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येलो अलर्ट जारी होने के बाद दिल्ली में स्कूल-कालेज बंद, निजी संस्थान में 50 फीसद उपस्थिति के साथ होगा काम

School Colleges Closed in Delhi सीएम अरविंद केजरीवाल ने बैठक की। बैठक के बाद ये ऐलान किया कि ग्रेप लागू किया जा रहा है। ग्रेप लागू किए जाने के तहत पहला स्टेज ही यलो अलर्ट का होता है। इसके तहत तमाम चीजों पर पाबंदियां लागू हो जाती है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Tue, 28 Dec 2021 02:33 PM (IST)Updated: Wed, 29 Dec 2021 08:20 AM (IST)
राजधानी में यलो अलर्ट जारी होने के बाद स्कूल कालेज बंद कर दिए गए हैं।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली में यलो अलर्ट लागू होने के बाद अब स्कूल कालेज भी बंद कर दिए गए हैं। ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे को देखते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने बैठक की। बैठक के बाद ये ऐलान किया कि ग्रेप लागू किया जा रहा है। ग्रेप लागू किए जाने के तहत पहला स्टेज ही यलो अलर्ट का होता है। इसके तहत तमाम चीजों पर पाबंदियां लागू हो जाती है। इसी के साथ सभी निजी कार्यालयों को 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ सुबह नौ से पांच बजे के बीच काम करने के लिए कहा गया है।

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दरअसल ग्रेप को चार रंगों में बांटा गया है, यदि स्थितियां बिगड़ने लगती है तो उसी हिसाब से यलो, आरेंज और रेड अलर्ट जारी कर दिया जाता है। रेड अलर्ट जारी होने पर पूरी तरह से लाकडाउन लगा दिया जाता है। फिलहाल अभी ऐसे हालात नहीं दिख रहे हैं। यलो अलर्ट लागू हो जाने के बाद दुकानें और माल सुबह 10 से रात 8 बजे तक खुलेंगे, वह आड-इवेन के आधार पर खुल सकेंगे। साप्ताहिक बाजार एक जोन में केवल एक ही खुलेगा। इसमें भी शर्त यह होगी कि 50 प्रतिशत दुकानदारों ही अपनी दुकानें संचालित कर सकेंगे।

इसके अलावा रात 10 बजे से लेकर सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू रहेगा। शहर के रेस्तरां 50 फीसदी क्षमता के साथ सुबह 8 से रात 10 बजे तक खुलेंगे। बार 50 फीसदी क्षमता के साथ दोपहर 12 से रात 10 बजे तक खुलेंगे। होटल खुल सकेंगे। सिनेमा हॉल,मल्टीप्लेक्स, बैंक्वेट हाल, स्पा, जिम व एंटरटेनमेंट पार्क बंद रहेंगे बार्बर शॉप और सैलून खुल सकेंगे। परिवहन के साधन मेट्रो और बसें 50 प्रतिशत सिटिंग क्षमता पर ही चलेंगी।

सोमवार को दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा था कि बीते एक सप्ताह में ओमिक्रोन के मामलों में तेजी से वृद्धि दर्ज हो रही है। ऐसे में विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य को सर्वोपरि रखते हुए मेरी दिल्ली सरकार से मांग है कि वह शिक्षण संस्थानों को बंद करे। साथ ही राजधानी को कोरोना से बचाने के लिए रोडमैप बनाने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए।

मालूम हो कि वायु प्रदूषण की स्थिति दिल्ली-एनसीआर में फिलहाल खतरनाक जोन में है, ऊपर से कोरोना के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। इन चीजों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने स्कूलों और कालेजों को अगले आदेश तक बंद करने का ऐलान कर दिया है।

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