Bihar Election: CWC के बहाने सदाकत आश्रम बना कांग्रेस का पावर सेंटर, 24 को होगी बड़ी बैठक
पटना स्थित कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में 24 सितंबर को राष्ट्रीय कार्यसमिति की विस्तारित बैठक होने वाली है। इस ऐतिहासिक अवसर के लिए आश्रम का नवीनीकरण किया जा रहा है। दीवारों पर नए रंग लगाए गए हैं और जर्मन हैंगर स्थापित किया जा रहा है। नेताओं के स्वागत और सुरक्षा के लिए विशेष व्यवस्थाएं की जा रही हैं।

राज्य ब्यूरो, जागरण, पटना। कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम आज सिर्फ ईट-पत्थर का ढांचा मात्र नहीं, बल्कि कांग्रेस की जड़ों और उसकी ताजा आकांक्षाओं का संगम स्थल बन गया है।
गंगा किनारे बसे इस आश्रम में इन दिनों सियासत की गहमागहमी और नवीनीकरण का संगम है। आश्रम की दीवारों पर ताजा रंग और आंगन में सजे जर्मन हैंगर मानो यह कह रहे हों कि कांग्रेस फिर से अपने अतीत की परछाइयों से निकलकर भविष्य की राह बनाने को तैयार है।
भारतीय राजनीति के इतिहास में महत्व रखने वाले सदाकत आश्रम में आजादी के बाद पहली बार पार्टी की विस्तारित राष्ट्रीय कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक 24 सितंबर को होनी है।
सदाकत आश्रम पर तैयारियां शुरू। फोटो जागरण
इसके पहले पार्टी का प्रदेश नेतृत्व अपने नेताओं के स्वागत के लिए उत्साह और रंगत से सराबोर है। पार्टी नेतृत्व इसे न केवल एक औपचारिक बैठक बल्कि संगठन को नई ऊर्जा देने वाले अवसर के रूप में देख रहा है।
फिलहाल आश्रम में निर्माण और सजावट का दौर तेजी से चल रहा है। जर्मन हैंगर लगाया जा रहा है। ताकि राष्ट्रीय नेताओं के जुटान के दौरान बैठक और कार्यक्रम आरामदायक व सुव्यवस्थित माहौल में हो सके। आधुनिक साज-सज्जा वाले इस हैंगर को वातानुकूलित सुविधाओं और बेहतरीन साउंड सिस्टम से लैस किया जा रहा है।
कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को लेकर सदाकत आश्रम में तैयारियां शुरू। जागरण
समय के थपेड़ों में पुरानी पड़ चुकी आश्रम की इमारत और दीवारें नई पुताई और आकर्षक रंगों से चमकाई जा रही हैं। मुख्य गेट से लेकर दफ्तर तक नई रौनक लाने की कोशिश है।
प्रयास हैं यह ऐतिहासिक परिसर न केवल साफ-सुथरा दिखे साथ ही नए जोश का संदेश भी दे। सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्ल्किार्जुन खरगे, प्रियंका गांधी वाड्रा समेत देश भर से जुटने वाले करीब पौने दो सौ नेताओं के वाहनों की पार्किंग की विशेष व्यवस्था की जा रही है।
सुरक्षा एजेंसियों और स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय बैठकों के जरिए यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि आगंतुकों को किसी तरह की असुविधा न हो।
आश्रम तक पहुंचने वाली नई बनी सड़क पर रेड कारपेट बिछाकर सर्वोच्च नेताओं का स्वागत होगा। कांग्रेस इसे एक ऐतिहासिक अवसर के रूप में पेश करना चाहती है। एयरपोर्ट से लेकर मुख्यालय तक मार्ग को सजाने और साफ-सुथरा रखने के लिए विशेष टीमें बनाकर उन्हें जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।
सूत्रों के अनुसार, 23 सितंबर की शाम से ही राष्ट्रीय नेताओं का आगमन शुरू हो जाएगा। जिन्हें पटना के विभिन्न सितारा होटलों में ठहराने की व्यवस्था है। यह आयोजन न केवल कांग्रेस के लिए बल्कि बिहार की राजनीति के लिए भी बेहद अहम माना जा रहा है।
कुल मिलाकर, सदाकत आश्रम इस ऐतिहासिक क्षण के लिए पूरी तरह से तैयार किया जा रहा है। कायाकल्प के इस दौर में यहां का हर कोना इस संदेश को मजबूत करता दिख रहा है कि कांग्रेस अपने अतीत की धरोहर को नए अंदाज में संवारकर भविष्य की राजनीति में बड़ी भूमिका निभाने का इरादा रखती है।
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