Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    कुलदीप सिंह सेंगर को जमानत के बाद विवाद में नया मोड़, पीड़िता ने सीबीआई जांच अधिकारी पर उठाए सवाल

    Updated: Sat, 27 Dec 2025 09:33 PM (IST)

    उन्नाव दुष्कर्म मामले में पूर्व विधायक कुलदीप सेंगर की जमानत के बाद पीड़िता ने सीबीआई जांच अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता ने सीबीआई मुख्यालय ...और पढ़ें

    Hero Image

    उन्नाव दुष्कर्म मामले को लेकर संसद भवन के निकट न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शन करते सामाजिक कार्यकर्ता। जागरण

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। उन्नाव दुष्कर्म मामले में दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की सजा निलंबित कर जमानत दिए जाने के बाद विवाद गहराया हुआ है। इस फैसले से आहत पीड़िता और उसकी मां ने अब मामले के जांच अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शनिवार को सीबीआई मुख्यालय पहुंची पीड़िता ने आरोप लगाया कि जांच अधिकारी ने विपक्षी पक्ष को लाभ पहुंचाने के लिए न्याय प्रक्रिया के साथ खिलवाड़ किया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'हमें यह दिन नहीं देखना पड़ता'

    सीबीआई अधिकारियों को सौंपे गए शिकायती पत्र में पीड़िता ने आरोप लगाते हुए कहा कि जांच अधिकारी ने कथित तौर पर जज के साथ साठगांठ की, ताकि मामले का रुख बदला जा सके। यह सब उसकी हिम्मत तोड़ने और मामले की पैरवी को कमजोर करने के उद्देश्य से किया गया। इसके अलावा पीड़िता ने कहा कि यदि सीबीआई मेरे वकील के साथ मजबूती से खड़ी होती तो आज हमें यह दिन नहीं देखना पड़ता।

    जांच में हेरफेर का आरोप

    सीबीआई को सौंपी गई अपनी छह पन्नों की शिकायत में पीड़िता ने आरोप लगाया कि चार्जशीट में ऐसे फर्जी दस्तावेज शामिल किए गए जो सच्चाई से कोसों दूर थे। पीड़िता का दावा है कि उसे एक ऐसे सरकारी स्कूल की छात्रा बताया गया, जहां उसने कभी दाखिला ही नहीं लिया था और उसकी जन्मतिथि के साथ भी छेड़छाड़ की गई। इसके अलावा चार्जशीट में पीड़िता द्वारा किसी अन्य महिला का मोबाइल फोन इस्तेमाल करने की बात भी गलत तरीके से दर्ज की गई।

    अदालत में पहचान से किया इनकार

    पीड़िता की मां ने भी जांच अधिकारी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उन्होंने बताया कि कोर्ट परिसर में जांच अधिकारी दोषी की बेटी से बातचीत कर रहे थे, लेकिन जब उनसे पीड़िता के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने भारी भीड़ के बीच पहचानने से मना कर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक सीबीआई के उच्च अधिकारी उनसे सीधे संवाद नहीं करते, तब तक उनके लिए व्यवस्था पर भरोसा करना कठिन होगा।

    सामाजिक कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया

    एक ओर जहां सीबीआई ने हाईकोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। वहीं, दूसरी ओर दिल्ली की सड़कों पर इस फैसले के खिलाफ भारी आक्रोश देखा गया। शनिवार को संसद भवन के निकट प्रदर्शन कर रही सामाजिक कार्यकर्ता योगिता भयाना और कांग्रेस नेता मुमताज पटेल सहित कई प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया।

    यह भी पढ़ें- उन्नाव दुष्कर्म केस: CBI ने कुलदीप सेंगर के विरुद्ध दायर की एसएलपी, खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा