‘पैन इंडिया है एक बड़ा घोटाला…’ बिग बजट फिल्मों पर ये क्या बोल गए अनुराग कश्यप?
अनुराग कश्यप ने पैन इंडिया फिल्मों को लेकर एक विवादास्पद बयान दिया है जिसमें उन्होंने इसे एक बड़ा घोटाला बताया है। उन्होंने बड़े बजट और सेट पर होने वाले खर्चों पर भी सवाल उठाए हैं जिसके कारण फिल्म की कहानी और कलाकारों पर ध्यान कम दिया जाता है। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर अनुराग कश्यप बेबाकी के साथ अपनी बात रखते हैं। हाल ही में फुले फिल्म की रिलीज टलने के बाद उन्होंने ब्राह्मण समाज को लेकर विवादित बयान दिया था। इसके बाद निर्देशक को माफी भी मांगनी पड़ी। यह बात सच है कि डायरेक्टर ने हिंदी सिनेमा को कई बेहतरीन फिल्में दी हैं और उन्होंने बी टाउन के पॉपुलर सितारों के साथ भी काम किया है, लेकिन अक्सर वह ऐसे बयान दे देते हैं, जिनके ऊपर बाद में विवाद खड़ा होता है।
इस बार अनुराग कश्यप ने पैन इंडिया फिल्मों पर टिप्पणी की है। इतना ही नहीं, उन्होंने बता दिया कि वह इस तरह की फिल्म को किस तरह से देखते हैं। सोशल मीडिया पर उनका यह बयान वायरल भी होने लगा है।
पैन इंडिया फिल्मों पर अनुराग कश्यप ने तोड़ी चुप्पी
द हिंदू को दिए लेटेस्ट इंटरव्यू में अनुराग कश्यप ने पैन-इंडिया फिल्मों को लेकर बात की। उन्होंने कहा, 'मेरे लिए पैन-इंडिया एक बड़ा घोटाला है। पैन इंडिया एक बड़ा शब्द है। एक फिल्म उस समय पैन इंडिया होती है, जब वह पूरे भारत में अच्छा प्रदर्शन करती है। सवाल खड़ा होता है कि कोई भी फिल्म रिलीज होने से पहले पैन इंडिया कैसे हो सकती है।
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फिल्म को तीन से चार साल तक प्रोडक्शन में लगते हैं और एक फिल्म से काफी ज्यादा लोग जुड़े होते हैं। यही कारण है कि उनकी जीवनशैली भी तीन से चार साल तक फिल्म पर निर्भर रहती है। इस वजह से सारा पैसा फिल्म में नहीं जाता। कहानी वही है, अभिनेता वही हैं, पैसा इन बड़े, अवास्तविक सेट्स में जाता है, जिसका कोई मतलब नहीं होता है।
डायरेक्टर ने बताया क्यों गिर रहा है कहानी का स्तर?
फिल्म निर्माता ने अपनी बात पूरी करते हुए आगे कहा, 'इसमें केवल 1 प्रतिशत ही काम करता है और यही एक प्रतिशत पूरे भारत का चक्र शुरू करता है। कुछ फिल्में ही सफल हुई हैं, जिनकी किसी ने उम्मीद भी नहीं की थी। स्त्री 2 सफल हुई थी, तो लोगों ने इसने हॉरर कॉमेडी की दुनिया शुरू की। जब उरी सफल हुई, तो सभी ने राष्ट्रवादी फिल्मों को ही बनाना शुरू कर दिया। बाहुबली की सफलता के बाद फिल्म निर्माताओं ने प्रभास के साथ बड़े बजट की फिल्में बनाना शुरू किया। इस तरह के तमाम कारण ही जिम्मेदार हैं कि फिल्म की कहानी में गिरावट शुरू हो गई है।'
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