लाडली बहना योजना ने बदला चुनावी माहौल, शिवराज की हो रही वाहवाही; भाजपा को 125 से ज्यादा सीटें मिलने का अनुमान
मध्य प्रदेश में भले ही विधानसभा चुनावों का एलान न हुआ हो लेकिन राजनैतिक दल पूरी तरह से सक्रिय हो चुके हैं। इसी बीच सामने आए ताजा सर्वे में शिवराज सिंह चौहान को अबतक का सबसे पसंदीदा चेहरा बताया जा रहा है। ताजा सर्वे के मुताबिक भाजपा को 115 से 122 सीट मिलने का अनुमान जताया गया है जबकि कांग्रेस को 105 से 115 सीटें मिल सकती हैं।

ऑनलाइन डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश में भले ही विधानसभा चुनावों का एलान न हुआ हो, लेकिन राजनैतिक दल पूरी तरह से सक्रिय हो चुके हैं। इसी बीच सामने आए ताजा सर्वे में शिवराज सिंह चौहान को अबतक का सबसे पसंदीदा चेहरा बताया जा रहा है। मौजूदा चुनावी गर्माहट भाजपा के पक्ष में दिख रही है। पिछले दो माह में मतदाताओं का रुख भाजपा की ओर मुड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। हालांकि, दो माह पहले तक सर्वे इस दिशा की ओर इशारा कर रहे थे कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार बना सकती है।
ताजा सर्वे के मुताबिक, भाजपा को समाज के सभी तबकों का साथ मिलता हुआ दिख रहा है, जबकि मुस्लिम समुदाय कांग्रेस के पक्ष में है। अगर बात एंटी इंकम्बेंसी की है तो शिवराज सिंह चौहान से ज्यादा लोगों को विधायकों और अफसरों से शिकायत है। इन परिस्थितियों में अगर आज विधानसभा चुनाव होते हैं तो भाजपा के पाले में तकरीबन 125 सीटें आ सकती हैं। अगर वोट शेयर की बात की जाए तो भाजपा को 48 फीसदी, जबकि कांग्रेस को 43 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है।
किसे मिल सकती हैं कितनी सीटें?
हाल ही में न्यूज 24 का सर्वे सामने आया है। इस ताजा सर्वे में भाजपा को 115 से 122 सीट मिलने का अनुमान जताया गया है, जबकि कांग्रेस को 105 से 115 सीटें मिल सकती हैं। अगर न्यूज 24 के सर्वे और जुलाई में सामने आए सर्वे की तुलना की जाए तो भाजपा के पक्ष में पिछले दो माह में 10 से 15 सीटें बढ़ती हुई दिखाई दे रही हैं।
वहीं, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि दो माह पुराने सर्वे का अब कोई मतलब ही नहीं है, क्योंकि चुनाव करीब आ गए हैं और इस वक्त जनता के मन में क्या है? वही महत्वपूर्ण है। राजनीतिक मुद्दों पर प्रमुखता से लिखने वाले नितिन शर्मा का कहना है कि इस वक्त जो मिजाज है वही आगे बढ़ेगा और सर्वे के अनुमान से ज्यादा सीटें भाजपा को मिल सकती हैं। अगर ऐसा ही ट्रेंड बना रहा तो भाजपा दो माह में 135 सीटों के आंकड़े तक पहुंच सकती है।
लाडली बहना ने बदला मिजाज
लाडली बहना योजना ने एक गेमचेंजर के तौर पर उभर रही है। दो माह में भाजपा के पक्ष में जो माहौल बना है उसके पीछे लाडली बहना योजना की बड़ी भूमिका है और इसी वजह से बहनों का विश्वास 'मामा' के प्रति और मजबूत हुआ है।
हाल ही का सर्वे अलग-अलग जातियों और वर्गों के आधार पर भी किया गया और इसके आंकड़े कांग्रेस को परेशान करने वाले हैं, क्योंकि किसी भी वर्ग में कांग्रेस को बढ़त मिलते हुए नहीं दिखाई दे रही है। अगड़ी जातियों के 52 फीसदी मतदाता भाजपा के समर्थन में, जबकि 35 फीसदी कांग्रेस के पक्ष में हैं। वहीं, आदिवासी मतदाता भी भाजपा के समर्थन में दिख रहे हैं।
स्थानीय स्तर पर है एंटी इंकम्बेंसी
इस बार का सर्वे काफी रोचक है, क्योंकि जनता शिवराज सिंह चौहान से नाराज नहीं है। एंटी इंकम्बेंसी महज स्थानीय स्तर पर दिखाई दे रही है। ज्यादातर लोगों को विधायकों और अफसरों से शिकायत हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने अपनी चुनावी रणनीति में तब्दीली की माहौल पार्टी के पक्ष में दिखाई देने लगा।
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