Personality Rights की सुरक्षा के लिए Akshay Kumar पहुंचे बॉम्बे हाईकोर्ट, अदालत ने सुरक्षित रखा फैसला
बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार (Akshay Kumar) ने बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख किया है। एक्टर ने अपनी पर्सनैलिटी राइट्स के गलत उपयोग से बचाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अज्ञात लोग डीपफेक इमेज, वीडियो, उनकी आवाज़ का दुरुपयोग कर रहे हैं।
-1760544940207.webp)
अक्षय कुमार ने खटखटाया बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा (फोटो-इंस्टाग्राम)
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। हाल के दिनों में ऐश्वर्या राय, अभिषेक बच्चन, अमिताभ बच्चन, करण जौहर, ऋषभ शेट्टी और अक्किनेनी नागार्जुन सहित कई मशहूर हस्तियों ने भी अपने व्यक्तित्व अधिकारों की सुरक्षा के लिए अदालत का रुख किया है। अब इसमें खिलाड़ी कुमार का भी नाम शामिल हो गया।
AI का हो रहा गलत इस्तेमाल
बॉलीवुड सुपरस्टार अक्षय कुमार ने भी अपने व्यक्तित्व अधिकारों की सुरक्षा के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख किया है। अभिनेता ने उन लोगों के खिलाफ अदालत में मुकदमा दायर किया है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल करके उनके व्यक्तित्व अधिकारों का उल्लंघन कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें- 8 घंटे से ज्यादा सेट पर नहीं रुकता ये मेल सुपरस्टार, Deepika Padukone के बयान के बीच वायरल हुआ ये पुराना वीडियो
अब इस मामले पर फैसला सुनाते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट ने बुधवार को कहा कि वह अभिनेता अक्षय कुमार की सुरक्षा के लिए एक अंतरिम आदेश पारित करेगा। अदालत ने कहा कि इस तरह की सामग्री "न केवल उनके कद को ठेस पहुंचाती है, बल्कि इसके गंभीर परिणाम भी होते हैं।"
अक्षय के वकील ने क्या दी दलील
न्यायमूर्ति आरिफ डॉक्टर अक्षय कुमार द्वारा दायर एक सिविल मुकदमे की सुनवाई कर रहे थे, जिसमें उनके व्यक्तित्व के अनधिकृत उपयोग और व्यावसायिक शोषण पर रोक लगाने की मांग की गई थी। कुमार की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता बीरेंद्र सराफ ने कहा कि यह मुद्दा अभिनेता की व्यक्तिगत चिंता से परे है।
इन चीजों पर लगेगी रोक
कुमार की याचिका में उनके नाम, स्क्रीन नाम "अक्षय कुमार", फोटो, समानता, आवाज़, विशिष्ट शैली और तौर-तरीकों का एआई इस्तेमाल करते डीपफेक कंटेंट बनाने की बात कही गई है। अभिनेता ने आरोप लगाया है कि यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स (पूर्व में ट्विटर) और विभिन्न ई-कॉमर्स साइटों जैसे प्लेटफॉर्म पर फर्जी वीडियो, नकली सामान, भ्रामक विज्ञापन और सोशल मीडिया प्रोफाइल प्रसारित किए गए हैं।
यह मुक़दमा मार्च 2025 में ऑनलाइन प्रसारित हुए एक फर्जी फ़िल्म के ट्रेलर का ज़िक्र करता है जिसमें कुमार की डीपफ़ेक तस्वीरें थीं, जिससे अभिनेता को सार्वजनिक रूप से यह स्पष्ट करना पड़ा कि उनका इससे कोई लेना-देना नहीं है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।