शराब, शायरी और बेवफाई...क्यों अधूरा अफसाना बनकर रह गईं Dharmendra और Meena Kumari की मोहब्बत?
Dharmendra Meena Kumari Love Story: हिंदी सिनेमा में कई प्रेमकहानियां ऐसी हैं, जिन्हें मंजिल मिली। हालांकि कुछ प्रेमकहानियां ऐसी रहीं, जो अपनी मंजिल त ...और पढ़ें

धर्मेंद्र-मीना कुमारी की वो अधूरी प्रेमकहानी
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। हमसफर, मेरे हमसफर...पंख तुम, परवाज हम...धर्मेंद्र और मीना कुमार के इस गाने ने हिंदी सिनेमा में वो जादू तो जरूर किया था, जिसकी उम्मीद लगाए दर्शक बैठे थे। वो कहते हैं ना कि मोहब्बत में मंजिल मिले, ये तय नहीं है। धर्मेंद्र (Dharmendra) और ट्रेजेडी क्वीन मीना कुमारी (Meena Kumari) की प्रेम कहानी भी कुछ यही बयां करती है। प्रकाश कौर और हेमा मालिनी की जिंदगी का जिक्र धर्मेंद्र के साथ हमेशा रहा है। लेकिन मीना कुमारी वो हीरोइन रही हैं, जिनका प्यार धर्मेंद्र के लिए उस समंदर की तरह था, जिसका ओर-छोर नहीं। आज हम आपको धर्मेंद्र और मीना के प्यार में घुले शराब, शायरी और फरेब की वो कहानी बताएंगे, जहां मोहब्बत का कमल खिला तो दामन पर बेवफाई के दाग भी लगे।
शादीशुदा मीना कुमारी को हुआ धर्मेंद्र से प्यार
कहा जाता है कि धर्मेंद्र की सक्सेस के पीछे मीना कुमारी का हाथ रहा है। कई लोग इस बात को मानते हैं। हालांकि धर्मेंद्र से बेपनाह मोहब्बत मीना कुमारी को काफी भारी पड़ी थी। धर्मेंद्र जब फिल्मों में आए तब मीना कुमारी एक बड़ा नाम बन चुकी थीं। पर्दे पर मीना की जिंदगी में जो दर्द का सैलाब आता उसी दर्द की दहलीज पर मीना निजी जिंदगी में खड़ी थीं। जब धर्मेंद्र मीना की जिंदगी में आए तब मीना कुमारी जिंदगी के उतार-चढ़ाव से गुजर रही थीं।

पति कमाल अमरोही से मीना की अनबन बढ़ती जा रही थी और फिर सेपरेशन के बाद मीना कुमारी और धर्मेंद्र की नजदीकियां बढ़ती चली गईं। मीना कुमारी धर्मेंद्र से इतनी मोहब्बत करती थीं कि वो अक्सर फिल्म निर्माताओं के सामने ये शर्त रख दिया करती थी कि उनकी फिल्म में धर्मेंद्र ही हीरो बनेंगे। मीना कुमारी उस वक्त इतनी बड़ी स्टार थी कि फिल्म मेकर्स को उनकी शर्त माननी ही पड़ती थी।
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शराब-शायरी ले आए मीना धर्मेंद्र को करीब
कहा जाता है कि फिल्म के सेट पर शूटिंग के बाद धर्मेंद्र और मीना कुमारी एक दूसरे से खूब बातें करते थे। धर्मेंद्र भी धीरे-धीरे मीना कुमारी को पसंद करने लगे थे। लेकिन ये बात कभी उन्होंने खुलकर नहीं कबूली थी। दोनों की ये मुलाकातें धीरे-धीरे दोस्ती में बदली और फिर कहीं ना कहीं मीना के दिल में धर्मेंद्र घर कर गए। कहा जाता है कि, फिल्म के सेट पर बातचीत करने के बाद दोनों के बीच शायरियां होती थीं। शराब और शायरी के मिलने से दोनों खूब साथ में वक्त बिताते थे। मीना कुमारी को शायरियों को बहुत शौक था तो वहीं धर्मेंद्र भी शायरियां पसंद करते थे। दोनों बैठकर साथ में पीते और फिर शारियां करते।

धर्मेंद्र पर लगा था ये आरोप
धर्मेंद्र पर ये आरोप लगा था कि उन्होंने फिल्मों में सफल होने के लिए मीना कुमारी का इस्तेमाल किया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मीना कुमारी धर्मेंद्र को काफी पसंद करती थी और धर्मेंद्र जब इंडस्ट्री में नए आए थे, तो उन्होंने उनकी पूरी मदद भी की थी, लेकिन जब धर्मेंद्र को फिल्मों में काम मिलने लगा, तो वह बदलने लगे और उनके पास समय कम रहने लगा, जिसकी वजह से उन्होंने मीना कुमारी से मिलना-जुलना कम कर दिया। हालांकि सालों बाद एक इंटरव्यू में धर्मेंद्र ने ये कहा था कि उन्होंने मीना कुमारी का कभी कोई फायदा नहीं उठाया।

प्यार में बेवफाई नहीं हुई बर्दाश्त
धर्मेंद्र और मीना कुमारी के रिश्ते का जिक्र फिल्मों से जुड़ी किताबों में भी किया गया है। ट्रिब्यून वेबसाइट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, धर्मेंद्र को कमाल अमरोही की फिल्म पाकीजा से मीना के साथ उनके संबंधों के चलते निकाल दिया गया था। उन्हें राज कुमार वाला किरदार करना था। इसके बारे में जब धर्मेंद्र से पूछा गया था तो उन्होंने कहा था कि लोग उनसे जलते हैं।
धर्मेंद्र-मीना कुमारी ने इन फिल्मों में किया काम
धर्मेंद्र और मीना कुमार की जोड़ी पहली बार 1964 की फिल्म 'मैं भी लड़की हूं' में साथ आई थी। इसके बाद पूर्णिमां, काजल, फूल और पत्थर, मंझली दीदी, चंदन का पालना और बहारों की मंजिल में दोनों ने साथ काम किया। बहारों की मंजिल, धर्मेंद्र और मीना कुमारी की आखिरी फिल्म थी।

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