Move to Jagran APP

Steven Spielberg ने नाजी नरसंहार पर पर बनी Schindler's List के लिए क्यों नहीं ली थी फीस? अब बतायी वजह

Steven Spielberg in an interview हॉलीवुड के जाने माने डायरेक्टर्स में से एक स्टीवन स्पीलबर्ग। स्टीवन ऐसे विषयों पर फिल्म बनाते हैं जिन पर लोग बात भी नहीं करना चाहते। उनकी फिल्में बाकी फिल्मों से अलग होती है जो अक्सर एक मैसेज के साथ होती है। ऐसी ही एक फिल्म थी शिंडलर्स लिस्ट। इस फिल्म के बारे में जानने के लिए पढ़िए ये खबर।

By Jagran NewsEdited By: Jagran News NetworkPublished: Thu, 03 Aug 2023 01:57 PM (IST)Updated: Thu, 03 Aug 2023 01:57 PM (IST)
Steven Spielberg didn't take money for the movie Schindler list. Photo- Twitter

नई दिल्ली, जेएनएन। हॉलीवुड के सफल डायरेक्टर्स में से एक स्टीवन स्पीलबर्ग ऐसे विषयों पर फिल्म बनाते हैं, जिन पर लोग बात भी नहीं करना चाहते। साथ ही उनका कहानी कहने का एक अनूठा अंदाज है। उनकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन के लिए जानी जाती है।

loksabha election banner

स्टीवन इतिहास में हुए नरसंहार से जुड़ी फिल्में बनाते हैं, ताकि सोसाइटी में शांति का संदेश दे सकें। अब वो अपनी एक फिल्म शिंडलर्स लिस्ट को लेकर चर्चा में हैं, जिसको लेकर निर्देशक ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। स्टीवन ने बताया कि इस फिल्म के लिए उन्होंने कोई फीस नहीं ली थी, जिसके पीछे एक खास वजह है।

क्या बोले स्टीवन?

स्टीवन स्पीलबर्ग ने 'टुडे' से बात करते हुए कहा कि शिंडलर्स लिस्ट से कमाया हुआ पैसा ब्लडी मनी है। मैंने फिल्म से हुए मुनाफे में से एक भी डॉलर नहीं रखा, क्योंकि मेरे हिसाब से ये पैसा मेरा नहीं था। जब मैंने शिंडलर्स लिस्ट बनाने का फैसला किया, तभी कह दिया था कि अगर यह फिल्म कोई लाभ कमाती है तो उसमें से मैं या मेरा परिवार कुछ नहीं लेंगे। पैसे को शाओ फाउंडेशन के जरिए लोगों तक पहुंचाया जाता है। हम अपनी फिल्मों के जरिए अतीत के तथ्यों से कुछ सिखाने का प्रयास करते हैं, ताकि भविष्य में कोई नरसंहार न हो।

क्या है शाओ फाउंडेशन

शाओ फाउंडेशन एक ऐसा इंस्टीट्यूट है, जो नरसंहार से गुजरे और पीड़ित लोगों पर फिल्में बनाता है। साथ ही उन्हें शिक्षित करने के प्रयास करता है। स्टीवन स्पीलबर्ग शाओ फाउंडेशन के फाउंडर हैं।

शिंडलर्स लिस्ट की कहानी क्या है?

साल 1993 में रिलीज हुई इस फिल्म की कहानी एक जर्मन उद्योगपति और नाजी पार्टी के सदस्य ऑस्कर शिंडलर के इर्द-गिर्द घूमती है। जर्मनी में हिटलर युग के दौरान ज्यूइश लोगों पर हो रहे दमन को देखकर वह अपने ऑफिस के ज्यूइश कर्मचारियों को बचाने का फैसला करता है। उन्हें बचाने के लिए वह खुद की जान तक खतरे में डाल देता है।

फिल्म में लियाम नीसन, राल्फ फीन्स, बेन किंग्सले समेत कई कलाकार थे। बॉक्स ऑफिस पर फिल्म ने 300 मिलियन डॉलर से अधिक की कमाई की। क्रिटिक्स ने भी फिल्म को काफी सराहा। हालांकि, स्टीवन स्पीलबर्ग के मुताबिक, उनकी पैसे में कोई दिलचस्पी नहीं थी। गौरतलब है कि स्टीवन ने 'द टर्मिनल', 'माइनॉरिटी रिपोर्ट', 'डुएल' और 'जुरासिक पार्क' जैसी फिल्में बनाई हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.