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    'हम वैसी फिल्में बनाना भूल गए जो...' Vikram Bhatt ने बताया बॉलीवुड में फिल्मों की असफलता का कारण, दी खास सलाह

    फिल्म निर्देशक विक्रम भट्ट ने बॉलीवुड फिल्मों की असफलताओं पर चिंता जताई है। उन्होंने बताया है कि आखिर इंडस्ट्री में लगातार ऐसा क्यों देखने को मिल रहा है। डायरेक्टर ने कहा कि हम कंटेंट पर फोकस न करके स्टार कास्ट और अन्य चीजों पर ज्यादा ध्यान देने लग गए हैं। इसके अलावा डायरेक्टर ने अरजेंसी पर भी विशेष फोकस दिया।

    By Surabhi Shukla Edited By: Surabhi Shukla Updated: Sun, 20 Apr 2025 02:09 PM (IST)
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    विक्रम भट्ट ने फिल्ममेकर्स को दी सलाह (Photo: Instagram)

    एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। विक्रम भट्ट को फिल्म इंडस्ट्री में गुलाम और राज जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है। आज जहां हॉरर फिल्मों का क्रेज बढ़ रहा है विक्रम ये दौर सिनेमा को बहुत पहले ही दिखा चुके हैं। हालांकि बीते दिनों बॉलीवुड में जितनी फिल्में सफल हुई उनमें ज्यादातर हॉरर ही थीं।

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    विक्रम भट्ट की इंडस्ट्री मेकर्स को सलाह

    लेकिन कई ऐसी फिल्में थीं जिनसे उम्मीद तो बहुत थी लेकिन वो असफल साबित हुईं। विक्रम भट्ट ने इंडस्ट्री को कुछ सुझाव दिए हैं, जिससे उन्हें अपनी राह सुधारने में मदद मिलेगी। एएनआई से बात करते हुए भट्ट ने बताया कि फिल्मों की कहानी आम जनता की जरूरतों को पूरा करने की होनी चाहिए।

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    लोगो सिनेमाघर जाकर फिल्में देखना भूल गए

    भट्ट ने कहा, "हर कोई आम जनता को भूल गया और खास फिल्मों की ओर चला गया। कोविड के दौरान, सिनेमाघरों में फिल्में देखने की दर्शकों की आदत गायब हो गई। हमने बड़े पैमाने पर फिल्में बनाना बंद कर दिया। यदि आप साउथ इंडस्ट्री को देखें तो यह फल-फूल रहा है क्योंकि यह हमेशा बड़े पैमाने पर दर्शकों को प्राथमिकता देता है। वे अभी भी सुपरहीरो देखना चाहते हैं, पुष्पा देखना चाहते हैं, कांतारा देखना चाहते हैं। वे अभी भी खलनायक को खलनायक मानते हैं, अभी भी सीटी बजाते हैं और ताली बजाते हैं। हम तो वैसी फिल्में बनाना भूल गए जिसे देखकर दर्शक सीटी और ताली बजाए।"

    अपनी ही फिल्म से ली सीख

    निर्देशक ने इस बात पर भी जोर दिया कि फिल्म बनाते समय अरजेंसी पर फोकस रखना जरूरी है। उन्होंने आगे कहा,"हमें ऐसी फिल्में बनानी होंगी जिनमें अरजेंसी हो। मैंने यह हाल ही में सीखा है, जब मेरी फिल्म 'तुमको मेरी कसम' नहीं चली। तब मुझे इसका एहसास हुआ। इसको बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली लेकिन यह नहीं चली, क्योंकि यह कोई अरजेंसी वाली फिल्म नहीं थी। इसलिए, हमें ऐसी फिल्में बनानी होंगी, जिनमें अरजेंसी की भावना हो... फिल्में इस तरह से बनाई जानी चाहिए कि लोग पहले दिन के पहले शो का बेसब्री से इंतजार करें।"

    उन्होंने कहा कि निर्माताओं को स्टार कास्ट को अधिक महत्व देने के बजाय कंटेंट पर ध्यान देना चाहिए।

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