MP में कांग्रेस ने किया कर्ज माफी का वादा, पर भाजपा ने निभाया; शिवराज सरकार ने किसानों को दी राहत
वर्ष 2018 में मध्य प्रदेश में कांग्रेस की 15 वर्ष बाद सत्ता में वापसी का बड़ा कारण किसानों की कर्ज माफी के वादे को माना जाता है। पार्टी इसे अपनी उपलब्धि के तौर पर प्रचारित भी करती है पर भाजपा अब इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस को घेर रही है। डिफाल्टर हुए किसानों का 2000 करोड़ रुपये से अधिक का ब्याज शिवराज सरकार ने माफ कर दिया।

राज्य ब्यूरो, भोपाल। वर्ष 2018 में मध्य प्रदेश में कांग्रेस की 15 वर्ष बाद सत्ता में वापसी का बड़ा कारण किसानों की कर्ज माफी के वादे को माना जाता है। पार्टी इसे अपनी उपलब्धि के तौर पर प्रचारित भी करती है, पर भाजपा अब इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस को घेर रही है।
कांग्रेस ने किया था कर्ज माफी का वादा
दरअसल, कांग्रेस ने वचन दिया था कि किसानों का दो लाख रुपये तक का कर्ज माफ किया जाएगा, पर ऐसा नहीं हुआ। इस बीच डिफाल्टर हुए किसानों का 2000 करोड़ रुपये से अधिक का ब्याज शिवराज सरकार ने माफ कर दिया। कांग्रेस के वादे के मुताबिक, किसानों का ऋण माफ नहीं हुआ, जबकि वह इसकी आस में बैठे रहे और उन्होंने सहकारी समितियों का ऋण नहीं चुकाया। इससे वे डिफाल्टर हो गए।
किसानों को लगने लगे अतिरिक्त ब्याज
इसी बीच कमल नाथ सरकार गिर गई। किसानों के डिफाल्टर होने की वजह से सहकारी समितियों से उन्हें बिना ब्याज का ऋण, खाद-बीज मिलना बंद हो गया। ब्याज और उस पर दंड ब्याज लगने लगा। किसान के सिर से ब्याज के बोझ की गठरी उतारने के लिए भाजपा सरकार ने ब्याज माफी योजना लागू की और दो हजार करोड़ रुपये से अधिक का ब्याज माफ किया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर पार्टी नेता अब इसे मुद्दा बनाकर न केवल कांग्रेस को घेर रहे हैं बल्कि चेता भी रहे हैं कि एक बार फिर कमल नाथ कर्ज माफी की गारंटी दे रहे हैं। इससे सावधान रहें।
11 लाख 97 हजार किसान डिफाल्टर
मध्य प्रदेश में एक करोड़ 11 लाख किसान हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया था कि दस दिन में कर्ज माफ नहीं हुआ तो मुख्यमंत्री बदल देंगे, पर कर्ज माफी नहीं हुई। किसानों को अलग-अलग रंग के आवेदनों में उलझाया गया। पहले एक बार में कर्ज माफी की बात थी, लेकिन इसे चरणों में बांट दिया। कांग्रेस दावा करती है कि 27 लाख किसानों का ऋण माफ हुआ है। इसके बावजूद 11 लाख 97 हजार किसान डिफाल्टर हो गए।
भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष दर्शन सिंह चौधरी ने कहा कि कर्ज माफी किसानों के साथ कांग्रेस का सबसे बड़ा धोखा था। किसानों ने कांग्रेस के जुमले पर भरोसा किया और वे डिफाल्टर हो गए। शिवराज सरकार ने किसानों की परेशानी को समझा और उनके सिर पर चढ़े ब्याज का बोझ उतारने का निर्णय लिया। कांग्रेस की इस धोखाधड़ी को जन आशीर्वाद यात्रा से लेकर ग्राम चौपाल तक उजागर किया जा रहा है।
पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव ने कहा कि कमल नाथ सरकार ने 27 लाख किसानों का कर्ज माफ कर दिया था। दूसरे चरण की प्रक्रिया चल रही थी, पर भाजपा ने षड्यंत्र करके सरकार गिरा दी। वह नहीं चाहती थी कि किसान कर्ज मुक्त हों, इसलिए योजना को बंद कर दिया।
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