Deewaar के इस सीन ने उड़ा दी थी Amitabh Bachchan की नींद, कमरे में खुद को 15 घंटे के लिए कर दिया लॉक
अमिताभ बच्चन के करियर की सबसे शानदार फिल्मों के बारे में जिक्र किया जाए तो उसमें Deewaar (1975) का नाम जरूर शामिल होगा। इस मूवी के जरिए बिग बी ने बतौर अभिनेता ने मील का पत्थर का कायम किया। अमिताब बच्चन (Amitabh Bachchan) की दीवार से जुड़े कुछ अनसुने तथ्य मौजूद हैं जिनके बारे में आज हिट फिल्में सुपरहिट किस्से में चर्चा की जाएगी।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। ''आज मेरे पास बिल्डिंग है, प्रोपर्टी है, बैंक बैलेंस, बंगला, गाड़ी हैं, क्या है तुम्हारे पास, मेरे पास मां है।'' हिंदी सिनेमा के दिग्गज कलाकार अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) और शशि कपूर का ये डायलॉग्स हम सब ने एक न एक बार जरूर सुना होगा।
साल 1975 में आई फिल्म दीवार का ये संवाद काफी ज्यादा पॉपुलर हुआ। दीवार (Deewaar) अमिताभ के फिल्मी करियर की उन चुनिंदा फिल्मों से एक हैं, जो लंबे समय तक सिनेमाघरों में चली है। इस मूवी को लेकर कई सारे रोचक तथ्य मौजूद हैं। ऐसे में आज हिट फिल्में, सुपरहिट किस्से में इस फिल्म के बारे में विस्तार से बात की जाएगी।
दीवार ने बॉक्स ऑफिस पर मचाया धमाल
निर्देशक यश चोपड़ा के डायरेक्शन में फिल्म दीवार को बनाया गया। जंजीर जैसी सफल फिल्म की कहानी लिखने के बाद एक बार फिर से सलीम खान और जावेद अख्तर की जोड़ी ने अमिताभ बच्चन स्टारर दीवार की कहानी को बुना। इस मूवी ने अपनी शानदार कहानी से हर किसी को दिल जीत लिया और फिल्म सुपरहिट साबित हुई।
अमिताभ के अलावा शशि कपूर, निरूपा रॉय, परवीन बॉबी, नीतू सिंह और सुधीर जैसे कलाकारों ने दीवार में अहम भूमिकाओं का अदा किया। आलम ये रहा कि दीवार साल 1975 की सबसे सफल फिल्मों की सूची में शामिल हुई।
अमिताभ बच्चन नहीं थे दीवार के लिए पहली पसंद
दीवार के डायरेक्टर यश चोपड़ा इस फिल्म में विजय वर्मा के रोल के लिए अमिताभ बच्चन को कास्ट नहीं करना चाहते थे। इस किरदार के लिए यश की पहली पसंद राजेश खन्ना थे, लेकिन फिल्म लेखक सलीम-जावेद की राजेश के साथ कुछ खास नहीं बनती थी।
ऐसे में इन दोनों ने मिलकर यश को अमिताभ बच्चन के नाम का सुक्षाव दिया और इस तरह से दीवार के विजय वर्मा के कैरेक्टर से बिग बी ने हिंदी सिनेमा में मील का पत्थर कायम कर दिया।
इस सीन से परेशान हो गए अमिताभ बच्चन
फिल्म दीवार में एक सीन दिखाया गया है, जब विजय (अमिताभ बच्चन) की मां (निरूपा रॉय) बीमार पड़ जाती है। अपनी मां की सलामती के लिए वह पहली बार मंदिर जाता है और भगवान से बातचीत करता है। मूवी को इस सीन को शूट करने के लिए मेकर्स को काफी माथापच्ची करनी पड़ी।
दरअसल अमिताभ से ये सीन हो नहीं रहा था और वह बार-बार रीटेक लिए जा रहे थे, फिर भी कामयाब नहीं हुए। बाद में इस सीन की शूटिंग को बीच में रोका गया और अमिताभ से रिहर्सल करने को कहा गया। इसके बाद वह इतने परेशान हो गए कि उन्होंने खुद को एक कमरे में करीब 15 घंटे के लिए लॉक कर लिया।
हालांकि ऐसा उन्होंने शीशे के सामने सीन के लिए प्रैक्टिस को मद्देनजर रखते हुए किया। आलम ये है कि दीवार का ये आईकॉनिक सीन फिल्म इंडस्ट्री के पॉपुलर सीन्स में शुमार है।
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एक साथ बिग बी ने की शोले और दीवार की शूटिंग
अमिताभ बच्चन के 5 दशक के करियर की दो सबसे बड़ी फिल्में दीवार और शोले हैं। खास बात ये है कि उन्होंने इन फिल्मों की शूटिंग को एक साथ किया था, क्योंकि ये दोनों एक ही साल 1975 में सिनेमाघरों में रिलीज हुईं। जहां एक तरफ 24 जनवरी को दीवार तो दूसरी तरफ 15 अगस्त को शोले को रिलीज किया गया।
बताया जाता है कि रात में अमिताभ बच्चन दीवार की शूटिंग किया करते थे, जबकि दिन में वह फिल्म शोले के सेट पर जाते थे। इस तरह से उन्होंने अपनी दो बेस्ट मूवीज की शूटिंग को एक साथ किया।
दीवार के नाम पर बनी दूसरी दीवार फिल्म
1975 की दीवार के अलावा अमिताभ बच्चन एक और दीवार नाम की फिल्म का हिस्सा बने। साल 2004 में मिलन लुथारिया के डायरेक्शन बनी दीवार में बिग बी अहम रोल में दिखाई दिए।
हालांकि इस दीवार की कहानी पुरानी दीवार से काफी अगल थी और मूवी को उतनी सफलता भी हासिल नहीं हो सकी। फिल्म में बिग बी के साथ-साथ संजय दत्त और अक्षय खन्ना जैसे कलाकार भी मौजूद रहे।
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