Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    11 साल की उम्र में मजदूरी किया करते थे Jitendra Kumar उर्फ जीतू भैय्या, मिलती थी 40 रुपये दिहाड़ी

    Updated: Wed, 09 Oct 2024 03:32 PM (IST)

    नेटफ्लिक्स की हिट सीरीज कोटा फैक्ट्री और पंचायत के सचिव जी तो आप सभी को याद ही होंगे। एक्टर जीतेंद्र कुमार दिल से जितने देसी दिखते हैं असलियत में भी वो वैसे ही हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने खुलासा किया कि उन्होंने अपने बचपन का कुछ समय झोपड़ी में रहकर गुजारा है। यहां तक कि उन्होंने कुछ समय के लिए मजदूरी भी की।

    Hero Image
    जीतेंद्र कुमार ने किया दिहाड़ी मजदूर का काम

    एंटरटेनमेंट डेस्क,नई दिल्ली। कोटा फैक्ट्री में जीतू भैया और पंचायत में सचिवजी के नाम से फेमस हुए जितेंद्र कुमार आज घर घर पहचान बन गए हैं। वैसे तो एक्टर को अब सब एक सफल अभिनेता के तौर पर जानते हैं। वैसे तो एक्टर अब एक सफल अभिनेता के तौर पर खुद को स्थापित कर चुके हैं लेकिन अपने करियर के शुरुआती दौर में उन्होंने एक मजदूर के तौर पर भी काम किया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    झोपड़ी में रहते थे जीतू भैय्या

    साइरस ब्रोचा को दिए इंटरव्यू में जितेंद्र से पूछा गया कि क्या उन्हें अपना पहला घर याद है? इस पर अभिनेता ने कहा कि उनका जन्म राजस्थान के अलवर के खैरथल में हुआ था और वह जंगल में एक झोपड़ी में रहते थे।

    यह भी पढ़ें: Kota Factory 3 से पहले OTT पर निपटा लें 'जीतू भैया' की ये वेब सीरीज, टीचर बनने से पहले निभा चुके हैं कई किरदार

    जितेंद्र ने विस्तार से इस पर बात करते हुए कहा- 'हमारे पास जंगल में एक झोपड़ी हुआ करती थी। हमारा पूरा परिवार वहीं रहता था। हमारे पास एक पक्का मकान भी था। मेरे चाचा और पापा सिविल इंजीनियर हैं और मैं भी सिविल इंजीनियर हूं। हुआ ये कि जो हमारा मकान था उसमें दो और कमरे बनने थे इसलिए हम 6 से 7 महीने के लिए झोपड़ी में रहने चले गए। इसके बाद कंस्ट्रक्शन का काम शुरू हुआ।'

    दिहाड़ी मजदूर के तौर पर किया काम

    उन्होंने आगे कहा,"गर्मियों की छुट्टी में मैं मजदूरी का काम पकड़ लिया करता था। पेंटर, कारपेंटर के साथ मैं दिहाड़ी मजदूर के तौर पर काम करता था। मुझे 40 रुपये दिन के हिसाब से पैसे मिलते थे। हालांकि मेरे घरवालों को ये चीज बिल्कुल पसंद नहीं थी। मेरे पिता को जब इस बारे में पता चला तो उन्होंने मुझे बहुत डांटा। तब मैं लगभग 11 या 12 साल का था और मजदूरों की मदद करता था। मैंने घरों को एकदम शुरुआत से बनते देखा है।"

    जितेंद्र ने आईआईटी खड़गपुर से सिविल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया है। इसके बाद उन्होंने कोटा फैक्ट्री में कोचिंग टीचर जीतू भैया की भूमिका निभाई और लोगों का दिल जीत लिया। इसके बाद वो पंचायत पार्ट 1 और 2 में जीतू भैय्या के किरदार में नजर आए।

    यह भी पढ़ें: Panchayat 3 के लिए 'सचिव जी' को मिली नीना गुप्ता से ज्यादा फीस? Jitendra Kumar ने सैलरी को लेकर तोड़ी चुप्पी