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    100 करोड़ में बिका राज कपूर का बंगला, पुश्तैनी घर को बेचने की आखिर क्या थी मजबूरी?

    Updated: Sun, 23 Nov 2025 09:47 AM (IST)

    पुश्तैनी घर को लेकर भावनाएं कुछ अलग होती हैं क्योंकि वहां कई पीढ़ियों की यादें, खासकर बचपन की यादें बसी होती है, बूढ़ों का आशीर्वाद बसा होता है। ऐसी कुछ भावनाएं हैं फिल्म इंडस्ट्री के सबसे बड़े, पहले और समृद्ध कपूर परिवार की, क्योंकि उन्हें मजबूरी में राज कपूर का खूबसूरत कॉटेज बेचना पड़ा जहां पर वे सब बड़े हुए। आइए जानते हैं आखिर क्यों कपूर परिवार ने उस बंगले को बेच दिया जिसमें राज कपूर की अनगिनत यादें बसी हुई हैं।

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    किस मजबूरी में बिका राज कपूर का कॉटेज

    एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। कपूर खानदान पर बनी डॉक्यूमेंट्री डाइनिंग विद द कपूर्स आखिरकार नेटफ्लिक्स पर आ गई है। यह शो दर्शकों को कपूर परिवार के सदस्यों के रिश्ते और खाने के लिए उनके प्यार की एक झलक दिखाता है। इसके अलावा यह शो मशहूर राज कपूर की जिंदगी और चेंबूर ईस्ट में उनके देवनार कॉटेज की प्यारी यादों को भी दिखाता है। यह बहुत दुख की बात है कि भारत के सबसे पुराने फिल्म परिवार को अपनी पुश्तैनी प्रॉपर्टी देवनार कॉटेज छोड़नी पड़ी और RK स्टूडियोज को गोजरेज प्रॉपर्टीज़ को बेच दिया गया।

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    शो में, राज कपूर की बेटी रीमा जैन और परिवार के दूसरे सदस्य, जिनमें रणधीर कपूर, करिश्मा कपूर, करीना कपूर और रणबीर कपूर शामिल हैं, देवनार कॉटेज जाकर बचपन की पुरानी यादों को ताजा करते हुए नजर आते हैं।

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    कपूर परिवार को देवनार कॉटेज, RK स्टूडियो क्यों छोड़ना पड़ा?

    रीमा जैन के मुताबिक, राज कपूर की पत्नी कृष्णा कपूर ने अपने बच्चों को सलाह दी थी कि उनके जाने के बाद वे ईंटों और दीवारों से ज्यादा न चिपके रहें, क्योंकि घर बहुत बड़ा हो जाएगा और उसे संभालना मुश्किल हो जाएगा। यह मशहूर फिल्म स्टूडियो सितंबर 2017 में एक बड़ी आग में फंस गया था। स्टूडियो का एक बड़ा हिस्सा, जिसमें राज कपूर का मेरा नाम जोकर का मास्क और आवारा पियानो जैसी कीमती यादगार चीजें शामिल थीं, जलकर खाक हो गया था। साथ ही स्टूडियो कई सालों से घाटे में चल रहा था, इसलिए लेटेस्ट टेक्नोलॉजी से इसे फिर से बनाना पैसे के हिसाब से फायदेमंद नहीं था।

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    आपको बता दें कि देवनार कॉटेज मुंबई के चेंबूर में राज कपूर का पर्सनल बंगला था, जहां वे अपने परिवार के साथ रहते थे। कॉटेज के पास बना RK स्टूडियो उनकी फिल्म प्रोडक्शन कंपनी, RK फिल्म्स का बेस था। बाद में प्रॉपर्टीज को गोदरेज प्रॉपर्टीज को बेच दिया गया और उन्हें लग्जरी रेजिडेंशियल कॉम्प्लेक्स, गोदरेज RKS में रीडेवलप किया गया।

    डाइनिंग विद द कपूर्स के बारे में

    इस डॉक्यूमेंट्री में हिंदी सिनेमा के पहले फिल्म खानदान कपूर्स की एक खास मीटिंग है, जो बॉलीवुड के लेजेंड राज कपूर और परिवार के मुखिया, पृथ्वीराज कपूर के बेटे की सौवीं सालगिरह मनाने के लिए एक साथ आ रहे हैं। इसमें रणधीर कपूर, नीतू कपूर, रीमा जैन, रणबीर कपूर, करिश्मा कपूर, करीना कपूर खान, सैफ अली खान, रिद्धिमा कपूर साहनी और अदार जैन हैं और यह बॉलीवुड रॉयल्टी की पीढ़ी में एक बार होने वाली मीटिंग है, जो प्यार, विरासत और भाईचारे का जश्न मनाती है।

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    1 घंटे 1 मिनट की यह दिल को छूने वाली डॉक्यूमेंट्री अरमान जैन ने बनाई है और स्मृति मुंद्रा ने डायरेक्ट की है और यह भारत के सबसे प्यारे फिल्म परिवारों में से एक को करीब से दिखाता है। इसे फ्लाई-ऑन-द-वॉल डॉक्यूमेंट्री स्टाइल में शूट किया गया है जिसमें मजेदार नोकझोंक से लेकर प्यारी बातें तक शामिल हैं और ये सब उनके असली जुनून, खाने से जुड़ा है।

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