OMG 2: ए सर्टिफिकेट के कारण अपनी ही फिल्म नहीं देख पाया 'ओएमजी 2' का ये एक्टर, बोला- 'मुझे हमेशा पछतावा रहेगा'
Aarush Varma On OMG 2 अक्षय कुमार स्टारर फिल्म ओएमजी 2 बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित हुई। पंकज त्रिपाठी और यामी गौतम ने भी फिल्म में अहम भूमिका निभाई। लोगों ने मूवी को पसंद किया और कई लोगों ने राय दी कि इसे टीनएजर्स को भी दिखाया जाना चाहिए था। अब आरुष वर्मा ने बताया कि वह खुद भी ये फिल्म नहीं देख पाये।

नई दिल्ली, जेएनएन। Aarush Varma On OMG 2: साल की हिट फिल्मों में अक्षय कुमार और पंकज त्रिपाठी स्टारर फिल्म 'ओएमजी 2' (OMG 2) भी शामिल हो गई है। फिल्म की रिलीज से पहले काफी विवाद हुआ था। मेकर्स चाहते थे कि ये मूवी टीनएजर्स भी देख सकें, लेकिन सेंसर बोर्ड ने फिल्म को 27 कट के साथ एडल्ट सर्टिफिकेट दिया, जबकि फिल्म टीनएजर्स की जिंदगी के इर्द-गिर्द घूमती है।
अक्षय कुमार समेत सितारों ने सेंसर बोर्ड के इस फैसले पर नाराजगी जाहिर की थी। एक्टर का कहना था कि जिन टीनएजर्स को ये फिल्म देखनी चाहिए थी, वह नहीं देख पाये। अब 'ओएमजी 2' में विवेक का किरदार निभा चुके आरुष वर्मा ने बताया कि टीनएज उम्र के होने की वजह से उन्हें भी फिल्म देखने को नहीं मिला, जिसकी वजह से वह काफी दुखी हुए।
फिल्म न देखने पर नाराज हुए आरुष वर्मा
आरुष वर्मा ने बताया कि वह अपनी पहली फिल्म थिएटर में नहीं देख पाये, जिसकी कमी उन्हें हमेशा खलेगी। एक्टर ने एएनआई से बातचीत में कहा-
"मुझे अपनी पहली फिल्म थिएटर में न देख पाने का पछतावा रहेगा। मुझे थोड़ा गुस्सा आया और बुरा भी लगा। मैं चाहता हूं कि अगर सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन कोई फैसला लेता है तो वह हमारे लिए लाभदायक होना चाहिए, क्योंकि मैं चाहता हूं कि मेरी एज ग्रुप के दोस्त फिल्म को एन्जॉय करें और इसकी टार्गेट ऑडियंस, जिसके लिए ये बनाई गई है, वे भी इसे समझ सकें और कुछ सीख सकें।"
"क्योंकि इस फिल्म के पीछे एक विजन था और वह था भारत को यह सिखाना कि यौन शिक्षा कोई छुपकर सीखने वाली चीज नहीं है, यह एक ऐसी चीज है जिस पर खुलकर बात की जा सकती है। मुझे लगता है कि यौन शिक्षा एक ऐसी चीज है, जिसे हर किसी को सीखना चाहिए।"
फिल्म को एडल्ट सर्टिफिकेट देने पर भड़के एक्टर
आरुष वर्मा ने आगे बताया कि जब बच्चे ही फिल्म नहीं देख सकते हैं तो इसका बनाने का क्या फायदा हुआ। आरुष ने कहा-
"फिल्म में ऐसा कुछ नहीं है, जो बच्चे नहीं देख सकते, बल्कि फिल्म तो बच्चों के लिए ही बनाई गई है। हम एडल्ट्स को फिल्म दिखा रहे हैं, इसका क्या पॉइंट बनता है? अगर सही फिल्म सही लोगों को नहीं दिखाई गई तो फिल्म बनाने का कोई मतलब नहीं है। लोग कहेंगे 18 प्लस वाली फिल्म है, इसे बच्चों को मत दिखाओ।"
आरुष वर्मा ने अपील की कि बच्चों को ये फिल्म दिखाई जानी चाहिए, क्योंकि ये उन्हीं के लिए बनी है।
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