तमिल निर्देशक Velu Prabhakaran का 68 की उम्र में निधन, 30 साल छोटी एक्ट्रेस संग रचाई थी शादी
फेमस तमिल निर्देशक और सिनेमैटोग्राफर वेलु प्रभाकरन का शुक्रवार सुबह चेन्नई के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में निधन हो गया। वेलु प्रभाकरन को उनके बेजोड़ स्टाइल के साथ ही सिनेमा में उनके योगदान के लिए भी याद किया जाएगा। अनुभवी अभिनेता का लंबी बीमारी के चलते इलाज चल रहा था और वे 10 दिनों से हॉस्पिटल में भर्ती थे।

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। दिग्गज फिल्म मेकर वेलु प्रभाकरन ने 18 जुलाई को अंतिम सांस ली। वह 68 वर्ष के थे। डेक्कन हेराल्ड की रिपोर्ट के अनुसार अनुभवी अभिनेता का लंबी बीमारी के चलते इलाज चल रहा था और वे 10 दिनों से हॉस्पिटल में भर्ती थे।
तमिल फिल्म मेकर और अभिनेता वेलु प्रभाकरन का शुक्रवार (28 जुलाई) तड़के चेन्नई के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। उनके रिश्तेदारों ने पुष्टि की है कि लंबी बीमारी के कारण उनका निधन हो गया। फिल्म निर्माता पिछले कुछ दिनों से गंभीर हालत में गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती थे।
उनका पार्थिव शरीर शनिवार शाम (19 जुलाई) से रविवार दोपहर (20 जुलाई) तक चेन्नई के वलसरवक्कम में सार्वजनिक श्रद्धांजलि के लिए रखा जाएगा।
முற்போக்குச் சிந்தனையாளர்
ஒளிப்பதிவாளர்
இயக்குனர்
வேலு பிரபாகரன் அவர்கள்
மறைந்த செய்தியால் வருந்தினேன்.
அவரை இழந்து வாடும்
அனைவருக்கும் என்
ஆழ்ந்த இரங்கல் pic.twitter.com/kizaq2YNh7
— Seenu Ramasamy (@seenuramasamy) July 18, 2025
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इस खबर के आने के बाद से ही फिल्म उद्योग वेलु प्रभाकरन के निधन पर शोक मना रहा है। उनका अंतिम संस्कार रविवार शाम को पोरुर श्मशान घाट पर उनके करीबी परिवार और दोस्तों की मौजूदगी में किया जाएगा।
फिल्म निर्माता की पहले एक्ट्रेस-निर्देशक जयदेवी से शादी हुई थी। अलग होने के कई साल बाद, उन्होंने 60 साल की उम्र में दोबारा शादी की। 2017 में, उन्होंने एक्ट्रेस शर्ली दास से शादी की, जिन्होंने उनकी 2009 में आई फिल्म 'कधल कढ़ाई' में काम किया था।
वेलु ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत एक सिनेमैटोग्राफर के रूप में की थी। 1989 में, उन्होंने फिल्म 'नालया मणिथन' से निर्देशन में कदम रखा। एक साल बाद, उन्होंने इसके सीक्वल 'अधिसाया मणिथन' का निर्देशन किया। 'असुरन' और 'राजाली' जैसी लगातार दो असफलताओं के बाद, वेलु ने 90 के दशक के अंत और 2000 के दशक की शुरुआत में एक्शन फिल्मों के निर्देशन पर ध्यान केंद्रित किया।
2004 में, उन्होंने 'कधल आरंगम' नामक एक फिल्म पर काम शुरू किया, जिसमें प्रीति रंगायनी और शर्ली दास लीड रोल में थीं। इस फिल्म में जाति व्यवस्था और कामुकता जैसे मुद्दों को उठाया गया था। हालांकि, सेंसर बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) ने कुछ सीन और डायलॉग पर आपत्ति जताई थी। कुछ वर्षों के बाद, निर्देशक ने आपत्तिजनक दृश्यों को हटाने और कुछ डायलॉग को म्यूट करने के अलावा फिल्म का टाइटल 'कधल आरंगम' से बदलकर 'कधल कढ़ाई' करने पर सहमति जताई।
2017 में, उन्होंने अपनी आखिरी फिल्म 'ओरु इयाक्कुनारिन कधल डायरी' का निर्देशन किया। 2019 से, वेलु प्रभाकरन एक्टिंग में हाथ आजमा रहे थे। उनकी कुछ बेहतरीन फिल्मों में 'गैंग्स ऑफ मद्रास', 'कैडेवर', 'पिज्जा 3: द ममी', 'रेड', 'वेपन' और 'अप्पू VI STD' शामिल हैं। उनकी आखिरी फिल्म 'गजाना' थी।
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