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Lok Sabha Elections 2019: गुजरात कांग्रेस से अल्पेश ठाकोर का दो विधायकों संग इस्तीफा

Alpesh Thakor. गुजरात में अल्पेश ठाकोर सहित तीन विधायकों ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है।

By Sachin MishraEdited By: Published: Wed, 10 Apr 2019 12:42 PM (IST)Updated: Thu, 11 Apr 2019 08:05 AM (IST)
Lok Sabha Elections 2019: गुजरात कांग्रेस से अल्पेश ठाकोर का दो विधायकों संग इस्तीफा

अहमदाबाद, जेएनएन। गुजरात के ओबीसी नेता और कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर ने अपने दो साथी विधायकों धवल सिंह झाला और भरतजी ठाकोर के साथ बुधवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कांग्रेस पर टिकट बेचने, ठाकोर समाज का अपमान, उपेक्षा और विश्वासघात का आरोप लगाते हुए कहा कि वह किसी भी पार्टी में शामिल नहीं होंगे। ठाकोर सेना को मजबूत करेंगे और वषर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में ब़़डी भूमिका अदा करेंगे।

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राज्य में क्षत्रिय ठाकोर सेना की मदद से नशाबंदी आंदोलन चलाकर चर्चित हुए अल्पेश गत विधानसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस में शामिल हुए थे। पिछले दिनों जब उनके भाजपा में शामिल होने की चर्चा जोर पक़़डने लगी थी, तब उन्होंने साफ किया था कि वह कांग्रेस में ही बने रहेंगे। हालांकि, उन्होंने यह भी दावा किया था कि भाजपा की तरफ से उन्हें मंत्री पद का प्रस्ताव मिला था। इस्तीफे के बाद अल्पेश ने कहा कि विधानसभा चुनाव में ठाकोर सेना ने कांग्रेस को 43 सीटों पर जीतने में मदद की। इसके बावजूद उसे उचित सम्मान नहीं मिला। उन्होंने कांग्रेस के राज्य प्रभारी राजीव सातव पर टिकट बिक्री का भी आरोप लगाया।

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के गुजरात आगमन से ठीक पहले अल्पेश का कांग्रेस से इस्तीफा गुजरात की राजनीति पर गहरा असर छो़ड़ेगा। उत्तर गुजरात की चार सीटों बनासकांठा, पाटण, साबरकांठा व मेहसाणा पर भाजपा को लाभ मिल सकता है।

कांग्रेस से इस्तीफा, विधायक पद से नहीं
अल्पेश ने साफ किया कि वे विधायक पद से इस्तीफा नहीं दे रहे हैं। किसी भी राजनीतिक दल के खिलाफ या समर्थन में प्रचार भी नहीं करेंगे। हालांकि, बनासकांठा व ऊंझा में चुनाव प्रचार की बात कही है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि किसका समर्थन करेंगे।

अल्पेश ठाकोर ने अपने इस्तीफे में जिस भाषषा का इस्तेमाल किया है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्हें पार्टी ने विधायक, एआईसीसी में मंत्री व बिहार का सह प्रभारी बनाया। उनके इस कदम से ठाकोर समाज को ठेस पहुंची है। पार्टी प्रभारी राजीव सातव पर आरोप लगाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
-अमित चावड़ा, अध्यक्ष गुजरात प्रदेश कांग्रेस।

बताया जाता है कि पिछले दो-तीन दिनों में ठाकोर की भाजपा के पूर्व मंत्री शंकर चौधरी के साथ कई दौर में लंबी बातचीत हुई है। हालांकि, इससे पहले भी ठाकोर के भाजपा में शामिल होने की चर्चाएं तेज हुई थीं और तब उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसका खंडन किया था। उन्होंने दावा किया था कि भाजपा ने उन्हें संपर्क करते हुए मंत्री पद का भी प्रस्ताव दिया था, लेकिन वह कांग्रेस में बने रहेंगे।

कांग्रेस के धवल सिंह जाला के मुताबिक, ठाकोर सेना कोर कमेटी की बैठक हो चुकी है। बैठक में उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का अल्टीमेटम दिया। अभी अल्पेश ठाकोर गुजरात से बाहर हैं, जब वह वापस आएंगे तो हम आगे का फैसला लेंगे।

इस बीच, क्षत्रिय ठाकोर सेना की कोर कमेटी ने कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर व दो अन्य विधायकों को ठाकोर सेना या कांग्रेस उनमें से एक को चुनने का अल्टीमेटम दिया था। क्षत्रिय ठाकोर सेना की कोर कमेटी की बैठक मंगलवार देर रात अहमदाबाद में हुई, जिसमें राधनपुर से कांग्रेस के विधायक अल्पेश ठाकोर, बायड के विधायक धवल सिंह झाला और बहुचराजी से कांग्रेस के विधायक भरत ठाकोर को ठाकोर सेना ने अल्टीमेटम दिया है कि ठाकोर सेना या कांग्रेस में से एक का चुनाव करें।

लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले भी उनकी कांग्रेस छोड़ने की चर्चाएं जोरों पर थी। लेकिन बाद में उन्होंने इससे इनकार कर दिया था। हालांकि साथ ही, इन्होंने भाजपा से मंत्री पद की आफर की बात भी कही थी। गुजरात में कांग्रेस के कई विधायक भाजपा में शामिल हो चुके हैं। हाल ही में पाला बदलने वाले कुंवरजी बावलिया व जवाहर चावड़ा को तो भाजपा ने पार्टी में शामिल करने के साथ ही राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री भी बना दिया था। 


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