Dhurandhar में डाले गए नए और रेट्रो गानों ने कैसे फिल्म में जोड़ी इंटेंसिटी, बढ़ गई दर्शकों की उत्सुकता
रणवीर सिंह और अक्षय खन्ना अभिनीत एक्शन-थ्रिलर फिल्म "धुरंधर" राष्ट्रवाद, अपराध और प्रेम का मिश्रण है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता इसका संगीत है, ...और पढ़ें
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धुरंधर के एक सीन में रणवीर सिंह (फोटो-इंस्टाग्राम)
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। धुरंधर एक ऐसी फिल्म नहीं है जो आपको धीरे-धीरे अपनी ओर खींच ले। शुरुआत से ही, 2025 की यह एक्शन थ्रिलर फिल्म ने अपने ट्रेलर से ही साफ कर दिया था कि वह एक अलग लेवल का मनोरंजन आपको देने वाली है।
रणवीर ने निभाया हमजा अली का किरदार
आदित्य धर द्वारा निर्देशित यह फिल्म राष्ट्रवाद, संगठित अपराध और एक प्रेम कहानी के अस्थिर मिश्रण को एक ऐसी दुनिया में समेटे हुए है जहां वफादारी कमजोर है और हिंसा ही सब कुछ है। रणवीर सिंह ने फिल्म में हमजा अली मजारी का रोल निभाया है, जबकि अक्षय खन्ना रहमान दैकत के रूप में एक खामोश लेकिन खौफनाक खलनायक के रूप में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराते हैं।
कुछ एंट्री गानें हैं काफी जबरदस्त
वहीं महज एक एक्शन फिल्म से कहीं बढ़कर, फिल्म में म्यूजिक का भी एक अच्छा प्रयोग किया गया है जोकि किरदारों और सीन्स में इंटेसिटी जोड़ती है। धुरंधर में गाने किसी रोमांटिक सीन या शांत भावुक धुन का इंतजार नहीं करते। वे कभी पीछा करने के दौरान, कभी गोलीबारी के बीच, और कभी किसी ऐसे किरदार की एंट्री पर बजते हैं जिससे आपको डर लगने लगे गाने उन कारणों में से एक हैं जिनकी वजह से दर्शक पूरी 3 घंटे 34 मिनट की फिल्म से जुड़े रहते हैं। आदित्य धर ने ऐसा ही एक एक्सपेरिमेंट किया है। चलिए जानते हैं।
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ना तो कारवां की तलाश है
'ना तो कारवां की तलाश है' बरसात की रात से रोशन की एक पॉपुलर कव्वाली है और इस मूवी के सबसे पॉपुलर गानों में से एक है । धुरंधर में, इसका पुनर्जन्म इश्क जलकर - कारवां के रूप में हुआ है और यह मूड को सेट करने के लिए एकदम परफेक्ट है। यह गाना फिल्म की दार्शनिक पृष्ठभूमि तैयार करता है। यह हमारे प्रमुख हमजा अली मज़ारी का परिचय देता है।
रंबा हो
रंबा हो, जो मूल रूप से एक चियरफुल और प्लेयफुल सॉन्ग है। फिल्म में इसे एक एक्शन पैक सीक्वेंस के तौर पर इस्तेमाल किया है। यह विरोधाभास जानबूझकर किया गया है। जो गीत पहले हल्का-फुल्का था, अब क्रूरता और सुनियोजित हिंसा को दर्शाता है।
मोनिका ओह माय डार्लिंग
इसे फॉलो करने के टर्म्स में इस्तेमाल किया गया है। इसे 'रन डाउन द सिटी - मोनिका' का नाम दिया गया है। क्लासिक कारवां ट्रैक का यह नया संस्करण एक रोमांचक पीछा करने वाले दृश्य के दौरान बजता है, जब हमजा और यालीना जमील पुलिस से भाग रहे होते हैं। गाने की तेज गति वाली, अराजक ऊर्जा स्क्रीन पर दिख रही घबराहट और हताशा के साथ पूरी तरह से मेल खाती है।
ना दे दिल परदेसी नू
ना दे दिल परदेसी नू को बॉलीवुड फिल्म धुरंधर के लिए रैपर हनुमानकाइंड और अभिनेता रणवीर सिंह के बीच हाई एनर्जी दिखाने के लिए क्रिएट किया गया है। इसे हनुमानकाइंड नाम दिया गया है जोकि इसका ऑफिशियल डेब्यू है।
रेट्रो पाकिस्तानी धीमे गीतों और गजलों का इस्तेमाल
फिल्म में पाकिस्तान में संगीत सुनते लोगों को जब दिखाया गया है तो उसमें गुलाम अली के चुपके चुपके और नुसरत फतेह अली खान के अफरीन अफरीन गीतों का भी इस्तेमाल किया गया है। इससे फिल्म को और अधिक प्रामाणिकता मिलती है। हर गीत, चाहे उसे पूरी तरह से नया रूप दिया गया हो, सोच-समझकर चुना गया लगता है। इसमें कोई अनावश्यक तत्व नहीं है, न ही कोई ऐसा पुराना गीत है जो सिर्फ पहचान जगाने के लिए इस्तेमाल किया गया हो।
जाने पहचाने गीतों को अपरिचित संदर्भों में रखकर, धुरंधर ने ऑडियंस के साथ कनेक्ट करने का काम किया है। पूरी फिल्म देखते समय आपको कभी रिलेक्स होकर डूबने का मौका नहीं मिलेगा। आप एलर्ट रहेंगे। इसके बजाय, संगीत बेचैन करता है, ऊर्जा भरता है और बॉलीवुड संगीत से आपकी अपेक्षाओं को चुनौती देता है।

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