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    JFF 2024: सिनेमा लवर्स का उत्साह बढ़ा रहे हैं फिल्मी सितारे, देश-विदेश की फिल्मों का हो रहा प्रीमियर

    जागरण फिल्म फेस्टिवल (Jagran Film Festival 2024) में सितारों की शिरकत से सिनेमा लवर्स की एक्साइटमेंट लगातार बढ़ रही है। फेस्टिवल में शनिवार और रविवार के दिन तापसी पन्नू (Taapsee Pannu) अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) जैसे स्टार्स नजर आएंगे। इससे पहले जान लेते हैं कि फिल्म फेस्टिवल में आने वाले युवाओं को फिल्मी दुनिया के सितारों से क्या सीखने को मिल रहा है।

    By Sahil Ohlyan Edited By: Sahil Ohlyan Updated: Sat, 07 Dec 2024 11:53 AM (IST)
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    जागरण फिल्म फेस्टिवल में सिनेमा लवर्स में दिखा उत्साह

    स्मिता श्रीवास्तव, नई दिल्ली। एक ही कैंपस में देश-विदेश की कई फिल्‍में, शॉर्ट फिल्‍में, डॉक्यूमेंट्री देखने का मौका सिनेमा लवर्स को मिल रहा है। नामचीन फिल्मी सितारों और निर्माता-निर्देशकों से सीधे बातचीत...ये सब है सिरीफोर्ट आडिटोरियम में, जिसका फायदा दिल्ली के युवा दो दिनों से जमकर उठा रहे हैं। सिरीफोर्ट परिसर में आडिटोरियम के अंदर, बाहर और परिसर के बाहर चाय की दुकान पर भी सिनेमा प्रेमी युवाओं का जोश साफ नजर आता है।

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    जागरण फिल्म फेस्टिवल (जेएफएफ) में आ रहे अभिनेता और फिल्मकार न सिर्फ युवा सिनेमा प्रेमियों की जिज्ञासाओं को शांत कर रहे हैं, बल्कि उन्हें करियर के लिए नई राह भी दिखा रहे हैं। यही वजह है कि जेएफएफ सिनेमा प्रेमियों के बीच वार्षिक कार्यक्रम का हिस्‍सा बन चुका है। दिल्‍ली में पंकज कपूर, मनोज बाजपेयी, सुधीर मिश्रा, भूमि पेडणेकर, रिद्धि डोगरा, भुवन बाम जैसी नामचीन सिनेमा हस्तियों के साथ संवाद के दौरान युवाओं ने अपनी तमाम जिज्ञासाओं का समाधान किया।

    ये दिग्गज स्टार्स करेंगे शिरकत

    वहीं, शनिवार और रविवार को जेएफएफ तापसी पन्नू, मुकेश छाबड़ा, राजपाल यादव, राहुल रवैल, अर्जुन कपूर जैसी प्रतिष्ठित सिनेमा हस्तियों से मिलकर सिनेमा को करीब से जानने का मौका देगा। 

    सिरीफोर्ट आडिटोरियम के एंट्री गेट से ही इस समारोह को लेकर उत्‍साह देखने को मिल रहा है। अंदर प्रवेश कर रहे सिनेमा प्रेमी आपस में यहां पर अपनी पसंदीदा फिल्में देखने को लेकर चर्चा के साथ-साथ सत्र में शामिल होने को लेकर बातचीत करते नजर आते हैं। अंदर प्रवेश के साथ ही वहां पर सिनेमा के पोस्‍टरों से सजा गलियारा, उसके ऊपर सजा रंगीन शामियाना फिल्‍मी दुनिया का अहसास कराता है। इनमें रेट्रोस्पेक्टिव में दिखाई जा रही पंकज कपूर की फिल्मों से लेकर देसी-विदेशी फिल्‍मों के पोस्‍टर फिल्म फेस्टिवल की झलक दिखाते हैं। यहां की यादों को संजोने के लिए युवाओं में होड़ दिखती है। कोई रील बनाता तो कोई अपने दोस्‍तों के समूह के साथ सेल्‍फी खींचता नजर आता है। कुछ अपनी फोटो में पोस्‍टर सही तरीके से न आने की वजह से असंतुष्‍ट भाव के बाद दोबारा फोटो लेते दिखते हैं। थोड़ा सा आगे बढ़ने पर लुप्‍त होती कठपुतली कला से रूबरू होते हैं। कभी फिल्‍मों में खूब नजर आई इस कला को यहां पर साक्षात देख युवाओं का आकर्षण देखते ही बनता है।

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    सिनेमा लवर्स में नजर आ रहा है उत्साह

    यह आकर्षण अभी जेहन से निकला भी नहीं होता कि वे सिनेमा की उस दुनिया में आ जाते हैं, जहां उन्‍हें अलग-अलग भाषा की देसी-विदेशी फिल्‍मों का स्‍वाद मिलता है। कभी सब एकसाथ हंसते नजर आते हैं तो कभी अपनी आंखों में आए आंसूओं को चुपचाप छिपा ले जाना जाते हैं। यही है सिनेमा की असल ताकत जो अपनी कहानी के जरिये हंसाने, रुलाने के साथ संदेश देने की ताकत रखती है। यह देश की सकारात्मक छवि बनाने और विदेश में हमारी संस्‍कृति का प्रचार-प्रसार करने में भी अहम भूमिका निभाता है। यह फिल्‍में विभिन्न संस्कृतियों के लिए मतभेदों को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाने के लिए सक्षम वातावरण बनाने का काम भी करती हैं। 

    फि‍ल्म फेस्टिवल का अहम पहलू यह भी है कि यह विभिन्न देशों के फि‍ल्ममेकर को एक साथ लाता है और क्रास-कल्चरल समझ को बढ़ावा देता है। सिनेमा की असल ताकत का उपयोग वास्‍तव में हालीवुड ने किया है। हालीवुड फि‍ल्मों ने अमेरिकी लोकप्रिय संस्कृति को आकार देने और देश के मूल्यों और विश्वासों को दुनिया भर में फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जागरण फेस्टिवल भी सिनेमा की इस ताकत से वाकिफ है। यही वजह रही है कि 'गुड सिनेमा फार एवरीवन' टैगलाइन के साथ लगातार बढ़ रहा है। सिनेप्रेमी वाकिफ हैं कि फिल्म फेस्टिवल उनके लिए चुने हुए फिल्‍मों का गुलदस्‍ता लाता है, जो उनका मनोरंजन करने के साथ ही अप्रत्‍यक्ष रूप से उन्‍हें शिक्षित करने का भी काम करता है।

    इस संस्करण में भारतीय और अंतरराष्‍ट्रीय मूल की 102 फिल्मों की उल्लेखनीय सूची शामिल है, जिसमें 34 भाषाओं में 29 देशों की लघु फिल्में, डॉक्यूमेंट्री और ओटीटी सामग्री शामिल हैं। इनमें कई ऐसी फिल्‍में भी हैं, जो अभी किसी प्‍लेटफार्म पर रिलीज नहीं हुई हैं। फिल्‍में देखने के लिए भीड़ उमड़ रही है और कलाकारों-फिल्मकारों की बातें सुनने के लिए हाल भी खचाखच भर रहे हैं, ये दिल्लीवालों की सिनेमा को लेकर दीवानगी दर्शाता है।

    मुंबई में होगा फिल्म फेस्टिवल का समापन

    दिल्‍ली से आरंभ होने के बाद प्रयागराज, वाराणसी, रायपुर, रांची, इंदौर, सिलीगुड़ी, कानपुर, लखनऊ, आगरा, मेरठ, गोरखपुर, पटना, लुधियाना, देहरादून, हिसार और दरभंगा जैसे प्रमुख स्थानों से गुजरते हुए मुंबई में इसका भव्य समापन होगा।

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