1975 में इतने रुपए में बिकी थी Sholay की एक टिकट, वायरल फोटो देखकर लगेगा 440 वॉल्ट का झटका
1975 में रिलीज हुई धर्मेंद्र और अमिताभ बच्चन की कल्ट फिल्म शोले भले ही उस समय पर न चली हो लेकिन आज ये हिंदी सिनेमा की एक ऐतिहासिक फिल्म है। गब्बर के दमदार डायलॉग्स से लेकर जय-वीरू की दोस्ती का उदाहरण आज भी दिया जाता है। जब ये फिल्म 1975 में सिनेमाघरों में आई थी उस समय पर इस फिल्म की एक टिकट फोटो वायरल हो रही है।

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। रमेश सिप्पी के निर्देशन में बनी अमिताभ बच्चन-हेमा मालिनी, धर्मेंद्र और अमजद खान स्टारर ये फिल्म जब 1975 में सिनेमाघरों में आई थी, तो कुछ खास कमाल नहीं कर पाई थी। समीक्षकों से खराब प्रतिक्रिया पाने वाली मूवी 2 से 3 करोड़ के बजट में बनी थी। दो हफ्ते तक तो सिनेमाघरों में सुस्त रही, लेकिन उसके बाद जब मूवी ने रफ्तार पकड़ी, तो इंडियन सिनेमा के पन्नों में अपना नाम सबसे बेहतरीन फिल्मों की लिस्ट में शामिल करके ही मानी।
इस फिल्म की स्टोरी लाइन से लेकर गाने और साथ ही गब्बर के बोले गए डायलॉग्स ने मूवी में जान भर दी। आज भी अमजद खान की 'गब्बर' के रूप में हंसी को कई लोग कॉपी करते हैं। बसंती के रूप में हेमा मालिनी का किरदार लोगों के चेहरों पर खूब स्माइल लेकर आया। 15 अगस्त 1975 में रिलीज हुई ये फिल्म इस बार अपने 50 साल पूरे कर लेगी। हालांकि, गोल्डन जुबली पूरी करने से पहले ही शोले की टिकट की पुरानी फोटो इंटरनेट पर वायरल हो रही है। 1975 में सिनेमाघरों में शोले की टिकट कितने की बिकी थी, ये देखकर आपको भी झटका लग सकता है।
इतने रुपए में उस जनरेशन के लोगों ने देखी थी शोले
हिंदी सिनेमा की एवरग्रीन फिल्म 'शोले' मराठा मंदिर में तकरीबन 20 यानी कि 1009 हफ्तों तक चली थी। 1975 में जब ये फिल्म आई थी, उस समय मुंबई के मिनर्वा सिनेमाघर में मूवी पांच साल तक लगातार चली थी। 'शोले' के पचास साल पूरे होने से पहले सोशल मीडिया पर 1975 में जो टिकट बिकी थी, उसकी एक फोटो वायरल हो रही है।
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अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र की फिल्म 'शोले' की जो टिकट वायरल हो रही है, उसमें लोअर सीट, मिडिल सीट और थिएटर में बालकनी सीट की कीमत लिखी है। 1975 में थिएटर में शोले के शोज की सबसे नीचे वाली सीट की कीमत 1.50 से 2 रुपए थी। मिडिल सीट की 2.50 रुपए और बालकनी सीट की 3 रुपए थी। आज के समय में इतनी कीमत पर फिल्में देखना तो दूर की बात है, चॉकलेट भी लोगों को नहीं मिलती है। रिजर्व क्लास के लिए 15 रुपए देने पड़ते थे।

रमेश सिप्पी ने 'शोले' की कास्टिंग में ही खर्च किए थे इतने लाख
शोले 2 से 3 करोड़ में बनी थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस फिल्म की कास्टिंग में ही निर्देशक रमेश सिप्पी ने 20 लाख के आसपास का खर्चा किया था। 1975 में धर्मेंद्र ने फिल्म के लिए डेढ़ करोड़ से ज्यादा की फीस ली, तो वहीं संजीव कुमार उर्फ ठाकुर 1.25 लाख लिए।
Photo Credit- imdb
अमिताभ बच्चन को जय के किरदार के लिए 1 लाख का अमाउंट मिला था। बिग बी ने बताया था कि इस फिल्म में उनके साथ-साथ सभी फिल्म में 'गब्बर' का किरदार निभाना चाहते थे, जो अंतत अमजद खान के पास गया।

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