Somy Ali: इस वजह से सोमी अली के शो का भारत में नहीं होगा टेलीकास्ट, एक्ट्रेस ने अब लगाया बड़ा आरोप
Somy Ali बॉलीवुड की कुछ फिल्मों में नजर आ चुकी सोनी अली ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है। उन्होंने बताया कि 9 साल की उम्र में एक चौकीदार ने उनका यौन शोषण किया था।

नई दिल्ली, जेएनएन। सलमान खान पर हैरेसमेंट का आरोप लगाने वाली सोमी अली ने कुछ और खुलासे किए हैं। प्रताड़ना के इन आरोपों को पब्लिसिटी स्टंट कहने वालों के लिए सोमी ने एक वीडियो शेयर किया है। उनका कहना है कि 8 साल की उम्र में पहली बार एक चौकीदार ने उनका यौन शोषण किया था। सोमी का कहना है कि वो ऐसे लोगों के लिए आगे आकर कुछ करना चाहती हैं इसलिए सबको अपनी कहानी बता रही हैं।
सोमी ने लगाया सलमान खान पर आरोप
सोमी ने अपनी वीडियो की शुरुआत ही ये कहते हुए की कि बचपन में वो यौन शोषण का शिकार हुईं थीं। इतने साल लग गए उन्हें बाहर आकर ये सब दुनिया को बताने में। उन्होंने कहा कि अमेरिका में हाई स्कूल में एक सीनियर ने उनका शोषण किया था। इतनी कम उम्र में ऐसे हादसे का शिकार होना उनके लिए किसी सदमे की तरह था।
शो रोकने की हुई कोशिश
सोमी ने सलमान पर 'शारीरिक और यौन शोषण' का भी आरोप लगाया और उनसे सार्वजनिक माफी की मांग की। उन्होंने कहा कि उनके सलमान खान उनके शो फाइट ऑफ फ्लाइट को डिस्कवरी प्लस पर बैन करा दिया। सोमी ने खुलासा किया कि उनका एनजीओ भारत में पुरुषों, महिलाओं और बच्चों सहित शारीरिक और यौन शोषण के शिकार लोगों की मदद करने के लिए काम कर रहा है।
9 साल की उम्र में हुआ था शोषण
उन्होंने यह भी कहा कि उसका नॉन प्रॉफिट ऑरगेनाइजेशन 'नो मोर टीयर्स' भी LGBTQ समुदाय के लिए काम करता है। सोमी ने कहा कि उनका शो उनके एनजीओ द्वारा किए गए काम को दिखाता था, जिसे कथित तौर पर सलमान खान के कारण प्रतिबंधित कर दिया गया था।
वीडियो किया शेयर
सोमी वायरल वीडियो में कहती हैं, “मिस्टर खान ने डिस्कवरी प्लस पर मेरे शो पर प्रतिबंध लगाकर मुझे उकसाया है, जो ‘फाइट ऑफ फ्लाइट’ था, जिसने हमें भारत के पीड़ितों को बचाने की मुहिम चलाते थे। हमने जिन 82% पीड़ितों को बचाया, वे भारतीय महिलाएं थीं। हमारे डॉन में 90% भारतीय पुरुष और महिलाएं हैं। मिस्टर सलमान खान ने डिस्कवरी प्लस से संपर्क करके और भारत में हमारे शो पर प्रतिबंध लगाकर इस काम को रोकने की कोशिश की है।
शोषण पर की बात
यही कारण है कि 20 साल बाद मुझे भारतीय पुरुषों, महिलाओं, बच्चों और एलजीबीटीक्यू समुदाय के सदस्यों की जान बचाने के लिए बोलने का साहस करना पड़ा। इसके अलावा मैं उनके खिलाफ, उनके लिए या उनके बारे में कुछ नहीं बोल रही हूं। मैं कुछ नहीं कह रहा था। मैंने अपना रिश्ता खत्म कर दिया था और वह उसका अंत था। मैं चाहती हूं कि आप लोग कृपया खुद को पीटीएसडी के बारे में शिक्षित करें और जानें कि महिलाओं को इसके बारे में बोलने में इतना समय क्यों लगता है…।
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