बायोप्सी के लिए ऑपरेशन की जरूरत नहीं, सुई से ही हो जाएगी सैंपलिंग; सफदरजंग अस्पताल में नई जांच सुविधा शुरू
सफदरजंग अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन की निगरानी में सुई डालकर जांच सैंपल लेने की सुविधा शुरू हुई है। अब जांच के लिए ऑपरेशन की जरूरत नहीं होगी। नई मशीनो ...और पढ़ें

अनूप कुमार सिंह, नई दिल्ली। सफदरजंग अस्पताल में मरीजों के लिए जांच की प्रक्रिया अब और अधिक आधुनिक, सटीक और सरल हो गई है। वह भी निश्शुल्क। अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन की निगरानी में सुई डालकर जांच सैंपल लेने की सुविधा से अब जांच के लिए ऑपरेशन कर शरीर से टुकड़ा निकालने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
सीटी स्कैन के माध्यम से संबंधित अंग में इंजेक्शन की पतली सुई डालकर टिश्यू (टुकड़ा) या फ्लूड का नमूना लिया जा सकेगा, जिससे बीमारी की सही पहचान संभव होगी।
अस्पताल में हाल ही में दो नई सीटी स्कैन मशीनें लगाए जाने के बाद यह उन्नत जांच सुविधा शुरू की गई है, जो पहले यहां उपलब्ध नहीं थी। नई मशीनों के जुड़ने से न केवल जांच की संख्या बढ़ेगी, बल्कि रिपोर्ट भी पहले की तुलना में कहीं अधिक तेजी से मिल सकेगी। इससे इलाज की प्रक्रिया में होने वाली देरी कम होगी।
जांच के लिए अब ऑपरेशन की आवश्यकता नहीं
अस्पताल की काॅरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व योजना के नोडल अधिकारी प्रोफेसर डाॅ. निशिथ कुमार ने बताया कि सीटी स्कैन जांच के लिए ऑपरेशन कर संबंधित अंग का टुकड़ा लेने की जरूरत नहीं होगी।
सुई की यह जांच फेफड़े की गांठ, लिवर और किडनी की गांठ, पेट या छाती के भीतर गहराई में स्थित सूजन, हड्डी से जुड़ी बीमारी तथा कैंसर की पुष्टि या उसकी अवस्था तय करने के लिए अत्यंत कारगर है। सीटी स्कैन की स्पष्ट तस्वीरों की मदद से डाक्टर सुई को बिल्कुल सही स्थान तक पहुंचाते हैं और वहीं से ऊतक या तरल का छोटा नमूना ले लेते हैं।
रेडियोलाजी विभागाध्यक्ष डाॅ. अमिता मलिक ने बताया कि अब तक इस तरह की जांच के लिए कई मामलों में मरीजों को या तो ऑपरेशन कर बायोप्सी करानी पड़ती थी। यह प्रक्रिया न केवल महंगी होती थी, बल्कि इसमें जोखिम और समय भी अधिक लगता था। सीटी स्कैन से सुई की जांच में यह परेशानी काफी हद तक खत्म हो जाती है, क्योंकि यह कम जोखिम वाली और अत्यंत सटीक जांच मानी जाती है।
सीटी स्कैन से सुई की यह जांच मरीजों को निश्शुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि इससे विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मरीजों को बड़ा लाभ मिलेगा, जिन्हें अब गंभीर बीमारियों के निदान के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
पहले थी एक मशीन
प्रोफेसर धर्मेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सफदरजंग अस्पताल में पहले केवल एक सीटी स्कैन मशीन थी, जिससे प्रतिदिन औसतन करीब 150 जांचें की जाती थीं। मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण कई बार जांच के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता था।
अब दो नई मशीनों के जुड़ने से अस्पताल में प्रतिदिन होने वाली सीटी स्कैन जांचों की संख्या में उल्लेखनीय बढ़ोतरी होने की संभावना है, साथ ही उन्नत जांचें भी नियमित रूप से की जा सकेंगी। अस्पताल प्रशासन का मानना है कि इस नई सुविधा से सफदरजंग अस्पताल की नैदानिक सेवाएं और सशक्त होंगी तथा गंभीर बीमारियों की पहचान समय पर हो सकेगी।

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