Zanjeer 1973: दिलीप कुमार से लेकर धर्मेंद्र तक, चार एक्टर्स ने ठुकराई थी फिल्म, पढ़िए 'जंजीर' बनने की कहानी
Zanjeer Movie 1973 अमिताभ बच्चन के करियर की सबसे शानदार मूवी के बारे में जिक्र किया जाए तो उसमें जंजीर का नाम जरूर शामिल होगा। ये वही फिल्म है जिसने अमिताभ को रातों-रात हिंदी सिनेमा का सुपरस्टार बना दिया। लेकिन क्या जानते हैं कि बिग बी इस मूवी के लिए मेकर्स की पहली पसंद नहीं थे। आइए जानते हैं कि उन्हें ये मूवी कैसे मिली।

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। Amitabh Bachchan Zanjeer Movie: सलीम खान और जावेद अख्तर हिंदी सिनेमा के लेखक की वो अद्भुत जोड़ी थी, जिन्होंने कई फिल्म कलाकारों के करियर को फर्श से अर्श पर पहुंचा दिया था। शोले, दीवार और यादों की बारात जैसी कई सुपरहिट फिल्मों की पटकथा लिखने वाले सलीम और जावेद ने 70 के दशक में एक ऐसी फिल्म की कहानी लिखी, जिसने अमिताभ बच्चन को बॉलीवुड का महानायक बनाने का कारवां शुरू कर दिया।
आज हिट फिल्म सुपरहिट किस्से में सलीम खान और जावेद अख्तर द्वारा लिखी गई फिल्म जंजीर के दिलचस्प किस्सों के बारे में जिक्र किया जाएगा।
एंग्री यंग मैन की छवि से लूटा मेला
साल 1973 में डायरेक्टर प्रकाश मेहरा के निर्देशन में बनी फिल्म जंजीर में अमिताभ बच्चन ने एंग्री यंग मैन पुलिस इंस्पेक्टर विजय खन्ना का किरदार अदा किया। ये वहीं प्रकाश मेहरा हैं, जो अमिताभ की नमक हलाल, लावारिस, मुकद्दर का सिंकदर और शराबी जैसी कई फिल्मों के निर्देशन के लिए जाने जाते हैं।
विजय की भूमिका में अमिताभ बच्चन अपने दमदार अभिनय की छाप छोड़ी, जिसकी बदौलत जंजीर तत्कालीन वर्ष की सबसे सफल हिंदी मूवीज में शुमार हुई। इस फिल्म में बिग बी के अलावा प्राण, जया बच्चन, इफ्तिकार खान और अजीत खान ने अहम रोल प्ले किए।
अमिताभ नहीं थे जंजीर की पहली पसंद
जंजीर के पर्दे के पीछे की कहानी काफी रोचक है। फिल्म के लेखक सलीम खान ने एक इंटरव्यू के दौरान इस बात का खुलासा किया था कि जंजीर के लिए अमिताभ बच्चन मेकर्स की पहली पसंद नहीं थे। इंदु मिराणी को दिए साक्षात्कार में सलीम ने बताया- जब हमने विजय खन्ना का किरदार लिखा तो उसके बाद कई बड़े कलाकारों को ये रोल ऑफर किया गया था। इसमें दिलीप कुमार,राजकुमार, धर्मेंद्र और देव आनंद के नाम शामिल रहें।
लेकिन सबको विजय के कैरेक्टर में कोई न कोई कमी दिखी और उन्होंने इसके लिए मना कर दिया। चूकिं हमने फिल्म बॉम्बे टू गोवा देखी हुई थी तो हमारा जहन में कहीं न कहीं अमिताभ बच्चन भी बने हुए थे और जब वह इसके लिए राजी हुए तो जंजीर की सफलता और विजय के किरदार की पॉपुलैरिटी से आप सफलता का अंदाजा लगा सकते हैं।
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दिलीप कुमार को हुआ अफसोस
इस दौरान सलमान खान के पिता सलीम खान ने इस बात का भी जिक्र किया की जंजीर के पुलिस इंस्पेक्टर विजय खन्ना के रोल को ठुकारने के बाद ट्रेजडी किंग दिलीप कुमार साहब को काफी अफसोस हुआ था। सलीम ने बताया- मैंने एक बारी दिलीप जी का एक इंटरव्यू लिया था। उस दौरान मैंने उनसे ये सवाल पूछा था कि वो कौन सी फिल्में हैं, जिन्हें छोड़ने का आपको पछतावा हुआ। इसके जवाब में उन्होंने बैजू बावरा, प्यासा और जंजीर का नाम लिया।
सलीम ने इस बात की जानकारी भी दी आखिर क्यों दिलीप साहब ने जंजीर को रिजेक्ट किया था। दिलीप कुमार राम और श्याम जैसी फिल्मों को करने के लिए काफी जाने जाते थे। जिसमें थोड़ी बहुत कॉमेडी हो, हीरो गाने गाए-रोमांस करे। लेकिन जंजीर के विजय के रोल में ये सब नहीं था तो कहीं न कहीं दिलीप कुमार जंजीर इसलिए पसंद नहीं आए, लेकिन फिल्म के चलने के बाद उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ।
रियल डॉन से प्रेरित था फिल्म का किरदार
जंजीर में अभिनेता अजीत खान ने विलेन सेठ धर्मदयाल तेजा की भूमिका को निभाया था। बताया जाता है कि खलनायक का उनका ये किरदार रियल लाइफ डॉन हाजी मस्तान से प्रेरित था। फिल्म में हाजी के स्वाभव और बोलचाल के तरीके को सलीके से प्रदर्शित करने के लिए अजीत ने काफी हद तक खुद को इस रोल में ढाला था।
40 साल बाद बना था जंजीर का रीमेक
अमिताभ बच्चन की जंजीर हिंदी सिनेमा की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में से एक मानी जाती है। इस फिल्म की सफलता शोर 50 साल के बाद भी कायम है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जंजीर की दोबारा से भी बनाया जा चुका है। साल 2013 में डायरेक्टर अपूर्व लाखिया के निर्देशन बनी फिल्म जंजीर को सेम टाइटल से रीमेक किया गया।
स्टारकास्ट में राम चरण, प्रियंका चोपड़ा और संजय दत्त जैसे कलाकार शामिल रहे। खास बात ये थी की तेगुलु भाषा में भी जंजीर का तूफान के नाम से रिलीज किया गया। लेकिन राम चरण की जंजीर अमिताभ बच्चन की जंजीर के 1 प्रतिशत की सफलता भी हासिल नहीं कर पाई।
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