'धक्के मारकर दरगाह ले गए...' जब IPL के दौरान अजमेर शरीफ पहुंचे थे Shah rukh Khan, सिक्योरिटी की बढ़ी मुश्किलें
शाहरुख खान की सिक्योरिटी का जिम्मा संभाल चुके बॉडीगार्ड यूसुफ इब्राहिम ने उस दौरान का एक किस्सा सुनाया है। दरअसल एक बार शाह रुख खान अचानक से अजमेर शरीफ दरगाह पहुंच गए थे और शुक्रवार का दिन होने के कारण लोगों को वहां पर संभालना काफी मुश्किल हो गया था। उनके बॉडीगार्ड ने अब वो पूरा किस्सा सुनाया है जब स्थिति आपे से बाहर हो गई थी।
एंटरटेमेंट डेस्क, नई दिल्ली। शाहरुख खान को बॉलीवुड का किंग खान यूं ही नहीं कहा जाता है। एक्टर जहां भी जाते हैं लोग उनके दीवाने हो जाते हैं। ऐसे में एक्टर्स के आसपास भीड़ को संभालना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। हालांकि इन सब कामों में माहिर यूसुफ इब्राहिम ने हाल ही में एक इंटरव्यू दिया है।
अजमेर शरीफ दरगाह गए थे शाह रुख खान
इस इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि वो एक्टर्स के आसपास सिक्योरिटी कैसे मैनेज करते हैं। यूसुफ आलिया भट्ट और वरुण धवन के लिए भी काम कर चुके हैं। अब एक इंटरव्यू में यूसुफ ने बताया कि शाह रुख के आसपास की सिक्योरिटी को मैनेज करना कितना कठिन था। दरअसल अभिनेता इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान एक बार राजस्थान में थे। इस दौरान वो अजमेर शरीफ की दरगाह गए थे।
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हमने गलत समय चुना - यूसुफ
सिद्धार्थ कन्नन को दिए इंटरव्यू में यूसुफ ने बताया, “आईपीएल के दौरान, शाहरुख सर अजमेर शरीफ दरगाह जाना चाहते थे। हम वहां पहुंचे और जो दिन हमने चुना वह गलत था। उस दिन शुक्रवार था, और समय भी सही नहीं था क्योंकि 12:30 बज रहे थे। ये एकदम नमाज का समय था। किसी भी समय यदि आप शुक्रवार को वहां जाते हैं,तो वहां 10-15 हजार लोग होंगे।"
लोग एक दूसरे को धक्का मार रहे थे
उन्होंने कहा कि जब शाहरुख आए थे, तो पूरे अजमेर शहर को उनकी दरगाह यात्रा के बारे में पता था। वहां इतनी भीड़ थी कि हम सचमुच वहां खड़े थे और लोगों ने हमें धक्का मारके दरगाह के अंदर ले गए और धक्का मारके अपने आप हमें गाड़ी में लाके बैठा दिया।
पुलिस को करना पड़ा लाठीचार्ज
वहीं जब यूसुफ से इस बारे में पूछा गया कि शाह रुख खान का इस पर क्या रिएक्शन था तो उन्होंने कहा कि इतनी दिक्कत होने के बावजूद शाहरुख शांत रहे। यह समझते हुए कि इस सबमें न तो कर्मचारी और न ही उनके किसी फैन की गलती है। पुलिस को लोगों को वहां से तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। वहां बहुत ज्यादा पागलपन था। यह मेरे लिए जीवन भर का अनुभव था।
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