दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने घोषित की चुनाव से संबंधित कमेटी
प्रदेश कांग्रेस की चुनाव समिति प्रचार समिति घोषणा पत्र समिति चुनाव प्रबंधन समिति और मीडिया समन्वय समिति की घोषणा की गई है। ...और पढ़ें
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआइसीसी) ने अपनी सभी कमेटियां मंगलवार को घोषित कर दीं। छह अलग-अलग कमेटियों में लगभग 600 नेताओं को शामिल कर कांग्रेस ने पार्टी में एकजुटता का संदेश दिया है। पार्टी ने चुनावी समय में किसी प्रकार के विवाद से बचने के लिए भारी भरकम कमेटियां बनाई हैं। इन सभी कमेटियों में एआइसीसी, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी, दिल्ली महिला कांग्रेस, प्रदेश यूथ कांग्रेस, सेवा दल, एनएसयूआइ के प्रमुख, नगर निगम में नेता विपक्ष को भी जगह दी है।
आगामी चुनाव के लिए छह कमेटियों का गठन किया गया है। इसमें पहली 56 सदस्यों वाली प्रदेश चुनाव समिति बनाई गई है, जिसका चेयरमैन प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा को बनाया गया है। यह सबसे बड़ी कैंपेन कमेटी है, जिसमें 157 लोगों की टीम है। इसके चेयरमैन कीर्ति आजाद हैं। इसी तरह जेपी अग्रवाल की अध्यक्षता में पब्लिसिटी कमेटी बनाई गई है, जिसमें 156 लोगों को शामिल किया गया है।
अजय माकन को घोषणा पत्र समिति का चेयरमैन बनाया गया है। इस कमेटी में 69 लोग हैं। इसके अलावा 65 सदस्यों की चुनाव प्रबंधन समिति बनाई गई है, इसका चेयरमैन अर¨वदर लवली को बनाया गया है। मीडिया समन्वय समिति में 96 लोग हैं, जिसका चेयरमैन मुकेश शर्मा को बनाया गया है।
वहीं बेरोजगारी व नागरिकता संशोधन कानून समेत अन्य मुद्दों को लेकर भाजपा व आम आदमी पाटी के खिलाफ मंगलवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा के नेतृत्व में कनॉट प्लेस में प्रदर्शन करते हुए सामूहिक उपवास किया। लेकिन, अनुमति नहीं मिलने के कारण पुलिस ने सुभाष चोपड़ा, प्रभारी पीसी चाको, पूर्व विधायक मुकेश शर्मा, डॉ. नरेंद्र नाथ, मंगतराम सिंघल, डॉ. किरण वालिया सहित अन्य कांग्रेस नेताओं को हिरासत में ले लिया। इस बीच कार्यकर्ताओं व पुलिस के बीच हल्की नोकझोंक भी हुई।
सुभाष चोपड़ा ने कहा कि देश के साथ-साथ राजधानी भी सांप्रदायिकता की आग में जल रही है। दिल्ली की अनधिकृत कॉलोनियों व झुग्गी झोपड़ी वालों के साथ भाजपा व आप पार्टी ने बड़ा धोखा करके उनसे जबरदस्ती लाखों रुपये वसूलने की नीयत से मालिकाना हक देने का जन विरोधी फैसला किया है। चाको ने आर्थिक मंदी का जिक्र करते हुए कहा कि वर्तमान में जीडीपी की दर न केवल लगातार गिर रही है, बल्कि नोटबंदी जैसे फैसलों के बाद देश व दिल्ली में बेरोजगारी बढ़ी है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।