‘इस पर नहीं बजेगी ताली…’ डायलॉग में शायरी बोलने के खिलाफ थे Amitabh Bachchan, टीनू आनंद ने ऐसे किया था राजी
हिंदी सिनेमा में अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) एक से बढ़कर एक हिट फिल्मों में काम कर चुके हैं। बॉलीवुड के गलियारों में उनकी मूवीज से जुड़े किस्से भी खूब सुनने को मिलते हैं। टीनू आनंद (Tinnu Anand) से अभिनेता एक डायलॉग की वजह से भिड़ गए थे। इसके बारे में खुद फिल्म के डायरेक्टर टीनू आनंद ने खुलासा किया है।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। फिल्मी दुनिया में अमिताभ बच्चन एक से बढ़कर एक फिल्मों में काम कर चुके हैं। मशहूर निर्देशक और फिल्म निर्माता उनके साथ काम करने के अनुभव को अक्सर शेयर करते हैं। आज के समय में भी ऐसा होता है कि कुछ कलाकार स्क्रिप्ट के किसी डायलॉग को बोलने से मना कर देते हैं या फिर उसमें अपनी मर्जी से कुछ बदलाव करते हैं। आज एक ऐसे किस्से की बात कर रहे हैं, जब बिग बी ने फिल्म के डायरेक्टर टीनू आनंद से एक डायलॉग को लेकर भिड़ गए थे।
कालिया फिल्म आपने भी जरूर देखी होगी। सिनेमा लवर्स को इसमें अमिताभ का काम काफी पसंद आया था। आज भी इस मूवी की चर्चा सिनेमा जगत से जुड़े लोगों के बीच चलती है। इस फिल्म को बनाने में करीब 4 साल का समय लगा था और इसके निर्देशन की जिम्मेदारी टीनू आनंद ने निभाई थी।
फिल्म के डायरेक्टर से भिड़ गए थे अमिताभ बच्चन
बिग बी का नाम उन अभिनेताओं की लिस्ट में शामिल हैं, जो हर किरदार और डायलॉग को बोलने से पहले विचार करते हैं। कालिया फिल्म का एक संवाद भी उन्हें पसंद नहीं आया था और उन्हें डायरेक्टर के सामने इसे बोलने से मना कर दिया था। इस घटना का जिक्र पॉपुलर अभिनेता और निर्देशक टीनू आनंद ने लहरें के पॉडकास्ट में किया। पहले बता दें कि टीनू के पिता इंदर राज आनंद उर्दू के बेहतरीन जानकार थे और कालिया का एक डायलॉग डायरेक्टर टीनू ने अपने पिता इंदर के साथ बैठकर विचार करके लिखा था। हालांकि, अमिताभ इसे न बोलने की जिद्द पर अड़ गए थे।
Photo Credit- Instagram
ये भी पढ़ें- Amitabh Bachchan की आवाज वाली फिल्में नहीं चलतीं! जब मशहूर गीतकार ने मेकर्स को किया था फिल्म के लिए आगाह
टीनू ने कहा, 'फिल्म के सेट पर एक शायरी का संवाद बोलना था, लेकिन बिग बी उसे बिल्कुल बोलना नहीं चाहते थे। अमिताभ ने डायरेक्टर को कह दिया था कि आज से पहले भी उन्हें कई डायरेक्टर बोल चुके हैं कि इस चीज पर ताली बजेगी, लेकिन थिएटर में ऐसा बिल्कुल नहीं होता है। इस वजह से वह डायलॉग को बोलना नहीं चाहते थे।
डायलॉग बोलने के लिए कैसे तैयार हुए थे अमिताभ?
इसके बाद डायरेक्टर टीनू आनंद भी फिल्म की शूटिंग को बीच में रोककर चले गए और उन्होंने कहा कि इस डायलॉग के बिना मूवी की शूटिंग शुरू नहीं होगी। इसके आगे का किस्सा बताते हुए टीनू ने कहा, 'फिर अचानक अमिताभ कुर्सी से खड़े हुए और लाइटमैन के पास जाकर बोले कि शुरू करों, साहब तो मानेंगे नहीं।'
Photo Credit- Instagram
इस शायरी पर खड़ा हुआ था पूरा बखेड़ा
टीनू आनंद ने इस बात का भी जिक्र किया कि सिनेमाघरों में फिल्म रिलीज होने के बाद सबसे ज्यादा उसी डायलॉग पर तालियां बजी थीं। वह था कि 'तू आतिश ए दोजख से डराता है, जिन्हें वो आग को पी जाते हैं पानी कर के।' दरअसल, अमिताभ चाहते थे कि इस चीज को सीधे ढंग से कहा जा सकता है, तो फिर शायरी की क्या जरूरत है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।