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    दिल्ली के शाहीन बाग में आग का कहर, दीवार तोड़कर बचाया गया परिवार; 72 साल की बुजुर्ग महिला की जलकर मौत

    Updated: Wed, 31 Dec 2025 07:02 PM (IST)

    दक्षिणी दिल्ली के शाहीन बाग में एक चार मंजिला मकान में आग लगने से 72 वर्षीय बुजुर्ग महिला फजीला किश्वार की जलकर और दम घुटने से मौत हो गई। आग भूतल पर ख ...और पढ़ें

    जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। शाहीन बाग, ई ब्लाॅक स्थित चार मंजिला मकान में बुधवार सुबह आग लग गई। इस घटना में दूसरे फ्लोर पर रहने वाली 72 वर्षीय महिला की जलने और दम घुटने के कारण मौत हो गई। तीसरे फ्लोर पर फंसे परिवार को दीवार तोड़कर सुरक्षित निकाला जा सका। इसमें रहने वाले अन्य लोग सीढ़ियों से पहले अपनी छत पर पहुंचे, फिर पड़ोसियों की छतों से होते हुए पिछली गली में नीचे आ सके।

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    मौके पर फोरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) की टीम ने आग लगने के कारणों की पड़ताल की है। आशंका है कि भूतल पर खड़ी कार में पहले आग लगी, बाद में वह नीचे से ऊपर तक पूरे मकान में फैल गई। पुलिस टीम भी जांच में जुटी है।

    ई ब्लाॅक के मकान नंबर ई-50 में पहली मंजिल और चौथी मंजिल पर अदनान का परिवार रहता है। दूसरी मंजिल पर झांसी निवासी अकील अपने परिवार के साथ किराए पर रहते हैं। तीसरी मंजिल पर अफरोज परिवार के साथ किराए पर रहते हैं। भूतल के एक हिस्से में दो कमरे बने हैं, बाकि जगह खाली है, जहां वाहन पार्किंग होती है। सुबह यहां दो कार व चार मोटरसाइकिल खड़ी थीं।

    सुबह करीब 4.30 बजे अदनान, अकील व अफराेज को पड़ोसी शाहरुख ने फोन करके बताया कि ग्राउंड फ्लोर पर गाड़ियों में आग लगी है, इसीलिए कोई नीचे न आए। शाहरुख ने दमकल विभाग को 4.44 बजे आग लगने की सूचना दी। आग व धुएं से बचने के लिए अदनान परिवार सहित पहली और चौथी मंजिल पर कमरों से निकलकर छत पर पहुंचा।

    दूसरी मंजिल पर अकील पत्नी व बच्चों को लेकर चौथी मंजिल की छत पर पहुंचा, लेकिन वह 72 वर्षीय अपनी बीमार मां फजीला किश्वार को कमरे से नहीं निकाल पाया। फजीला व्हील चेयर पर थीं, बीमार थी और चल नहीं सकती थी। जब दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे, तब फजीला को निकाला गया। वह ज्यादा जल चुकी थीं। उन्हें अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

    तीसरी मंजिल पर अफरोज व उनका परिवार मुख्य दरवाजा नहीं खुलने के कारण कमरे में फंसा था। गनीमत रही कि वह पत्नी, बेटी को लेकर मकान की आखिरी ओर बालकनी में जाकर खड़ा हो गया।बालकनी का गेट बंद कर दिया, जिससे आग व धुआं उन तक न पहुंचे। तब तक दमकल कर्मी मौके पर पहुंच चुके थे। उन्होंने तीसरी मंजिल पर एक दीवार को तोड़ा, तब अफरोज, उनकी पत्नी व बेटी को सकुशल बाहर निकाला।

    मकान की छत पर पहुंचे सभी लोगों को पहले ई-51 मकान की छत पर ले जाया गया, उसके बाद उन्हें पिछली गली में मौजूद ई-69 नंबर मकान की छत पर पहुंचाया। वहां से सीढ़ियों के रास्ते सभी सकुशल बचाए जा सके। इस घटना में चौथी मंजिल पर आग से सबकुछ जल गया। भूतल पर सभी वाहन जल गए, सिर्फ लोहा बचा। पहली, दूसरी मंजिल पर आग से मामूली नुकसान हुआ है। चौथी मंजिल पर गैस सिलेंडर को फटने की आशंका के चलते बाहर सड़क पर लाकर ठंडा पानी डाला।

    बचाव अभियान में सबसे बहादुरी का काम शाहरुख ने किया। मुहल्ले में सभी उसकी तारीफ करते हुए नजर आए। घटना की सूचना पर एफएसएल टीम, पुलिस टीम ने मौका मुआयना किया है। उन्होंने घटना स्थल पर बारीक निरीक्षण किया है।थाना प्रभारी दिनेश ने बताया कि अभी तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा जा सका कि आग सबसे पहले कहां से लगी।

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