फिल्म सेट के पहले दिन को आज तक नहीं भूल पाईं Bhumi Pednekar, बोलीं- "मुझे ऐसे देख रहे थे, जैसे खा..."
Bhumi Pednekar बॉलीवुड एक्ट्रेस भूमि पेडनेकर अक्सर अपने लुक्स के कारण सोशल मीडिया पर लाइमलाइट बटोरती रहती हैं। हाल ही में एक्ट्रेस इवेंट में पहुंची थीं जहां उन्होंने अपनी डेब्यू फिल्म के पहले दिन की बात की। भमि ने बताया कि किस खास टैकनिक से वो खुद को किरदार के लिए तैयार करती हैं। साथ ही उन्होंने अनिल कपुर की दी हुई सलाह का भी जिक्र किया।

रीतिका मिश्रा, नई दिल्ली: भूमि पेडनेकर फिल्म इंडस्ट्री की टैलेंटेड एक्ट्रेस में से एक मानी जाती हैं। अपने लुक्स और एक्टिंग दोनों को लेकर ही सुर्खियों में रहती हैं। हाल ही में वो जागरण फिल्म फेस्टिवल का हिस्सा बनीं थीं जहां उनसे कई फिल्मों से जुड़े कई तरह के सवाल किए गए थे। सबसे पहले एक्ट्रेस ने दिल्ली आने और यहां की चीजों के लिए अपने लगाव पर बात की। इसके बाद उन्होंने किसी किरदार में ढलने की प्रोसेस के बारे में समझाया। आइए जानते हैं क्या बोलीं भूमि पेडनेकर...
दिल्ली आकर एक्साइटेड हुईं भूमि पेडनेकर
भूमि ने दिल्ली आकर इवेंट अटेंड करने पर अपनी खुशी जाहिर की। एक्ट्रेस ने कहा, 'मेरा दिल बसा हुआ है दिल्ली में, बार-बार ये शहर मुझे बुलाता रहता है और मुझे यहां की हर चीज पसंद है। यहां का खाना, लोग, माहौल, इतिहास सब कुछ मुझे भाता है।
मैं चांदनी चौक के पराठे जरूर खाने जाऊंगी, वैसे पराठे पूरे हिंदुस्तान में कहीं नहीं मिलते। सिरीफोर्ट ऑडिटोरियम में आयोजित जागरण फिल्म फेस्टिवल (जेएफएफ) में अभिनेत्री भूमि पेडनेकर ने जब अपनी इन विशेज के बारे में बताया तो हॉल में बैठें लोगों ने उनके लिए जोर से तालियां बजाईं।
ऐसे करती हैं रोल के लिए खुद को प्रिपेयर
बातचीत के दौरान भूमि ने पर्दे पर किसी भी रोल को प्ले करने से पहले उसमें घुसने के बारे में बताया। इस प्रोसेस के बारे में वो कहती हैं, 'सबसे पहले जो किरदार आप करने जा रहे हैं, उससे बहुत प्यार करें। अपना रियाज कभी मत छोड़ें, ये बहुत जरूरी है। किरदार की तैयारी को लेकर कोई नियम नहीं होता, लेकिन अपनी बात, अपनी फीलिंग को एक्सप्रेस करना आना चाहिए।
Photo Credit- Instagram
इसके लिए हिंदी को जानना जरूरी है। मैं कई बार देखती हूं कि कलाकार शब्द का उच्चारण ठीक से नहीं कर पाते। एक्ट्रेस ने ये भी बताया कि कैसे आजकल लोग मेंटल हेल्थ की बात नहीं करते हैं, लेकिन जितना जरूरी शारीरिक स्वास्थ्य है, उतना जरूरी मानसिक स्वास्थ्य भी है।
डेब्यू फिल्म के पहले सीन में लिए 11 टेक
भूमि पेडनेकर के डेब्यू फिल्म दम लगा के हईशा थी। इस फिल्म के लिए उन्होंने कई किलो वजन बढ़ाया था। इस मूवी के पहले सीन के बारे में भूमि ने बताया, 'एक शॉट था जिसमें सीमा (पाहवा) जी जो मेरी मां का किरदार अदा कर रही हैं, वो मुझसे पूछती हैं कुछ हुआ और तब मुझे शर्म आ रही थी। क्योंकि मैं, बात नहीं कर पा रही हूं। ये मेरा पहला सीन था जो मैंने किया था। मैं बहुत घबराई हुई थी।
Photo Credit- Instagram
पहले दिन मैंने 11 टेक किए थे। निर्देशक शरद कटारिया मुझे ऐसे देख रहे थे, जैसे खा जाएंगे। मैं अपना पहला दिन सेट पर कभी नहीं भूल सकती हूं। जो आपका पहला दिन होगा उसको अपने दिमाग में कॉपी-पेस्ट कर लेना, क्योंकि वो अनुभव फिर कभी नहीं होगा'।
ये भी पढ़ें- धोखाधड़ी मामले में फंसे Ali Abbas Zafar, हाई कोर्ट से वासु भगनानी को मिली FIR करने की परमीशन
बचपन से हीरोइन बनने का था सपना
फिल्मी पर्दे पर खुद को देखने का सपना हर कोई देखता है लेकिन बहुत कम लोग होते हैं जो ये सपना पूरा कर पाते हैं। भूमि भी उन्हीं लोगों में से एक हैं जिन्होंने अपना ये सपना सच किया है। वो कहती हैं, 'आज से 10 साल पहले 27 फरवरी को मैंने फिल्मों में अपनी जर्नी शुरू की थी और मैं सच कह रही हूं, मुझे लगता है आज भी जब मैं आप सबके सामने मौजूद हूं तो मुझे लग रहा है ये सब सपना है।
क्योंकि बचपन से मैं बस एक ही चीज चाहती थी कि भगवान कुछ हो जाए मुझे हीरोइन बना दें, कुछ हो जाए मैं कैमरे के सामने आ जाऊं और मुझे ये मौका मिला, इसलिए मैं अपने आपको बहुत खुशकिस्मत समझती हूं और मैं कभी अपने काम को हल्के में नहीं लेती हूं। मैं ये भी कहूंगी कि आपको जो चाहिए उसकी शिद्दत से कामना करें। मैंने ये फील किया है, ये जरूर पूरी होती है'।
अनिल कपूर का सलाह को रखती हैं हमेशा याद
भूमि ने अनिल कपूर से जुड़ा भी एक किस्सा शेयर किया। एक्ट्रेस ने बताया, 'उन्होंने फिल्म थैंक्यू फॉर कमिंग के समय बहुत अच्छी सलाह दी थी कि कभी रुकना मत, जो हो जैसे हो बस अपना काम करते रहो। क्योंकि आपको नहीं पता कि कब आपको आपकी किस फिल्म के लिए फिल्मफेयर अवार्ड मिल जाए। भूमि ने शुभ मंगल सावधान पर चर्चा करते हुए कहा, मुझे लगता है मेरी और आयुष्मान खुराना की जोड़ी हिट है। मुझे उसके साथ काम करने में बहुत मजा आता है।
भक्षक फिल्म पर कही दिल की बात
आखिरी बार अभिनेत्री को ओटीटी रिलीज फिल्म भक्षक में देखा गया था। इस फिल्म में उन्होंने पत्रकार की भूमिका निभाई थी। इस पर उन्होंने बोला कि भक्षक फिल्म उन्हें जीवन के ऐसे पड़ाव पर मिली जब वो काफी निराश महसूस कर रही थीं। उन्होंने भावुक होते हुए कहा,
Photo Credit- Instagram
'मुझे लग रहा था मैं क्या कर रही हूं, 10 साल हो गए हैं करियर में और मेरी पिछली कुछ फिल्में चली नहीं थीं। जब फिल्म के रिव्यूज आए तो मुझे लगा कि यार मैं इसीलिए तो कलाकार बनी हूं। भक्षक ने मुझे आगे के लिए राह दिखाई कि अगले 10 वर्षों के लिए मैं उन्हीं सेट पर जाऊंगी, जहां पर मैं मुस्कुरा सकूं, वह काम करूंगी जो मुझे अच्छा लगे'।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।