डेब्यू फिल्म से ही डूब गया 'गब्बर' के बेटे का करियर, क्या आपको याद हैं रानी मुखर्जी के को-स्टार?
अमजद खान (Amjad Khan) अपने जमाने के सबसे ज्यादा फीस लेने वाले अभिनेताओं में से एक थे। उन्होंने शोले अब दिल्ली दूर नहीं हम किसी से कम नहीं याराना जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में सपोर्टिंग एक्टर के तौर पर काम किया। हालांकि अमजद खान की तरह उनके बेटे शादाब खान इंडस्ट्री में अपनी जगह नहीं बना सके। चलिए उनकी फिल्मों पर डालते हैं एक नजर।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। बॉलीवुड में नेपोटिज्म का सिलसिला काफी पुराना है। राज कपूर से लेकर विनोद खन्ना और राजेश खन्ना-धर्मेंद्र जैसे कई सितारों के बच्चों ने अपने पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए अभिनय में ही अपना करियर बनाया।
80 और 90 के दशक में कई एक्टर्स आए, जिनमें से कुछ तो इंडस्ट्री में आज तक टिके हुए हैं, लेकिन कई गुमनाम हो चुके हैं। इनमें से एक नाम हैं 'गब्बर' उर्फ अमजद खान के बेटे शादाब खान का। शादाब ने 90 के दशक में बॉलीवुड में कदम रखा था।
'शोले' में गब्बर की भूमिका निभाने वाले अमजद खान को एक तरफ जहां सपोर्टिंग एक्टर होने के बावजूद भी काफी प्यार मिला, वहीं उनके बेटे मेन लीड में भी अपने फैंस का दिल नहीं जीत सके। कौन हैं शादाब खान और क्यों उन्होंने एक्टिंग से लिया पहली फिल्म के बाद संन्यास चलिए जानते हैं।
'राजा की आएगी बारात' में निभाया था ये किरदार
अमजद खान के तीन बच्चे हैं, बेटे शादाब खान और बेटियां अहलम खान और दूसरा बेटा सीमाब खान। उनकी दोनों लडकियां जहां लाइमलाइट से हमेशा दूर रहीं, वहीं शादाब खान ने अरशद वारसी और चंद्रचूड़ स्टारर फिल्म 'बेताबी' से साल 1997 में इंडस्ट्री में कदम रखा। इस फिल्म में उन्होंने सपोर्टिंग किरदार अदा किया था।
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इसके बाद उनके हाथ लगी अशोक गायकवाड़ के निर्देशन में बनी फिल्म राजा की आएगी बारात, जो उसी साल रिलीज हुई थी। फिल्म में शादाब ने एक रईस खानदान के लड़के का किरदार निभाया था, जो पिता के पैसों पर अय्याशी करता है।
मूवी में उनके अपोजिट रानी मुखर्जी ने मुख्य भूमिका निभाई थी। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रही। इस फिल्म में जहां रानी के काम को तो नोटिस किया गया और उनका करियर ग्राफ अप हुआ, लेकिन शादाब के करियर की नैया डूब गई और ये मूवी उनके करियर की सबसे बड़ी गलती बन गई।
दो साल बाद ही बॉलीवुड से हुए थे गायब
न्यूज 18 की रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमजद खान की किस्मत के सितारे जहां सपोर्टिंग एक्टर के तौर पर भी बुलंदियों पर रहे, वहीं उनके बेटे शादाब ने अपने पूरे करियर में महज छह फिल्में की, वो भी कई-कई साल के ब्रेक में। दो साल के इंतजार के बाद उन्हें कमल हासन के निर्देशन में बनी फिल्म 'हे राम' में कास्ट किया गया, लेकिन यहां पर भी वह अपने अभिनय का दम नहीं दिखा पाए।
इस फिल्म के बाद उन्होंने अभिषेक बच्चन और करीना कपूर स्टारर फिल्म 'रिफ्यूजी' में एक छोटा सा किरदार निभाया था। हालांकि, वह अपने इस करियर ग्राफ से बिल्कुल भी खुश नहीं थे और उन्होंने एक्टिंग छोड़ने का निर्णय लिया। शादाब खान कई फिल्मों में छोटा-मोटा रोल निभाते आए हैं, लेकिन आज भी उन्हें उनके नाम से ज्यादा अमजद खान के बेटे के रूप में ही जाना जाता है।
हंसल मेहता की वेब सीरीज में आए थे नजर
शादाब खान लास्ट बार स्क्रीन पर हंसल मेहता की वेब सीरीज 'स्कैम 1992' में नजर आए थे। उन्होंने सोनी लिव पर साल 2020 में रिलीज हुई टेलीविजन सीरीज में अजय कायन का किरदार अदा किया था।
अमजद खान के बेटे ने एक्टिंग से दूर होने के बाद बतौर लेखक और डायरेक्टर भी काम किया। उन्होंने 'शांति मेमोरियल' नामक बुक और 'मर्डर इन बॉलीवुड' नामक क्राइम नॉवेल भी लिखी है।
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