी किए, ताकि जीवन का गुजारा कर सकें लेकिन बीमारियों से घिरीं सावित्री धीरे-धीरे कमजोर होती गईं। आखिरकार साल 1980 में वह कोमा में चली गईं। इसके बाद सावित्री कभी कोमा से बाहर नहीं आईं और हमेशा के लिए उन्होंने 26 दिसंबर 1981 को महज 47 की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
सावित्री ने अपने जीवन में वो सबकुछ देखा। महंगा लाइफस्टाइल, महंगी गाड़ियां, बड़े घर, फैन फॉलोइंग और वो स्टारडम। उन पर फिल्में बनीं, किताबें लिखी गईं। साल 2018 में सावित्री के जीवन पर फिल्म महानती आई और इस फिल्म में कीर्ति सुरेश ने उनका किरदार निभाया था।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।