Sholay के 'गब्बर सिंह' की बेरहमी से कांप उठा था सेंसर बोर्ड, तुरंत काट दिया गया था अमजद खान का ये खौफनाक सीन
हिंदी सिनेमा की क्लासिक फिल्मों की बात की जाए तो उसमें शोले का नाम जरूर शामिल होगा। इस फिल्म की कहानी से लेकर डायलॉग का लोगों पर इतना प्रभाव था कि दर्शकों के बीच आज भी इसकी लोकप्रियता बरकरार है। दोस्ती पर बनी फिल्म में कुछ ऐसे भी सीन थे जिन्हें देख सेंसर बोर्ड कांप गया था और उनपर कैंची चला दी थी। आइए जानते उसके बारे में।

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। साल 1975 में आई फिल्म शोले तो आप में से कई लोगों ने देखी होगी। अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र और हेमा मालिनी की ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर फिल्म ने उस साल बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया था। इस मूवी से जुड़े आपने कई किस्से सुने होंगे जिसमें धर्मेंद का एक सीन में असली बंदूक की इस्तेमाल करना, फिल्म का बजट 1 से 3 करोड़ तक पहुंचना शामिल है। लेकिन आपको शायद ही पता होगा कि इस फिल्म के कई सीन्स डिलीट कर दिए गए थे। उन सीन्स में ऐसा कुछ था कि सेंसर बोर्ड को भी सोच में डाल दिया था।
गब्बर सिंह का खौफ और बेरहमी
शोले का एक बहुत ही फेमस डायलॉग है जिसमें फिल्म का विलेन यानी की गब्बर सिंह कहता है कि, 'पचास पचास कोस दूर जब कोई बच्चा रोता है तो मां कहती है कि सोजा वरना गब्बर आ जाएगा'। मेकर्स ने गब्बर को खौफ और क्रूर दिखाने के लिए बहुत से यूनिक डायलॉग और सीन क्रिएट किए थे। डायरेक्टर ने तो कुछ सीन ऐसे फिल्माए थे कि जब फिल्म सेंसर बोर्ड तक पहुंची, तो उसे देखने वाले भी डर गए और उन्हें फिल्म से तुरंत हटाने का फैसला लिया गया। ऐसे ही एक सीन की फोटो इन सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है जिसमें गब्बर सिंह का खतरनाक रूप देखने को मिल रहा है।
शोले का कौन सा सीन हुआ डिलीट?
ये फोटो एक सोशल मीडिया पेज ने शेयर की है जिसका नाम है ओल्ड इज गोल्ड। उनकी पोस्ट में अमजद खान शोले को गब्बर सिंह के रूप में नजर आ रहे हैं। उनके सामने जमीन पर सचिन पिलगांवकर लेटे नजर आ रहे हैं। सचिन पिलगांवकर ने फिल्म में अहमद का किरदार निभाया था। तस्वीर में आप देख सकते हैं सचिन जमीन पर औंधे पड़े दिख रहे हैं और अमजद खान उन्हें बालों को बड़ी खींच कर ऊपर उठा रहे हैं।
आस पास हथियारों के साथ तैनात डाकुओं का घेरा लगा हुआ है। ये उस सीन का हिस्सा है जिसमें सचिन अपने अब्बू की सलाह मानकर नौकरी के लिए दूसरे गांव जा रहे होते हैं। बीच में ही डाकुओं का काफिला उन्हें पकड़ कर गब्बर के पास ले आता है। इस सीन के बाद वो उन्हें मार देते हैं।
Photo Credit- IMDb
इस वह से हटाया गया था सीन
इंस्टाग्राम हैंडल ने पोस्ट के कैप्शन में बताया कि साल 1975 में रिलीज हुई शोले मूवी से सेंसर बोर्ड ने इस सीन को हटवा दिया था। सीन हटाने के पीछे उनका कारण था कि गब्बर सिंह इसमें बहुत ही क्रूर नजर आ रहा था। सीन में वॉयलेंस काफी ज्यादा था, इसलिए उसे हटा दिया गया था। आज भी शोले लोगों की फेवरेट फिल्मों में से एक है।
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